इतने दिनों की बनाई योजना एक झटके में समाप्त हो गई थी…
मीरा बुरी तरह हैरान होकर बोली, ‘’व्हाट....पर ऐसा क्यों? क्या उसने अपनी सिक्योरिटी बढ़ा दी है..? या फिर वे कहीं फारेन में हैं, कहीं अंडरग्राउंड हैं.? या फिर या फिर कहीं उन्हें हमारी प्लानिंग के बारे में पता तो नहीं चल गया? मारिया कुछ तो बताओ…’’
कुछ सेकेंड की खामोशी के बाद मारिया बोली, ‘’ऐसा कुछ नहीं हुआ है मीरा…हमारे अंदर इतनी ताकत नहीं है कि चीफ जैसा पॉवरफुल इंसान हम दो लड़कियों से डर जाए, अगर उसे जरा भी भनक लगती कि हम उसके पीछे पड़े हैं तो क्या पता हमारी कैसी दुर्गति करता। लड़कियों के साथ क्या-क्या किया जा सकता है और उनको कैसे टार्चर किया जा सकता है यह हम और तुम समझ सकते हैं,।‘’
मीरा को कंपकंपी छूट गई...ऐसा लगा जैसे शरीर का सारा खून ही जम गया हो।
‘’पहले तो इज्जत को तार तार कर देने वाली यातना और फिर दर्दनाक मौत।‘’
मारिया फिर बोली, ‘’समझ में नहीं आता है कि कहां से शुरूआत करूं, कैसे बताऊं..?’’
मीरा ने दो तीन गहरी सांसे ली, और बोली, ‘’मारिया प्लीज मुझे बताओ…मेरे दिल की धड़कन बढ़ रही है, तुम नहीं जानती पिछले कुछ दिनों में मुझ पर क्या बीता है और मैं कैसे बाहर निकली हूं यह मैं ही जानती हूं, मारिया अगर तुम मुझसे ऐसे ही घुमाफिरा कर उलझाती रहोगी तो मुझे हार्टअटैक आ जाएगा।’’
‘’ओके ओके मीरा रिलैक्स...मैं शुरू से सबकुछ बताती हूं, तुम चीफ की फोटो देख चुकी हो, जो जॉन ने भेजी थी।
‘’हां मैंने देखी थी, वो अब मेरे मोबाइल में तो नहीं है पर उसका चेहरा मुझे अच्छे से याद है, ज्यादा से ज्यादा क्या हुआ होगा? वह मोटा ही हो गया होगा ना? दाढ़ी मूछें भी आ गई होंगी..तब भी मैं उसे पहचान लूंगी...बस तुम यह बताओ कि वह चीफ लोगों के सामने क्यों नहीं आता? मैंने बहुत सारे बिजनेस रिलेटेड मैगजीन देखी है, वह चेहरा जो तुमने दिखाया था, वह कहीं नहीं दिखा, क्या उसे लोगों के सामने आना पसंद नहीं है?
‘’ऐसी कोई बात नहीं है मीरा...’’ मारिया ने कहा।
‘’तो फिर मुझे उसका नाम बताओ…सामने नहीं आता है पर मुझे लगता है कि अपने दूसरे बिजनेस में वह किसी और नाम से जाना जाता होगा।’’
‘’मीरा प्लीज, पहले मेरी पूरी बात सुन लो...बात दरअसल यह है कि चीफ का असली नाम किसी को नहीं पता है और जैसा मैंने पहले भी बताया था यह फोटो उनकी आठ साल पुरानी या उससे कुछ और पहले की।‘’
‘’तो क्या हुआ..?’’
