वरुण को थप्पड़ से ज्यादा दुख उसके ऊपर लगाये गए इल्ज़ाम से हुआ था| वो सपने में भी Mister Raizada को नुकसान पहुँचने के बारे में नहीं सोच सकता| वान्या ने एक बार भी उससे सच जानने की कोशिश नहीं की थी।

वरुण – वान्या जी, मैं अपनी माँ को लेकर हॉस्पिटल गया था| हॉस्पिटल में फ़ोन silent पर था इस लिए आपका call recieve नहीं कर पाया। मैं सर से पूछ कर ही बाहर गया था| आपको आदत है बिना सच जानें, सामने वाले को दोषी ठहरा देने की।

वान्या (चिढ़ते हुए)  - तुम बार-बार अपनी माँ का नाम लेना बंद करो वरुण| उन्हें तो तुम्हारी करतूतों के बारे में पता भी नहीं होगा| जब उन्हें पता चलेगा तो पता नहीं उन पर क्या बीतेगी? मैंने तुम जैसा मक्कार लड़का नहीं देखा।

वान्या वरुण से बुरी तरह चिढ़ी हुई थी। वान्या उस पर चिल्ला ही रही थी तभी वहां पुलिस वाले आ गए| एक पुलिस ऑफिसर वान्या से पूछने लगा, “आप ही वान्या रायजादा है?” वान्या ने हाँ में सिर हिलाया। वरुण पुलिस को वहाँ देख हैरान था।

वान्या – मैंने ही आप को कॉल कर के बुलाया था| इस वरुण ने मेरे पापा को जान से मारने की कोशिश की है| वो तो मैं टाइम पर घर पहुँच गयी थी जिस वजह से पापा बच गए| सर, आप इसे अभी के अभी मेरी नज़रों के सामने से ले जाइये|

वान्या की बातें सुनकर वरुण के तो होश ही उड़ गए। उसे यकीन नहीं हो रहा था कि वान्या ने उसके खिलाफ पुलिस complaint फाइल की है, वो भी बिना पूरी कहानी जाने|

वरुण (हडबडाते हुए) - वान्या जी, ये आप क्या कर रही है? आप ने मेरे खिलाफ पुलिस में complaint की है? आप को मेरे ऊपर इतना भी भरोसा नहीं है?

वान्या (गुस्से में) – सब से बड़ी गलती कर दी तुम पर भरोसा कर के| सर इसे ले जाओ वरना दोबारा मेरा हाथ उठ जायेगा| मैं अपने पापा के आसपास इसे बर्दाश्त नहीं कर सकती।

पुलिस ऑफिसर वरुण को खींचते हुए ले जाने लगे| वरुण बार–बार वान्या को समझाने की कोशिश कर रहा था कि उसने Mister Raizada पर हमला नहीं किया लेकिन वान्या उसकी ओर देख भी नहीं रही थी| पुलिस ऑफिसर्स वरुण को पकड़ कर अपने साथ ले गए| उसके जाते ही डॉक्टर वार्ड से बाहर आये| वान्या भागते हुए डॉक्टर के पास पहुंची और हडबडाते हुए उनसे पूछने लगी,

वान्या – सर, पापा ठीक तो है न? वो होश में आ गए क्या? क्या हुआ था उनको? कोई serious issue तो नहीं है?

वान्या के इतने सवालों के बीच डॉक्टर मुस्कुराते हुए बोले, “चिंता की कोई बात नहीं है| वो बिलकुल ठीक है| बीपी लो हो जाने की वजह से वो बेहोश हो गए थे| हमने उनको injection दे दिया है| कुछ देर में होश में आ जाएगा। फिर आप उनसे मिल लेना और आज ही वो घर जा सकते हैं| एक बात मुझे बड़ी अजीब लगी, उनके चेहरे पर चोट का निशान है। शायद किसी चीज़ से सिर टकराया था उनका। Anyways आप परेशान होना बंद करिए।”

वान्या ने राहत की सांस ली| वो काफी देर से अपने पापा के लिए परेशान थी लेकिन डॉक्टर की बात सुनकर उसका मन शांत हो गया था| वान्या बाहर बैठ कर अपने पापा के होश में आने का इंतज़ार करने लगी| वो सोच रही थी कि वरुण ने ही किसी नुकीली चीज़ से Mister Raizada पर हमला किया होगा| दूसरी तरफ वरुण को पकड़ कर पुलिस स्टेशन में लाया गया| वो लगातार पुलिस वालों को समझाने की कोशिश कर रहा था कि वो Mister Raizada के साथ सुबह से ही नहीं था लेकिन पुलिस वाले उसकी बात नहीं सुन रहे थे| वरुण को पुलिस स्टेशन के सेल में डाल दिया गया। Police inspector अपने cabin में से बाहर आये और वरुण के पास गए| वो वरुण के सामने यहाँ-वहां चक्कर काटते हुए उसे घूरने लगे| वरुण ने inspector को भी अपनी बात समझाने की कोशिश की,

