शाम का समय….
चीफ के दो बाउंसर रजनीश को घसीटकर चीफ के सामने लेकर आ गए, उसके चेहरे पर कपड़ा बंधा हुआ था...हाथ भी पीछे से बंधे हुए थे…वह खुद को छुड़ाने के लिए कसमसा रहा था।
चीफ उस समय सोफे पर बैठा था…उसके हाथ में टैब था, वह टैब पर कुछ काम कर रहा था...सामने टेबल पर वाइन से भरा गिलास रखा हुआ था, चीफ उस समय अपने चारों मुख्य बाउंसरो के अलावा और भी आधे दर्जन बॉडीगार्ड से घिरा हुआ था, सभी उस कमरे के अलग-अलग कोने में हाथ बांधे खड़े थे और चीफ के आर्डर का इंतजार कर रहे थे। फिलहाल तो चीफ ने दो बाउंसरो को यह आदेश दिया था कि वे रजनीश को घसीटकर यहां ले आए, जिसका पालन किया गया।
करन ने आगे आकर कहा, ‘’चीफ....आपका काम हो गया...रजनीश को हम ले आए हैं, अब क्या करना है इसका?‘’
पीछे खड़े अभिजीत ने चीफ से कहा, ‘चीफ जाने दो ना...क्यों इस बात को इतना सीरियसली ले रहे हो? माना इसने मीरा के साथ बदतमीजी की है पर हम इसे जान से नहीं मार सकते हैं, इसे आठ दस घूंसे मारकर मीरा से माफी मंगवाकर छोड़ देते हैं।‘
चीफ ने अपनी जलती भूरी आंखों से अभिजीत को देखा, इस समय उसने अपनी आंखो पर गहरी ग्रे कलर वाली लेंस नहीं लगाई थी, बिना लेंस वाली सुनहरी आखों में वह बहुत ही ज्यादा खतरनाक दिखता था।
अभिजीत सहम गया...उसे ऐसा नहीं कहना चाहिए था, उसने इसे छोटी बात कही थी। एक आदमी ने मीरा के साथ बदतमीजी की उसे अपशब्द कहे और अभिजीत इसे मामूली बात कह रहा था...चीफ जरूर गलत काम करता था पर उसके बिजनेस में लड़कियों के साथ गलत काम करने वाले और उन पर बुरी नजर रखने वालों की कोई जगह नहीं थी, और यह तो मीरा के साथ गलत हुआ था.....वह मीरा जिससे उन्हें प्यार हो गया था और उसे इम्प्रेस करने और उसका दिल जीतने के लिए वे कुछ भी करने को तैयार थे।
चीफ ने अपना टैब टेबल पर रखकर शुन्य भाव से अपने सामने छटपटाते रजनीश को देखा…फिर अपना वाइन भरा गिलास टेबल से उठाया और एक ही सांस में सारा पीने के बाद…एक बाउंसर से कुछ इशारा किया वह बाउंसर मंहगी-मंहगी विदेशी वाइन से सजे कांच के अलमीरा के पास खड़ा था, वह समझ गया कि चीफ को क्या चाहिए.? उसने तुंरत समझने की मुद्रा में सिर हिलाया और पीछे पलट कर कांच की आलमारी से एक वाइन की बोतल निकाली और चीफ के पास आकर उनके गिलास में भर दी।
चीफ ने वह गिलास अपने होंठो पर लगा लिया…एक घूंट पिया और फिर उसे घूमाने लगा...कुछ सोचते हुए उसने गिलास वापस टेबल पर रखा और आंखे बंद करके अपने होंठ सहलाने लगा। मकरंद झुंझला रहा था...युग भी बार बार अपनी घड़ी देख रहा था, चीफ को एक मीटिंग एटेंड करनी थी लेकिन यहां एक मामूली से डांस बार के मालिक को लेकर चीफ केवल अपना टाइम वेस्ट कर रहे थे। आखिर वह बता क्यों नही रहा था कि रजनीश को कैसी सजा देनी है? उसने अभिजीत को इशारा किया कि चीफ से पूछे और इस मामले को खत्म कर के काम पर लगा जाए, क्योंकि इन तीनों को पता था कि अभिजीत, चीफ का बहुत ज्यादा खासमखास है।
पर अभी जैसे चीफ ने अभिजीत को देखा था उसकी हिम्मत नहीं हुई कि वह दोबारा चीफ से कुछ कह सके, उसने इशारे से ही कहा कि मैं इस मामले में नहीं पड़ूंगा, चाहे चीफ का टाइम बरबाद हो या फिर वे मीटिंग के लिए ही क्यों ना लेट हो जाएं।