‘’एक्चुली मीरा मुझे पता चला है कि आठ साल पहले चीफ का एक एक्सीडेंट हुआ था...कार एक्सीडेंट....कार उसकी गर्लफ्रेंड चला रही थी, वो गर्लफ्रेंड जो कार चलाना सीख रही थी…चीफ ने उसे एक कार गिफ्ट मे दी थी, खुशी के मारे चीफ की गर्लफ्रेंड उनके साथ कार ड्राइव पर निकल पड़ी, चीफ ने भी नहीं रोका, लेकिन अभी उसने कार ठीक से चलाना नहीं सीखी थी, वे माउंट आबू के रास्ते पर थे और तेज स्पीड में कार एक पेड़ से टकरा गई थी।‘’
‘’ओह, फिर…? मीरा ने कहा।
‘’उस कार एक्सीडेंट में चीफ का कंधा बुरी तरह घायल हो गया था और चेहरे पर तो इतने कांच के टुकड़े धसे थे कि उनका चेहरा बुरी तरह बिगड़ गया था।
उनकी गर्लफ्रेंड की डेथ तो मौके पर ही हो गई थी….क्योंकि वह ड्राइविंग सीट पर थी, लेकिन चीफ बच गए थे और पहले तो इंडिया में और बाद में उनका इलाज विदेश में हुआ था, उनका चेहरा इतना खराब हो गया था कि प्लास्टिक सर्जरी करनी पड़ी। जैसा उनका चेहरा पहले था, वैसा होना नामुमकिन था....उनका पूरा चेहरा ही बदल दिया गया...नाक, होंठ, माथा, गाल ये सब बदल गए हैं, और अब उस फोटो का कोई मतलब ही नहीं है....सर्जरी के बाद चीफ एक नए चेहरे के साथ घूम रहा है।’’
‘’और उनका नाम..?’’.सारी बातें सुनने के बाद मीरा के शरीर में फिर से कंपकंपी छूट गई।
‘’उनका नाम तो है, वह नामी बिजनेस मैन है…वैक्सीन और नकली दवाईयों का कारोबार तो चीफ के नाम से करता है और बाकी के बिजनेस अपने असली नाम से करते हैं, हो सकता है कि तुम और मैं वो नाम जानते हों.…पर यह वही चीफ है यह पता लगाना मुश्किल है।‘’
मीरा ने अपने सिर पर चपत मारते हुए कहा, ‘’ओह माई गॉड, तो अब क्या होगा.? मुंबई के हर एक बिजनेसमैन पर शक करना अंधेरे में तीर मारने जैसा है..।’’
मारिया ने कहा, ‘’सारे बिजनेस मैन तो नही, क्योंकि आठ साल पहले जब चीफ का एक्सीडेंट हुआ था तब वे पच्चीस साल के थे, बिजनेस में नए-नए आए थे, पर बहुत ही ज्यादा एक्सपीरियंस था। अब वे करीब तैतींस साल के हो गए होंगे, तो हमें इसी एज के बिजनेस मैन पर फोकस करना होगा।‘’
मीरा ने सर्द आवाज में कहा, ‘’पर यह भी इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि सैकड़ों बिजनेस मैन की यही एज है।‘
‘’हां शायद तुम ठीक कह रही हो।‘’
‘’चीफ तक पहुंचने का कोई और रास्ता हो सकता है क्या?‘’ मीरा ने पूछा।
‘’हां, कोशिश कर के देखती हूं, मैंने कुछ बिजनेस टाइकून के नाम लिस्ट में डाले हैं…उन सभी के बारे में पता करती हूं कि आठ साल पहले माउंट आबू के रास्ते में किसी बिजनेस मैन का एक्सीडेंट तो नहीं हुआ था या फिर उस दिन और उसके बाद के तीन महीनों में कौन सा बिजनेस मैन फॉरेन था, क्योंकि ये लोग अपना इलाज, अपना अफेयर छुपाकर रखते हैं। अगर यह सब बातें पता चल जाए तो शायद हमारा काम कुछ आसान हो सकता है...वैसे मीरा शायद जॉन को पता था कि चीफ का असली नाम क्या है, अगर नाम ही पता होता तो आज हम अपना मकसद पूरा करने के करीब होते।
इसलिए तो चीफ ने जॉन को...’’मारिया से आगे नहीं कहा गया।
मीरा ने कहा, ‘’इट्स ओके मारिया...हमें कोई ना कोई क्लू तो मिल ही जाएगा…जब हमने ठान ही लिया है तो हम इसे कर के ही रहेंगे, अगर हमारा इरादा सच्चा है तो भगवान भी हमारी मदद के लिए आगे आएगा। क्योंकि यह हम अपने लिए नहीं लाखों लोगों की जिंदगियां बचाने के लिए कर रहे हैं। अच्छा मारिया क्या तुम मुझे चीफ की उस गर्लफ्रेंड का नाम बता सकती हो? ‘’
