“साथ मिलकर डायना के परिवार को समझाने का रास्ता। अगर हम उन्हें एकजुट होकर समझाएंगे, तो उन्हें दिखा सकेंगे कि प्यार के लिए लड़ना गलत नहीं है। ये न सिर्फ़ एक इमोशन से ज़्यादा है, बल्कि एक ऐसी ताकत है जो पहाड़ों को हिला सकती है।“ 

“इससे वे हमें कमजोर समझेंगे।“ पीटर ने कहा। मेल्विन का भी यही कहना था, “हम ये जेखिम ले सकते है। तुम्हारे और डायना के बीच पनपते प्यार के लिए।“

मेल्विन की माँ हर शाम फोन करती थी, उनकी आवाज़ उनके जीवन के तूफ़ान में समर्थन की किरण की तरह थी।

एक शाम मेल्विन की मां ने कॉल पर पूछा, "तुम कैसे हो, बेटा?

"मैं ठीक हूं मां।" मेल्विन ने उत्तर दिया, उसकी नज़र पीटर और डायना पर थी। मेल्विन ने अपनी मां को सबकुछ बताया, "मैंने एक जोखिम लिया है। हम इसी महत्वपूर्ण चीज़ के लिए लड़ रहे हैं।"

"मुझे पता है कि तुम जरूर सफल होगे।" मेल्विन की मां ने धीरे से कहा, "और मुझे तुम पर बहुत गर्व है कि तुम जिस चीज़ में विश्वास करते हो उसके लिए खड़े हो। याद रखो, चाहे कुछ भी हो जाए, तुम सही काम कर रहे हो।"

मेल्विन का सीना प्यार और दृढ़ संकल्प से भर गया। "थैंक्यू, माँ!" उसने कहा। उसकी आवाज़ भावनाओं से भरी हुई थी, "हम इसे कामयाब बनाएँगे।"

दिन के उजाले से रात का अंधेरा हो गया। वे बिना थके हर संभव कोशिश कर रहे थे, ताकि कोई संघर्ष न हो। उनके दिल और दिमाग अपने लक्ष्य पर केंद्रित थे। और जब डायना के परिवार का सामना करने का दिन आया, तो वे सिर उठाकर उसके परिवार से मिले। उनके दृढ़ विश्वास की ताकत उन्हें आगे बढ़ा रही थी।

"हम डायना के लिए यहाँ आए हैं।" पीटर ने अपनी भारी आवाज़ में घोषणा की जब वो डायना के पिता से मिला, "हम आपको उसे एक बिना प्यार की शादी के लिए मजबूर नहीं करने देंगे।"

“और आप होते कौन हैं महाशय?” डायना ने पिता ने पूछा। वहां और भी कुछ लोग मौजूद थे जो भारी शरीर और ऊंचे कद–काठी के थे।

कमरे में तनाव बढ़ चुका था। हवा उन दोनों के बीच धीरे–धीरे चल रही थी। जैसे अनजाने धमकियों से भरी हुई ही। 

“हम डायना के दोस्त हैं!” मेल्विन ने कहा, “आप डायना की जिंदगी अपने जिद की वजह से आग में क्यों झोंक रहे हैं सर?”

“क्योंकि मैं उसका पिता हूं। इसलिए मैं जानता हूं अभी जो डायना को आग दिख रहा है वही कल को उसे ठंडी हवा का झोंका लगेगा।”

“मेरा मानना है कि ऐसा कोई काम करना ही क्यों जो वर्तमान में आग की लपटें लगे लेकिन भविष्य में हम ये आशा लगाकर बैठे कि इस आग की लपटें ठंडी हवा का झोंका बन जायेगी।” मेल्विन ने गर्मजोशी से कहा।

सख्त परंपरा की दीवार में एक दरार दिखाई दी, और पहली बार, उन्होंने डायना के पिता की आँखों में समझ की एक झलक देखी।  बातचीत गरमागरम थी, आरोप-प्रत्यारोप और दलीलें एक-दूसरे पर बरस रही थीं। लेकिन इस अराजकता के बीच, एक पल के लिए शांति थी, एक विराम जो हमेशा के लिए खिंचता हुआ लग रहा था। और उस पल में, मेल्विन को पता चल गया कि वे जीत गए हैं।

डायना के पिता ने जोर से आह भरी, उनकी सोच अब भी नेक नहीं थी। 

"आप सबकी भलाई इसी में है कि आप बात बिगड़ने से पहले यहाँ से चले जाएँ।" उन्होंने अंत में कहा, "ये जान लें, अगर आप यहाँ दादागिरी करेंगे, तो आपको परिणाम भुगतने होंगे।"

