हमेशा कि तरह राकेश माधवानी आज अपने ऑफिस में बैठे चाय पी रहे थे। सुबह के 9:00 बज रहे थे पर अभी तक दो बार चाय बनने के बाद भी, उनकी चाय अच्छी नहीं बनी थी। इस वजह से उनका मूड थोड़ा चिड़चिड़ा हो गया था। उन्होंने खुद डिसाइड किया कि जाकर चाय बनाएंगे इसलिए, जैसे ही वह अपने ऑफिस से खड़े होकर किचन की तरफ जाने लगे, तभी अचानक घर की बेल बजी और राकेश ने नौकर को गेट खोलने के लिए कहा। और खुद किचन में चाय बनाने लगा। करीब 15 मिनट बाद जैसे ही राकेश माधवानी अपने हाथ में चाय का कप लिए  ऑफिस के अंदर आए तो, सामने एक 27 साल की लड़की को देखकर हैरान रह गए। ये लड़की कोई और नहीं बल्कि नेहा थी, जो उनके ही घर के बगल वाले घर में रह रही थी। कई बार राकेश ने उसे यहां देखा था। उसे देखकर राकेश ने मुस्कुराते हुए पूछा” 

राकेश: कैसी हो नेहा यहां कैसे आना हुआ ?”

राकेश के सवाल पर नेहा, जो काफी देर से परेशान से बैठी थी उसने जबरदस्ती हल्के से मुस्कुराते हुए कहा” ठीक हूं भैया कुछ काम था आपसे इसलिए आई थी।” 

राकेश समझ रहा था कि कुछ ना कुछ बात जरूर है इसलिए वो पास में बैठे हुए बोला” 

राकेश: हां हां बताओ नेहा….क्या मदद कर सकता हु मैं तुम्हारी ?”

जैसे ही राकेश ने यह सवाल किया तो नेहा, जो अभी तक इसी सवाल का इंतजार कर रही थी उसने तुरंत कहा” भैया मैं चाहती हूं कि आप मेरी तरफ से शादी सम्पन्न डॉट कॉम के मालिक के खिलाफ केस लड़े।”

नेहा की बात सुनकर राकेश ने हैरान होते हुए पूछा” 

राकेश:  शादी सम्पन्न डॉट कॉम यह तो बहुत बड़ा प्लेटफार्म हैं। भला तुम्हे इससे क्या परेशानी हो सकती हैं ?”. 

राकेश का यह सवाल सुनकर नेहा की आंखों में आंसू आ गए और उसने रोते हुए कहा” असल में यह सब कुछ 3 महीने पहले शुरू हुआ था। आप तो जानते ही हैं एक साल पहले मेरा डिवोर्स हुआ था और उसके बाद से मैं अपनी मम्मी पापा के घर यहीं पर रह रही थी। भैया भाभी को मेरा यहां रहना ज्यादा पसंद नहीं था। और मम्मी पापा भी चाहते थे कि मैं जल्द से जल्द एक अच्छे लड़के से शादी कर लूं। और अपनी जिंदगी में आगे बढ़। शुरू शुरू में उनके लाए रिश्ते को मैं मना करती रही। पर तभी एक दोस्त के कहने पर मैं शादी sशादी सम्पन्न डॉट कॉम पर अपनी प्रोफाइल बना ली। और कुछ ही दिनों में मुझे एक अच्छा मैच भी मिल गया। चेरीयन दासगुप्ता…… इसी नाम से उसने अपनी प्रोफाइल बनाई थी। जिस पर लिखा था की वो एक सरकारी कर्मचारी हैं। और और 30 साल का हैं। उसे मेरे डाइवोर्स होने से भी कोई दिक्कत नहीं थी और उसी ने पहले राइट स्वीप किया था।

शुरू में मुझे उससे बात करते वक्त थोड़ा अजीब लग रहा था घबराहट हो रही थी। पर मैंने सोचा कि शायद, यह सब नॉर्मल है इसीलिए मैंने चेरियन से बात करनी जारी रखी। कुछ ही दिनों में उसके अच्छे बरताव और बातो ने मेरा दिल जीत लिया और मैं भी पॉजिटिव तरीके से इस रिश्ते को आगे बढ़ाने के बारे में सोचने लगी। धीरे धीरे बात करते करते 2. 5 महीने निकल गए। तभी एक दिन चेरियन का मैसेज आया। और उसने कहा की वो मुझसे शादी करना चाहता हैं। मुझे समझ नही आया की मैं क्या करू? हम लोग पिछले 2. 5 महीनो से बात तो कर रहे थे, पर कभी भी मैं उससे मिली नहीं थी। 