मारिया चौंकी, ‘’चीफ की गर्लफ्रेंड का नाम...पर क्यों.? उससे हमें क्या फायदा होगा? वैसे भी वह तो मर चुकी है और वह कौन थी? कहां की रहने वाली थी? क्या करती थी? यह पता लगाना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि चीफ एक तरह से होकर भी नहीं है।‘’
‘’मैं तो केवल गेस कर रही थी…क्या पता उसकी गर्लफ्रेंड के पास चीफ के बारे में कोई ऐसी जानकारी हो जो हमारे काम आ सके....मतलब कोई डायरी और चीफ की फोटो, हम फोटो से भी तो पता कर सकते हैं कि अगर इस चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी हो तो चेहरा कैसा दिखेगा अब जब हम गेस कर रहे हैं तो हमें चीफ से रिलेटेड कोई भी कोना नहीं छोड़ना चाहिए।’
‘’हां यह बात तो एकदम ठीक है मीरा, पर वह तो आठ साल पहले ही मर चुकी है, अगर उसकी फैमिली के पास उस लड़की की ऐसी कोई चीज होगी तो क्या वे उसे फेंक चुके होंगे, वैसे भी चीफ उसका बॉयफ्रेंड था पति नहीं।‘’
‘’क्या पता अपनी बेटी की आखिरी निशानी समझकर उसे रखा हो, लोग अपने बच्चों की यादों को संजोकर तो रखते ही हैं।‘’
मारिया कुछ सोचकर बोली,’’हां तुम शायद सही कह रही हो, अगर उसकी गर्लफ्रेंड के पास चीफ की कोई निशानी होगी तो हमारे काम आ सकती है....चीफ की कोई फोटो भी मिल गई तो भी हमारे लिए टर्निंग प्वाइंट होगा...मैं एक काम करती हूं, मैं राजस्थान जाकर माउंट आबू के किसी न्यूज पेपर ऑफिस मे जाकर पता करूंगी कि आठ साल पहले जो एक्सीडेंट हुआ था उसका पेपर मिल जाएगा तो शायद हमारा काम आसान हो जाएगा, इससे हमें चीफ की मरी हुई गर्लफ्रेंड का नाम भी पता चल जाएगा और शायद उसका एड्रेस भी मिल जाए, क्योंकि यही हमारी एकमात्र उम्मीद है, वरना दूसरा रास्ता तो यही है कि चीफ खुद आकर अपनी असली पहचान बता दे जो कि मजाक से ज्यादा और कुछ भी नहीं।‘’
मीरा चौंकी ‘’क्या यह पॉसिबल है? आठ साल पुराना न्यूज पेपर मिल जाएगा, लेकिन एक्सीडेंट की डेट क्या थी?‘’
‘’यह तो नहीं पता...पर शायद दिसम्बर का महीना था और उसी दिन चीफ की उस गर्लफ्रेंड का बर्थडे भी था।‘’
‘’ओह....’’ मीरा ने अफसोस भरे स्वर में कहा, ‘’बेचारी का जिस दिन बर्थडे था उसी दिन उसकी डेथ भी हो गई।‘’
मारिया ने कहा, ‘’हमें इमोशनल नहीं होना है मीरा...हमें समझदारी से काम लेना है, दिल से नहीं दिमाग से सोचना है। हम जिस फील्ड में उतर रहे हैं, वहां दिल का कोई काम नहीं है.…केवल दिमाग का काम होता है, इसलिए अब अपने दिल से सोचना बंद करो।‘’
मारिया की ये बातें सुनते ही मीरा को आर्यन की याद आ गई....वो भी यही बोल रहा था बिजनेस वर्ल्ड में दिल जैसी कोई चीज नहीं होती। काश वो इस मामले में आर्यन से कोई मदद मांग सकती...फोटो से न सही पर शायद यह तो याद ही होगा कि आठ साल पहले किस बिजनेस पर्सनालिटी का एक्सीडेंट हुआ था, क्योंकि आर्यन जैसे लोग तो किसी चीफ को नहीं जानते होंगे…पर मैं उससे मिलूं कैसे? उसने तो मना कर दिया था कि वह अब मुझसे नहीं मिलना चाहता....कुछ अजीब ही किस्म का आदमी है….पहले तो किसी गुंडे के जैसे मुझे किडनैप करता है, तानाशाह की तरह हुकूम चलाता है, उसके बाद अपने घर ले जाकर किसी रानी की तरह मेरी देखभाल करता है और फिर अचानक से कह देता है कि अब हम अजनबी हैं।
उसे पर्सनालिटी चेंज होने की कोई बिमारी है क्या.?’’