युग ने भी चीफ से बात करने से मना कर दिया और बाकी सारे बाउंसरों के बात करने का कोई मतलब ही नहीं था, वे सब केवल चीफ के कहने से ही कुछ कहते थे, अपनी ओर से कभी चीफ को सलाह मशवरा जैसी बात तो कर ही नहीं सकते थे, उन सभी को अपनी जान प्यारी थी। करन ने किसी तरह हिम्मत कर के कहा, ‘’चीफ…इस आदमी को कड़ी से कड़ी सजा दो जिससे वह दोबारा किसी लड़की को छेड़ने की हिम्मत न कर सके।‘’
चीफ वैसे ही भावहीन सा बैठा रहा, कुछ सेकेंड के बाद उसने एक बांउसर को इशारा किया, उस बाउंसर ने तुरंत रजनीश के चेहरे पर बंधे काले कपड़े को हटा दिया और पीछे की ओर बंधे हाथ को भी खोल दिया।
रजनीश का चेहरा पसीने से लाल हो गया था, चेहरे पर से कपड़ा हटने के बाद उसने पहले तो गहरी-गहरी लंबी सांसे ली और फिर आंखे मीचकर खोला - सामने का नजारा और खड़े लोगों को देखकर सबकुछ समझने की कोशिश करने लगा।
सामने बैठे चीफ को देखकर जैसे उसके चेहरे का रंग ही उड़ गया…वह सहमें हुए स्वर में बोला, ‘’आप-आप तो वो फेमस इंडस्ट्रीयलिस्ट हैं...क्या नाम है आपका.? हां याद आया आप तो ....मिस्टर.…इससे पहले रजनीश चीफ का असली नाम लेता....युग का एक जोरदार घूंसा उसके चेहरे पर पड़ा।
घूंसे के प्रहार से रजनीश के होंठ कट गए और खून निकलने लगा...खून को उसने अपने कंधे से पोछा, चीफ को घूरकर देखने लगा और फिर चिंघाड़ उठा...’’क्या मैं पूछ सकता हूं कि इन सबका मतलब क्या है? मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है? जो मुझे इस तरह उठाकर ले आए हो, तुम हो बड़े आदमी पर तुम्हारे जैसे लोग भी मेरे डांस बार में कस्टमर बनकर आते हैं।‘’
चीफ ने टैब उठाया और अभिजीत को देते हुए एक इशारा किया, अभिजीत वह टैब रजनीश के पास लेकर आया, रजनीश उसे सवालिया निगाहों से देखने लगा। अभिजीत ने टैब को रजनीश की आंखो के सामने कर दिया…..और वह वीडियो चला दिया जिसमें वह मीरा के साथ बदतमीजी कर रहा था।
वीडियो देखकर तो पहले रजनीश की आंखे इधर उधर होने लगी, फिर खुद को संभालकर बोला, ‘’इसका क्या मतलब है.? यह मेरी गर्लफ्रेंड है? मैं इससे प्यार करता हूं, मेरे डांस बार में डांस भी करती है।‘’
एक झन्नाटेदार थप्पड़ रजनीश की कान के नीचे बजा…‘अब तुम अपनी गलती कूबुल करोगे या फिर हम दूसरा रास्ता अपनाए‘ युग ने दांत पीसते हुए पूछा।
रजनीश अपनी बात पर अड़ा रहा, ‘’देखिए, आप लोग होंगे बहुत बड़े आदमी पर मैं भी कम इज्जदार आदमी नहीं हूं।‘’
चीफ ने रजनीश को व्यंग्यपूर्वक देखकर कहा, ‘’सही में, डांस बार चलाने वाले भी शरीफ होते हैं?‘’
‘’और आपको क्या लगता है, मैं कोई सड़कों पर घूमने वाला आवारा लफंगा हूं….मैंने न जाने कितनी गरीब लड़कियों को नौकरी दी है। आप होंगे बड़े आदमी, पर मेरी भी पहुंच बहुत ऊपर तक है और मैं कोई गलत काम नहीं करता हूं, मेरे पास बकायदा डांस बार चलाने का लाइसेंस है, तुम्हारे जैसे बड़े-बड़े बिजनेस मैन, पॉलिटिशियन, फिल्मी लोग, और डॉन, माफिया सब मेरे डांस बार में आते हैं, जितनी तगड़ी पहुंच मेरी है शायद ही तुम्हारी होगी....मैं अगर अपने डांस बार में नहीं मिला तो पुलिस एलर्ट हो जाएगी।‘’
अब चीफ ने कहा, ‘अच्छा तो क्या तुम भी डांस करते हो, लड़कियों के कपड़े पहनकर?‘