सिर्फ ढाई महीने की जान पहचान में शादी के बारे में सोचना थोड़ा अजीब था। इस बार शादी को लेकर मैं कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती थीं। इसीलिए सोचा कि पहले एक बार मिल लेती हू। मैंने उससे कहा की मैं उससे मिलना चाहती हू, तो उसने ये कह कर मना कर दिया  की वो अभी नहीं मिल सकता पर जल्दी ही मुझ से मिलने आयेगा। मुझे भी कोई दिक्कत नही हुई। तभी एक दिन आज से 15 दिन पहले, मैंने और चेरियन ने एक काफी शॉप में मिलने का प्लान बनाया और एक दूसरे से मिलने ही वाले थे।

मैं कॉफ़ी शॉप में बैठकर उसका इंतजार कर रही थी। काफी देर बाद भी जब वो नही आया तो मुझे थोड़ा अजीब लगने लगा। पर तभी अचानक से चेरियन का फोन आया और उसने हड़बड़ाते हुए और रोते हुए मुझसे कहा की उसकी मां का एक्सीडेंट हो गया हैं और रास्ते में किसी ने उसका वॉलेट चुरा लिया, माँ को अस्पताल लाने के चक्कर में मुझे और कुछ सूजा ही नहीं और अब यहाँ अस्पताल में ये लोग डिपाजिट मांग रहे है , क्या तुम मेरे खाते में ५ लाख रूपए दाल सकती हो? शाम को वापस कर दूंगा , मैंने कहा मेरे पास इतने रूपए नहीं हैं तो वो, मुझे बार बार रिक्वेस्ट करने लगा और कहने लगा की मैं उसे कही से अरेंज कर के दे दू? 

जब उसके पास आयेंगे वो मुझे वापस कर देगा। मैं समझ नहीं पा रही थी की में क्या करू ? तभी उसने कहा की क्या मैं उस से प्यार नहीं करती ? क्या मुझे उस पर भरोसा नहीं हैं ? उसकी ऐसी बाते सुनकर मैं थोड़ा इमोशनल हो गई और मैने उससे कहा की मैं अरेंज कर के उसे थोड़ी देर में देती हु। सच कहूं तो मैं चेरियन जैसा अच्छा लड़का अपने हाथो से नही जाने दे सकती थी, इसीलिए मैंने उसकी बात मान ली और सीधा कॉफी शॉप से बाहर आ गई। और वहा से सीधा ghar आ गई और अपने बैंक अकाउंट को खंगालने लगी । मेरे पास बहुत ज्यादा पैसे नहीं थे इसलिए मैंने अपनी एफडी तुड़वा दी। और करीब 1 घंटे बाद मैने उसे बोला की पैसो का अरेंजमेंट हो गया हैं। उसने मुझे एक अकाउंट नंबर दिया और कहा की मैं वहा पर पैसे ट्रांसफर कर दू । मैंने वैसा ही किया। वो अकाउंट किसी राजा के नाम पर था। मुझे एक बार के लिए शक हुआ पर उस  वक्त लग की, बाद में पूछ लूंगी। पर फिर उसका कभी फोन ही नही आया और ना ही उसने मेरा फोन उठाया।  

आज इन सब बातो को 10 दिन हो गए। मैंने जब 2 दिन बाद देखा तो उसने अपनी आईडी भी डिलीट कर दी।” इतना कहकर नेहा रोने लगी। राकेश जो काफी देर से नेहा की बात चुपचाप सुन रहा था उसने पास में रखा हुआ पानी का गिलास नेहा को दिया और उसे शांत रहने के लिए कहा। राकेश को भी नेहा के लिए बुरा लग रहा था। पर फिलहाल वो इमोशनल होने के बजाए प्रक्टिकली इस केस को सॉल्व करना चाहता था। 

राकेश ने आंखे बंद करके अपने दिमाग में पूरी कहानी को फिर से रिवाइन्ड किया और अचानक से उसकी आंखे खुली और उसने अपने सवाल करने शुरू कर दिए। 

राकेश ने नेहा से पूछा” 

राकेश: तुम्हारे पास उस लड़के की कोई फोटो वगैरा है ? तुम लोगों ने इतनी बातें की है कोई तो फोटो क्लिक की ही होगी मेमोरी के तौर पर ?”