‘’हैलो हैलो मीरा क्या सोच रही हो तुम..?’’ फोन पर मीरा के एकदम से खामोश हो जाने पर मारिया ने पूछा।
मीरा ने सिर झटककर कहा, ‘’नहीं नहीं कुछ नहीं...मैं बस ऐसे ही चीफ के बारे में सोच रही थी, हो सकता है कि हम उसे जानते हों।‘’
मैंने जो कहा, वो बात गाठ बांध लो, अब हमें दिल को कड़ा और दिमाग को मजबूत करना होगा, हमारी लड़ाई किसी आम इंसान से नहीं बहुत ही पॉवरफुल ब्रांड से है…वह रियल में किस नाम से है हमें नहीं पता। मैं अब माउंट आबू जाकर तुम्हें फोन करती हूं, तुम अपनी रूटीन लाइफ में रहना, कुछ भी इधर-उधर से पता लगाने की कोशिश मत करना, चीफ ने अपने बहुत सारे जासूस भी लगा रखे हैं, हो सकता है कि हम किसी बिजनेस मैन से कान्टेक्ट कर के चीफ के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश करें तो वह हमें चीफ के हवाले ही कर दे।‘’
‘’नहीं, मैं तुम्हारे बिना कुछ भी नहीं कर सकती...मैं तुम्हारे फोन का वेट करूंगी, वैसे भी मैं ऑफिस के लिए ही निकलने वाली थी....निका के नए बॉस आने वाले हैं। वे पता नहीं कौन हैं पर शायद निहारिका मैम के ही फैमिली के कोई मेम्बर हैं, आज हमारे साथ उनकी मीटिंग है।‘’
मीरा ने अपना सिर पकड़ लिया...आज ऑफिस में इम्पॉटेंट मीटिंग थी, पर न जाने क्यों चीफ के बारे में नई जानकारी मिलते ही उसका मन खराब हो गया। उसने सोचा था कि आज से चीफ तक पहुंचने के लिए प्लानिंग बनानी होगी.…मीरा खुद में धीरे धीरे बदलाव लाने की कोशिश कर रही थी कि बड़े लोगों को कैसी लड़कियां पसंद आती है?
मीरा के बारे में बहुत सारी जानकारियां मारिया ने चेंज कर दी थी….पर इन सबका क्या फायदा…सब कुछ वहीं का वहीं है।
मीरा ने ऑफिस जाना कैंसिल कर दिया….जो भी बॉस आएगा...ज्यादा से ज्यादा डाटेगा ही ना? जॉब से थोड़ी निकाल देगा, कह दूंगी मेरी तबीयत ठीक नहीं है..।’’
सोचकर मीरा ने अपने कपड़े चेंज कर लिए...लोअर और टीशर्ट पहनकर बेड पर लेट गई और आंखे बंद कर के चीफ की उस फोटो के बारे में सोचने लगी…जो नोएडा में जॉन ने फार्महाउस से भेजी थी।
उसकी आंखे भूरी थी.....लम्बे बाल....चौड़ा माथा…आंख के ऊपर कट लगा हुआ था, तीखे नैन नक्श वाला हैंडसम लड़का था, कोई भी देखकर नहीं कह सकता था कि यह सैकड़ों लोगों का हत्यारा होगा, कमाल की बात है प्यार में पड़ा हुआ लड़का इतना क्रुर कैसे हो सकता है?
क्या उसकी गर्लफ्रेंड को उस चीफ की सच्चाई पता थी..? क्या वह जानती थी कि वह एक हत्यारे के साथ जिंदगी बिताने के सपने देख रही है..? शायद भगवान को उसके ऊपर दया आ गई होगी और इसलिए उसकी जान ले ली, क्योंकि चीफ के साथ तो शायद उसकी जिंदगी नरक बन जाती।
तभी बंद आखों से ही मीरा को ऐसा आभास हुआ जैसे उसके कमरे में कोई दाखिल हुआ है…जूतों और सैंडिल की खट-खट उसके कान में पड़ी। उसे एक नहीं कई लोगों के होने का एहसास हुआ, उसने झट से आंखे खोल ली...सामने का नजारा देखकर उसका पूरा शरीर जम गया।
सामने आठ लोग खड़े थे...उन सभी के चेहरे बिल्ली के चेहरे वाले मुखौटे से ढके थे....सभी के हाथ में रिवाल्वर और मीरा की ओर ही तनी हुई थी, इनमें दो लड़कियां थी और छ: लड़के…सभी ने काले रंग की ड्रेस पहनी थी।’’
मीरा हिलती कि एक लड़की ने मीरा के सिर की ओर रिवाल्वर तानकर कहा, ‘’डोंट मूव, वरना इसकी गोली तुम्हारे सिर के आर-पार हो जाएगी।‘’
उसने दूसरी लड़की को इशारा किया, दूसरी लड़की ने सेकेंडो में अपना काम किया, उसने पलक झपकते ही मीरा के मुंह पर टेप चिपका दिया और हाथ पैर बांधकर आंखो में भी पट्टी बांध दी।
यह सब इतनी जल्दी हो गया कि मीरा कुछ कर ही नहीं पाई....उसका दिमाग जैसे सुन्न सा हो गया था। उसने उन लोगों से आपस में कहते सुना कि ‘’इसे जल्दी बॉस के पास ले चलो, वे तय करेंगे इसका क्या करना है।‘’
मीरा समझ गई कि उसे किडनैप कर लिया गया है।
किसने मीरा को किडनैप किया है?
क्या मारिया को माउंट आबू से कुछ पता चल पाएगा?
चीफ की गर्लफ्रेंड कौन है?
क्या मीरा किडनैपरों के चंगुल से निकल पाएगी?
जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्बत।
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