मेल्विन ने एक कदम आगे बढ़ाया। उसकी आवाज़ स्थिर थी, "हम यहाँ परेशानी खड़ी करने नहीं आए हैं, सर। हम सिर्फ़ डायना से बात करना चाहते हैं।"

डायना के पिता की आँखों में गुस्सा चमक उठा। 

"तुमने पहले ही बहुत परेशानी खड़ी कर दी है। मैं ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकता कि मेरे घर की लड़कियां देर रात तक किसी से बात करती रहें, अपने बारे में चीजें छिपाए? मैं तुम्हारे बारे में अच्छी तरह जानता हूं पीटर!" 

“नहीं जानते। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि नहीं जानते।” पीटर ने मुस्कुराते हुए कहा, "हम आपकी चिंता समझते हैं, लेकिन डायना मुझसे प्यार करती है। हम सिर्फ़ एक-दूसरे के साथ रहना चाहते हैं।"

डायना के पिता ने हाथ हिलाते हुए पीटर का मजाक उड़ाया, "शादी से पहले प्यार एक ढोंग है। इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल इस घर की छत के नीचे नहीं किया जाता मिस्टर पीटर।"

जैसे-जैसे मिनट बीतते गए, बहस गर्म होती गई, तीनों पुरुषों की आवाज़ें आरोपों और दलीलों के शोरगुल में बढ़ती और घटती रहीं। घर की दीवारें उनके चारों ओर बंद होती दिख रही थीं, हर शब्द पीटर की उम्मीद पर हथौड़ा मार रहा था।

मेल्विन ने बीच में बोलने की कोशिश की, उसकी आवाज़ बहस के बीच शांत करने वाली ऊर्जा समान थी। 

"हम आपकी परंपराओं का सम्मान करते हैं, सर, लेकिन डायना एक बालिग लड़की है। उसे अपना भविष्य खुद चुनने का अधिकार है।"

“तुम्हें लगता है कि तुम जानते हो कि उसके लिए क्या सबसे अच्छा है? ये पीटर के शेयर बाजार का खेल नहीं है। इसलिए पुलिस को बुलाने से पहले मेरे घर से निकल जाओ।"

डायना की माँ ने साँस रोक ली, उसका हाथ उसकी छाती पर चला गया। 

"ये एक्सेप्टेबल नहीं है।" उसने फुसफुसाते हुए कहा। कमरे में सन्नाटा छा गया और एक पल के लिए ऐसा लगा जैसे हवा की भी साँस रुक गई हो। 

फिर, डायना के पिता ने धीमी और संतुलित आवाज़ में कहा, "तुम प्यार की बात करते हो, लेकिन तुम हमारे तौर-तरीकों को नहीं समझते। अगर तुम मेरी बेटी से सच्चा प्यार करते हो, तो तुम हमारे परिवार पर दाग नहीं लगने दोगे ऐसी मैं उम्मीद करता हूं। तरीके और भी हैं मेरे पास तुम्हें समझाने के लिए लेकिन मैं उसे आजमाना नहीं चाहता।"

मेल्विन की आँखें सिकुड़ गईं।

"दाग?" उसने कहा, उसकी आवाज़ ऊँची हो गई, "क्या किसी को प्रेमहीन संबंध में मजबूर करना ज़्यादा अपमानजनक नहीं है?"

तनाव स्पष्ट हो गया। हवा में अनकही धमकियाँ गूंजने लगीं। लेकिन पीटर जानता था कि उसे डायना के लिए बहादुर बनना होगा। वो आगे बढ़ा, उसके हाथ काँप रहे थे। 

"मैं आपसे वादा करता हूँ, मैं उसकी देखभाल करूँगा," उसने कहा। "मैं उसे प्यार करूँगा। मैं बस यही चाहता हूँ कि वो खुश रहे।"

डायना भी वहीं आ गई थी। उसकी आँखों में आँसू भर आए और उसने पीटर का हाथ थामने के लिए हाथ बढ़ाया। 

"प्लीज, पापा!" उसने विनती की। "हमें एक मौका दे दो।"

ऐसा लगा जैसे उसके पिता उससे बहुत नाराज हुए थे। उनके चेहरे पर क्रोध और अविश्वास का मुखौटा था। फिर, धीरे-धीरे, वो अपनी पत्नी की ओर मुड़े। 