राकेश का सवाल सुनकर नेहा ने सुबकते हुए धीरे से मना करते हुए कहा” नहीं सर, मेरे पास उसकी कोई फोटो नहीं है। चेरियन को फोटो क्लिक करवाना बिल्कुल पसंद नहीं था। वह काफी कैमरा कॉन्शियस थे। और हम लोगो ने सिर्फ कॉल पर ही बात की हैं। कभी मिले नहीं थे।  पर हां मेरे पास उसकी प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट जरूर है जो मैंने शादी शादी सम्पन्न डॉट कॉम से लिया था।”

राकेश, जिसकी उम्मीद नेहा के जवाब से टूटने वाली थी, उसे फिर से पंख मिल गए और उसने खुश होते हुए कहा” 

राकेश: जल्दी से मुझे उसकी प्रोफाइल शेयर करो और अगर तुम्हारे पास कोई इनफॉरमेशन हो तो वो भी मुझे दे दो।  उसके बारे में सब इनफॉरमेशन मुझे चाहिए छोटी से लेकर बड़ी तक सब कुछ। ….. वैसे तुमने उसे पैसे दिए थे ना तो, उसे बैंक अकाउंट में पैसे दिए होंगे! तुम्हारे पास तो उसका अकाउंट डिटेल भी होगा!”

राकेश के इस सवाल पर नेहा ने कहा” जी सिर, मैं। आपको वो अकाउंट और उसकी डिटेल भेज देती हु जो चेरियन ने मुझे भेजी थी। पर ये अकाउंट होल्डर कोई राजा हैं।“

राकेश समझ चुका था की चेरियन कोई बहुत बड़ा खिलाड़ी है और जरूर नेहा पहली लड़की नहीं है जिसके साथ, उसने यह सब किया हैं। इससे पहले भी उसने कई लड़कियों को इसी तरह फंसाया होगा। अभी तक नेहा के पास जितने भी सबूत थे, उसने सब राकेश को सेंड कर दिए थे। तभी राकेश ने नेहा से पूछा” यह सब तो ठीक है कि तुम उस फ्रॉड चेरियन से धोखा खा चुकी हो और इसीलिए उसके खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज करवाकर आई हो। पर तुमने शादी शादी सम्पन्न डॉट कॉम के खिलाफ केस लड़ने की बात क्यों की ?”

राकेश का सवाल सुनकर नेहा ने गुस्से से कहा” क्योंकि इन सब में सबसे बड़ी गलती शादी सम्पन्न डॉट कॉम की है। हमारे देश में कितने ही लोग इस वेबसाइट पर बिलीव करते हैं और अपनी पर्सनल इनफॉरमेशन यहां देते हैं जबकि यह spam users को क्रॉस चेक करना भी जरूरी नहीं समझते । पता नहीं उस चेरियन दासगुप्ता ने और कितनी ही भोली भाली लड़कियों को फंसाया होगा। इसीलिए मैं चाहती हूं की, कंपनी से ना सिर्फ मुझे मेरे नुकसान के लिए मुआवजा मिले बल्कि, बाकी लोगो को भी इंसाफ मिले। “

राकेश ने कुछ सोचते हुए पूछा” 

राकेश: क्या तुमने शादी सम्पन्न डॉट कॉम से कनेक्ट करने की कोसिज की ? या फिर उनसे किसी तरह की कोई हेलो या कुछ ….?”

राकेश की इस सवाल पर नेहा ने कहा” मैंने शादी सम्पन्न डॉट कॉम के हेल्प सेंटर में कनेक्ट किया था। और उन्हें चेरियन के बारे में सब कुछ बताए, पर उन लोगो का कहना था की, ये लोग ऑनलाइन प्रूफ के हिसाब से ही वेरिफिकेशन करते हैं। और किसी भी तरह की हानी के लिए यूजर खुद जिम्मेदार हैं। “ 

नेहा कि बात सुनकर राकेश को भी इस बात का अहसास हुआ की, कंपनियो के सिस्टम के लूप होल की वजह से ही ये सारे क्राइम होते हैं। ऐसे में शादी सम्पन्न डॉट कॉम के खिलाफ केस तो बनता हैं। 

इधर नेहा ने, पुलिस स्टेशन में चेरियन दास गुप्ता के खिलाफ केस फाइल करवा दिया था, जो मीडिया में लीक हो गया और अब पूरे देश में ये बात आग कि तरफ फैल गई थी। बहुत सारे लोग नेहा के घर तक भी पहुंच गए थे। और हर तरफ मीडिया ही मीडिया थी। जल्दी ही करीब 6 लड़कियों ने नेहा को ही सोशल मीडिया पर कनेक्ट किया और उसे बताया की, उनके साथ भी शादी सम्पन्न डॉट कॉम पर ही अलग लग नाम के लड़को ने गलत प्रोफाइल बनाकर पहले उन्हें फंसाया और उसके बाद उनसे किसी ना किसी तरीके से पैसे लेकर गायब हो गया। अब ये सारी लड़कियां एक साथ आ चुकी थी। 