चीफ ने कहा तो उसके चारों मुख्य बाउंसर और दोस्त खिलखिलाकर हंसने लगे…रजनीश का चेहरा गुस्से से तमतमा गया।
उसने चीफ के चारो ओर खड़े बाउंसरों को देखकर चीफ से कहा, ‘’आठ दस गुंडे मवाली को जुटाकर अपने आप को बहुत ज्यादा ताकतवर समझते हो क्या? ऐसे भाड़े के टटुओं को मैं चुटकियों में खरीद सकता हूं।‘’
फिर से एक जोरदार घूंसा रजनीश के चेहरे पर पड़ा, उसका चेहरा काला पड़ गया, नाक से खून टपकने लगा। युग ने उसके सिर के बाल से उसे पकड़ते हुए कहा, ‘’अबे हम तूझे भाड़े के टटु नजर आ रहे हैं, हमने कमांडो ट्रेनिंग ली है, समझता है उसका मतलब हजारों में एक ही कोई कमांडो बनता है।
रजनीश हांफते हुए चीफ को देखने लगता है, उसकी नजर चीफ की भूरी आंखो पर पड़ी....तुम्हारी आंखो का रंग तो गहरा काला मेरा मतलब है कि स्लेटी कलर है यह भूरा क्यों दिखाई दे रहा है?‘’
चीफ ने एक सिगरेट सुलगाई और अपने होंठो से लगाकर एक लम्बा कश लेते हुए धुंआ बाहर छोड़कर कहा, ‘’क्योंकि यही मेरी असली पहचान है.….गहरी स्लेटी आंखो वाला कोई और है मैं कोई और हूं।‘’
रजनीश को चीफ की यह बात समझ में नहीं आई, इसकी आंखे वाकई इस रंग की नहीं है मैं अच्छे से जानता हूं, क्या यह आदमी दुनिया के सामने अपनी आंखों का रंग बदल कर रहता है, पर ऐसा क्यों?
फिर रजनीश ने कहा, ‘’ठीक है ठीक है मैं समझ गया कि वह मीरा तुम्हारी गर्लफ्रेंड है और मैं यह भी मानता हूं कि शराब के नशे में मैंने उसके साथ गलत किया था, पर मैं उससे जाकर माफी मांग लूंगा, माफी मांगते हुए वीडियो बनाकर आपको भेज दूंगा, उसे अपनी बहन मानकर उससे राखी भी बंधवा लूंगा तब तो तसल्ली हो जाएगी आपको, प्लीज मुझे जाने दीजिए।‘’
चीफ ने सिगरेट की राख ऐश ट्रे में गिराते हुए कहा, ‘’इतनी जल्दी ऊंट पहाड़ के नीचे कैसे आ गया?’’
रजनीश ने विंडो ग्लास के बाहर घिर आए अंधेरे की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘’धंधे का टाइम हो गया है साहब…मैं नहीं जाऊंगा तो डांस नहीं स्टार्ट होगा पर पहले तो हास्पिटल जाकर अपना इलाज करवाना होगा...आपने इतनी चोट जो दे दी है।‘’
अब अभिजीत ने भी कहा, ‘’हां चीफ अब इसे जाने दो, मेरे ख्याल से इसका अच्छे से इलाज हो गया है और इसका दिमाग भी ठिकाने आ गया है और जब यह मीरा से माफी मांगकर उसे अपनी बहन मानने को तैयार है तो फिर टेंशन की तो कोई बात नहीं।‘’
चीफ ने अपना माथा सहलाते हुए कहा, ‘’टेंशन की तो बात है, इसने मेरी असलियत जान ली है, मेरी आंखो की असलियत....तुम्हें क्या लगता है कि यह जो कह रहा है सच में करेगा..? अब इसे छोड़ना खतरे से खाली नहीं है।‘’
‘कैसी असलियत मिस्टर..’’ चीफ ने हाथ दिखाकर रजनीश को आगे बोलने से मना कर दिया ।
‘यह जानना तुम्हारे लिए जरूरी नहीं है।’’
करन ने कहा, ‘लेकिन चीफ, यह मीरा को आपकी असलियत क्यों बताएगा, मीरा इसकी बातों पर विश्वास क्यों करेगी?‘’
‘’क्योंकि यह धूर्त है, चालबाज है और भरोसा करने की कोई वजह भी नहीं है, और सबसे बड़ी बात तो यह है कि मीरा सुनहरे भूरे आंखो वाले लड़के को ढूंढ रही है जो कि मैं हूं।‘’
रजनीश मुंह फाड़े यह सब कुछ सुन रहा था, उसकी समझ में कुछ नहीं आ रहा था।