"हम इस पर आपस में चर्चा करेंगे।" उन्होंने कहा। उनकी आवाज़ ठंडी थी, “तुम अपने कमरे में जाओ डायना।”

डायना और उसके माता–पिता घर के अंदर चले गए। उन्होंने पीटर और मेल्विन को एक तनावपूर्ण चुप्पी में छोड़ दिया। 

कुछ देर बाद दरवाजा खुला, और डायना के माता-पिता वापस आ गए। 

"हमने फैसला कर लिया है।" उसके पिता ने घोषणा की, उनका स्वर अडिग था, "आप डायना से बात कर सकते हैं, लेकिन ये जान लें: उसका भाग्य तय हो चुका है।"

मेल्विन का जबड़ा कस गया, लेकिन पीटर की आँखें डायना से कभी नहीं हटीं। "हम यहाँ लड़ने के लिए नहीं हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप भी ऐसा ही सोचते होंगे।”

डायना की माँ ने सख्ती से सिर हिलाया, और उन तीनों को एक आंगन में ले जाया गया, जो हरे-भरे पौधों से घिरा था। पड़ोस की शादी से ढोल–नगाड़े की आवाज़ आ रही थी। उनके दुख के बीच खुशी की ये आवाज़ें बेमेल लग रही थीं।  जब वे अकेले थे, तो डायना ने खुद को पीटर की बाहों में फेंक दिया, उसका शरीर सिसकियों से कांप रहा था। 

"मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि तुम आए।” उसने उसके सीने में फुसफुसाया।

मेल्विन पीछे हट गया। उसने उन दोनो को अकेले छोड़ दिया। 

"मुझे आना ही था।" उसने धीरे से कहा, "हम तुम्हें अकेले इस सब से नहीं गुजरने दे सकते थे।"

डायना ने खुद को दूर कर लिया। उसकी आँखें लाल और सूजी हुई थीं। 

"वे नहीं सुनेंगे।" उसने निराशा से कहा, "वे अपनी परंपरा से बहुत गहरे तक जुड़े हुए हैं।"

"हम उन्हें सुनने पर मजबूर करेंगे।" पीटर ने कसम खाई। उसकी आवाज़ दृढ़ थी, "हम यहां हर तरह की स्थिति से निपटने आए हैं। या तो आज इस पार या उस पार।"

मेल्विन ने सिर हिलाया। 

"हम तुम्हारे साथ हैं।" उसने कहा, "लेकिन हमें एक योजना की जरूरत है। और हमें सावधान रहना होगा है। हम इस वक्त तुम्हारे घर के अंदर हैं।"

उसी वक्त दो लोग अंदर आए। ये बॉडीगार्ड्स थे। उनके यूनिफॉर्म से ये जाहिर हो रहा था। उन्हें देखकर मेल्विन के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई थी।

“मेल्विन, अब क्या?” पीटर ने पूछा, “क्या ये सब इनकी चाल थी?”

“हां पीटर, और मैं ये जानता था। लेकिन इसमें डरने वाली कोई बात नहीं है। क्योंकि हमें कुछ करना ही नहीं है। जो कुछ भी करेगी, वो डायना करेगी।”

मेल्विन की बात सुनकर डायना ने उसकी तरफ देखते हुए उसे घूरा। 

“मैं!” डायना ने कन्फ्यूज होते हुए पूछा। वो सोच में डूब गई, “ओह, मैं समझ गई।”

डायना आगे बढ़ी।

“अगर बात मारपीट और लड़ाई–झगड़े तक ही आ गई है तो खुलकर लड़ते हैं। कोई भी मौका गवाने का क्या मतलब है। बस एक मिनट रुको, मैं अभी आती हूं।”

डायना इतना कहकर वहां वे चली गई। उसक जाने के बाद पीटर और मेल्विन ने उन दोनों बॉडीगार्ड्स को गौर से देखा। दोनो की हाइट सात फुट के करीब थी। उनका एक हाथ लगते ही मेल्विन और पीटर जमीन में समा सकते थे। 

तभी डायना वहां वापस आ गई। इस बार वो अकेली नहीं थी। उसके हाथ में एलपीजी सिलेंडर था। 

“आइए मुकाबला करते हैं। मॉम–डैड को भी बुला लो। आज सब यहीं खत्म हो जाएगा।” डायना ने सिलेंडर का नॉब खोलकर लाइटर हाथ में ले लिया था।

“अब या तो तुम दोनों यहां से निकल लो, या फिर हम पांचों हमेशा के लिए अपना बंदोबस्त कर लेते हैं।”