फाइनली, मामला कोर्ट में चला गया और आज केस की सुनवाई होने वाली थी। नेहा की तरफ से राकेश माधवानी इस केस को लड़ रहे थे और शादी सम्पन्न डॉट कॉम की तरफ से एक फेमस और तेज तर्रार लॉयर अंजना चटर्जी इस केस में अपने क्लाइंट को रिप्रेजेंट कर रहे थे। 

जल्दी ही कोर्ट में जज विभु अग्रवाल आए और अपना हथौड़ा मार  कर सब को चुप रहने के लिए कहा।  सभी लोग एकदम शांत हो गए। कोर्ट में चारो तरफ पिन ड्रॉप साइलेंस छा गई थी। तभी, जज साहेब ने कहा” नेहा शर्मा vs शादी सम्पन्न डॉट कॉम केस की सुनवाई शुरू की जाए। “

ये बात आते ही, राकेश माधवानी अपनी जगह से खड़ा हुआ और जज साहेब से बोला “ 

राकेश: मी लॉर्ड , आज से 3 महीने पहले मेरी क्लाइंट नेहा शर्मा ने, शादी सम्पन्न डॉट कॉम पर एक प्रोफाइल बनाई और वहीं पर उनकी मुलाकात चेरियन दास गुप्ता से हुई। दोनों को एक दूसरे को प्रोफाईल पसंद आई दोनो ने राइट स्वाइप किया और बातें शुरू हो गई। तभी एक दिन चेरियन ने नेहा को बताया की, उसकी मां का एक्सीडेंट हो गया हैं और उसे 5 लाख रूपी की तुरंत जरूरत हैं। नेहा उसे मना नहीं कर पाई और उसने उसे 5 लाख रूपी दे दिए। मैं ये बात मेंशन करना चाहता हु की मेरी क्लाइंट नेहा कोई बहुत बड़े घर से नही हैं। ये एक सिंपल मिडिल क्लास लड़की हैं जो अपने मां बाप के घर रह रही हैं। और बहुत मुश्किल से उन्होंने ये पैसे कमाए थे। पर जिस दिन से चेरियन दासगुप्ता ने नेहा से पैसे लिए हैं उसके बाद से, उनका फोन बंद आ राहा है। और उन्होंने अपनी प्रोफाइल भी डिलीट कर दी हैं। जब मेरी क्लाइंट ने शादी सम्पन्न डॉट कॉम से इसकी कंप्लेन की तब उन्होंने कहा कि वो इसमें कुछ नही कर सकते हैं। ……… लेकिन सवाल ये उठता हैं की क्या, इतने बड़े प्लेटफार्म की, कोई रिसपॉनसीबलिटी नहीं बनती, की ये लोग सोच समझ कर सही तरीके से वेरिफिकेशन कर के क्लाइंट को अपनी साइट पर रजिस्टर करने दे? क्या महिलाओं की सुक्षा के लिए इनके पास कोई मजबूत सिस्टम नही हैं। ”

राकेश के इस सवाल पर शादी सम्पन्न डॉट कॉम के वकील अंजना चटर्जी खड़े होते हुए बोले” शादी सम्पन्न डॉट कॉम पर करीब 2 लाख लोग रजिस्टर हैं। हमारे पास हर प्रोफाइल का वेरिफिकेशन नंबर हैं। और फिर, कंपनी ने अपनी टर्म्स एंड कंडीशन में साफ लिखा हैं की, क्लाइंट पर्सनली और अपने रिस्क पर एक दूसरे से मिले और रिश्ते बनाए। कंपनी किसी भी चीज की गारंटी नहीं लेगी। और मैं एक चीज मेंशन कर देना चाहता हु की, ये मामले सिर्फ 1 परसेंट लोगो के साथ भी नही होते। इसका मतलब कंपनी के बाकी क्लाइंट हमारी सुरक्षा से खुश हैं। “

दोनो ही तर्क सही थे। पर अब देखना ये था कि ये केस किस दिशा में मोड़ लेता हैं ? और कैसे राकेश माधवानी इस केस को सुलझाते हैं? 

जानने के लिए पढ़ते  रहिये 

 

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