चीफ ने फिर कहा, ‘’इस आदमी को अपने मुंबई वाले सीक्रेट लैब में ले चलो, यह हमारे एक्सपेरिमेंट के काम आएगा।‘’
‘’लेकिन चीफ यह हम कैसे कर सकते हैं? वह लैब तो जानवरों की वैक्सीन बनाने के लिए बनाई गई है, हम इस पर जानवरों की खतरनाक वैक्सीन का एक्सपेरिमेंट कैसे कर सकते हैं?‘’
चीफ ने कहा, ‘’क्यों जब इंसानो के लिए बनाई जाने वाली वैक्सीन का प्रयोग जानवरों पर हो सकता है तो जानवरों के लिए बनने वाली वैक्सीन का प्रयोग इंसानो पर क्यों नहीं हो सकता? वैसे भी ऐसे इंसान धरती पर बोझ हैं, इसे कुछ हो भी गया तो किसी का कुछ नहीं बिगड़ेगा....यह वैसे भी अपने डांस बार में डांस करने वाली लड़कियों को रेड लाइट एरिया में भी भेजता है, केवल रेड लाइट ही नहीं, बड़े-बड़े पॉलिटिशियन के पास भी भेजता है, छोटे बच्चों की तस्करी करता है।‘’
रजनीश, चीफ को आंखे फाड़कर देखने लगा, ‘’यह सब झूठ है, मैं तो एक डांस बार चलाता हूं, मेरे कारण कितने घरों की रोटियां चलती हैं।‘’
‘’और उससे भी ज्यादा घर तो तेरे कारण बरबाद हुए हैं।‘’
युग ने चीफ को ध्यान से देखा, यह बात वह इंसान कह रहा था जिसके कारण खुद हजारों घर बरबाद हुए हैं, सैकड़ों औरतें विधवा हुई हैं, बच्चे अनाथ हुए हैं, मां बाप निसंतान हो गए, मुझे भी कैसे-कैसे दोगले लोगों के साथ काम करना पड़ता है, मुझे नहीं पता कि मैं कभी चीफ को जान से मार भी पाउंगा या नहीं पर इतना पता है कि चीफ की मौत दुनिया की सबसे बुरी मौतों में से होनी चाहिए..।
चीफ ने करन से कहा, ‘’इसे अपने नए लैब में ले जाओ और आज से ही एक्सपेरिमेंट चालू कर दो।‘’
‘जी बॉस।‘’
और हां करन, तुम इधर पिछले कुछ दिनों से मेरे साथ हो अब चाहे तो दो चार दिन की छुट्टी लेकर आराम कर सकते हो।
करन के चेहरे पर शैतानी चमक आ गई, आराम का मतलब वह समझ गया, किसी अच्छे नाइट क्लब में किसी सुंदरी की बाहों में समाकर जिंदगी का मजा लेना और फिर…सोचकर करन पुलकित हो उठा।
चीफ के बाउंसरों को शादी करने की इजाज़त नहीं थी, खुद चीफ ने भी अभी तक शादी नहीं की थी, लेकिन उसे पता था कि मर्दों को सहज रूप से काम करने के लिए औरत के सुख की जरूरत होती है, इसलिए वह समय-समय पर अपने बाउंसरों के लिए उनके मनमुताबिक जिंदगी जीने का अवसर देता था, इसके लिए वह कहीं भी जाने के लिए और कुछ भी करने के लिए आजाद थे। करन ज्यादातर अपना यह समय किसी फाइव स्टार होटल में किसी सुंदर सुपरमॉडल की बाहों में बिताता था...मुंबई जैसे शहर में माडलों की कोई कमी नहीं थी।
युग ने करन को देखा, उसे पता था कि अब करन हम सबको आखिरी बार देख रहा है….इसके बाद वह एक डेड बॉडी के रूप में चीफ के सामने आएगा।
मारिया की फ्लाइट मुंबई लैंड कर चुकी थी...’’मुझे मीरा को बिल्कुल भी नहीं बताना है कि मैं दिल्ली जाने के बजाय मुंबई आ गई हूं, सबसे पहले तो इस करन को ठिकाने लगाना है फिर आगे कुछ सोचना है।
क्या युग विश्वासघाती है?
वह अपने दोस्त और चीफ के विश्वसनीय बॉडीगार्ड के साथ क्या करने वाला है?
क्या रजनीश, चीफ के चंगुल से निकलकर मीरा को उसकी सच्चाई बता देगा?
मारिया का अगला प्लान क्या है?
जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्बत।
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