दोनो बॉडीगार्ड्स को तुरंत में नहीं आया कि वे क्या करें। सिचुएशन को समझते हुए उनमें से एक तुरंत कमरे से बाहर चला गया।

कमरे में सन्नाटा छा गया था। हवा भावनाओं से भरी हुई थी। और फिर डायना के माता–पिता कमरे में दाखिल हुए। उनका चेहरा अस्पष्ट था। 

"बस।" उन्होंने कहा। उनकी आवाज़ चुप्पी को चीरती हुई थी।

पीटर का दिल धड़क रहा था, लेकिन वो अब भी अपने इरादे से हिला नहीं।

"मैं तुम्हारे बीच प्यार देख सकता हूँ," उन्होंने धीरे से कहा, "लेकिन तुम्हें समझना चाहिए कि तुम जो माँग रहे हो उसका महत्व कितना है। इसलिए मैंने ये सबकुछ किया। डायना मेरी बेटी है, तुम चाहे इससे जितना प्यार करो, एक पिता से ज्यादा नहीं कर सकते।"

 

डायना की पकड़ पीटर के हाथ पर कस गई, उसकी उंगलियाँ तनाव से सफ़ेद हो गईं। "हम चाहते हैं," उसने दृढ़ता से कहा। "हम बस एक साथ खुश रहने का मौका चाहते हैं। तुम्हें मौका मिल सकता है, लेकिन जान लो कि अगर तुम असफल हो गए, तो कोई दूसरा मौका नहीं होगा।"

 

मेल्विन की आँखें चौड़ी हो गईं, और उसे उम्मीद की एक झलक महसूस हुई। इशारों ही इशारों में डायना के पिता ने अपने दिल की बात कह दी थी।

"थैंक्यू!" पीटर बड़बड़ाया, उसकी आवाज़ भावनाओं से भरी हुई थी।, “थैंक्यू वेरी मच!"

उनकी योजना काम कर गई थी, लेकिन लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई थी।  उन्हें पूरी कम्युनिटी को ये समझाना था कि प्रेम केवल एक विद्रोही कार्य नहीं है, बल्कि एक सुंदर, शक्तिशाली शक्ति है जो लोगों को एक साथ ला सकती है।

पीटर और डायना का प्यार जीत गया था।

अगले कुछ दिन तैयारियों में ही बीत गए। दोस्तों ने अथक परिश्रम किया। तय हुआ कि लक्ष्मण और पीटर की शादी एक ही दिन होगी। इस खबर से एसबीकेआई खुशियां डबल हो गई थी।

 

मेल्विन अपने घर की शांति में बैठा था। फ़ोन उसके कान पर लगा हुआ था और उसकी माँ की मधुर आवाज़ उसके दिल को सुकून से भर रही थी।  

"माँ!" उसने कहा, उसकी आवाज़ में आँसू भर आए थे, "सुमित... वो बच नहीं पाया।"

"ओह, बेचारा सुमित," उसने बड़बड़ाते हुए कहा, उसकी आवाज़ दर्द से फट रही थी, "और डॉ. ओझा... उनका क्या हाल है?"

"वो... जिन्दा लाश बन चुके हैं।" मेल्विन ने अपनी आँखों को पोंछते हुए जवाब दिया, "लेकिन हम सब उसके लिए यहाँ हैं।"

"मुझे तुम पर गर्व है, बेटा!” उसने दृढ़ स्वर में कहा, "तुम न सिर्फ एक अच्छे बेटे हो, बल्कि एक अच्छे दोस्त भी हो।"

मेल्विन ने उनके शब्दों में गहराई महसूस करते हुए एक गहरी साँस ली। 

"माँ," उसने संकोच करते हुए कहा। "मुझे तुम्हें कुछ और बताना है।"

"क्या?" उसने धीरे से पूछा।

"मुझे लगता है... मुझे लगता है कि मैं रेबेका से प्यार करता हूँ।" उसने स्वीकार किया। उसके मुंह से शब्द जल्दी-जल्दी निकल रहे थे।

इसके बाद एक लंबी शांति छाई रही, और एक पल के लिए, मेल्विन को डर लगा कि उसने कुछ ज्यादा ही कह दिया है।  

रेबेका के बारे में जानकर मेल्विन की मां का क्या रिएक्शन होगा? क्या वो रेबेका को एक्सेप्ट करेंगी? क्या पीटर और डायना की लव स्टोरी मेल्विन की मदद करेगी? डॉक्टर ओझा अपने बेटे को खोने के गम से कैसे बाहर निकलेंगे?

 

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