वरुण – सर, मैंने कुछ भी नहीं किया है| मेरे ऊपर झूठे इलज़ाम लगाये गए हैं। मैं Mister Raizada की परमिशन लेकर बाहर गया था| उन्होंने मुझे आज के दिन की छुट्टी भी दी थी| मैं अपनी माँ को लेकर हॉस्पिटल गया था| मुझे Mister Raizada की तबीयत बिगड़ने के बारे में बहुत बाद में पता चला। आप एक बार मुझे मेरी माँ से बात करने दीजिए प्लीज़।

inspector को वरुण की बात में कोई दिलचस्पी नहीं थी| वो सिर्फ उसे घूरे जा रहा था| कुछ देर बाद inspector उसके सामने जाकर रुका और हँसते हुए बोला, “दिखने में तो बहुत भोले लगते हो लेकिन शातिर हो। Mister Raizada को मार कर मोटा पैसा लूटना चाहते थे लेकिन पकड़े गए। बता, Mister Raizada को क्यों मारना चाहता था? क्या प्लान था तेरा? कौन कौन शामिल है इस प्लान में?

वरुण – सर, Mister Raizada को मार कर मुझे क्या मिलेगा? मैं तो उनको अपने पापा की तरह मानता हूँ| वो भी मेरे काम से बहुत खुश थे| मैं सच कह रहा हूँ। आप.. आप एक बार मुझे मेरी माँ से बात तो करने दीजिए। वो आपको सच बता देंगी। मैं उस डॉक्टर से भी आपको मिलवा सकता हूँ, जिनसे आज मैं अपनी माँ के साथ मिला था। वान्या मैम को गलतफहमी हुई थी। प्लीज़ सर, मुझे यहां से बाहर निकालिए।

वरुण बार-बार अपनी बात सही ठहराने की कोशिश कर रहा था| inspector ने वरुण को शक की नज़रों से देखते हुए कहा, “कहीं तुम्हारी माँ भी तो तुम्हारे साथ मिली हुई नहीं है? दोनों माँ-बेटे मिलकर सब को लूटने का काम करते हो क्या?”

inspector सिंह की बात सुनकर वरुण का पारा चढ़ गया| वो सब कुछ सह सकता था लेकिन अपनी माँ के खिलाफ एक भी गलत बात नहीं सह सकता था| वो अपने पैर पटकते हुए बोला,

वरुण (गुस्से में) – सर अपनी जुबान को लगाम लगाईए। मेरी माँ पर इल्जाम लगाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई? आपको मुझसे दिक्कत है, तो मुझसे बात करिए। वैसे भी जब तक क्राइम साबित नहीं हो जाता, आप मुझे या किसी को भी मुजरिम नहीं ठहरा सकते हैं।

वरुण के ऊँची आवाज में बोलने पर सभी उसे गुस्से से देखने लगे। inspector का तो ईगो ही हर्ट हो गया था| वो बोला, “मेरे साथ ऊँची आवाज़ में बात करने की हिम्मत कैसे हुई? खुद को समझते क्या हो? सारी चर्बी एक झटके में निकाल दूंगा| इस पुलिस स्टेशन का हर एक ऑफिसर और हर एक कैदी मुझ से डरता है और तू मेरे साथ बदतमीज़ी कर रहा है? तुझे तो ऐसा सबक सिखाऊंगा बेटा, कि ज़िन्दगी भर बोलने के लायक नहीं रहेगा।”

inspector ने अपने ऑफिसर से लॉकअप खोलने को कहा और वो अंदर गया। वो वरुण को ऐसे देखने लगा जैसे शेर अपने शिकार को देखता है| वरुण समझ गया था कि inspector उसे मारने वाला है| inspector धीरे-धीरे उसकी ओर बढ़ते हुए बोला, “अपना जुर्म कुबूल कर, वरना मुझे अच्छे अच्छों से जुर्म कुबूल करवाना आता है। चार डंडे पड़ेंगे तो सब उगल देगा।”

वरुण, inspector से डरने के बजाय, उसे घूरने लगा।

वरुण – जब मैंने कोई गलती की ही नहीं तो क़ुबूल क्या करूँ? आप कानून के रखवाले हैं, उसे हाथ में लेने की कोशिश भी मत करना।

वरुण की बातें सुनकर, inspector ने अपना बेल्ट निकाली और वरुण की पीठ पे ज़ोर से दे मारी। वरुण की चीख निकल गई। inspector जोर-जोर से हँसने लगा| वो लगातार belt से वरुण पर वार करने लगा| वरुण दर्द से चीख रहा था लेकिन inspector को उसके ऊपर बिलकुल दया नहीं आ रही थी| कुछ देर तक इसी तरह मारने के बाद inspector लॉकअप से बाहर आ गया| वरुण की हालत इतनी ख़राब हो गयी थी कि वो उठ भी नहीं पा रहा था|

बाहर inspector अपनी अकड़ में बोला, “मुझे आँखें दिखा रहा था| आँखें खोलने लायक नहीं छोडूंगा| कोई भी इसे खाना-पीना नहीं देगा| पड़े रहने दो इसे ऐसे ही|”

फिर inspector अपने cabin में चला गया| वरुण दर्द के मारे कराह रहा था| दूसरी तरफ वान्या अपने पापा के होश में आने का इंतजार कर रही थी| तभी एक नर्स उसके पास आयी और बोली कि Mister Raizada होश में आ गए हैं| वान्या दौड़ कर उनके पास गयी| Mister Raizada हमेशा की तरह मुस्कुरा रहे थे| वान्या जाकर अपने पापा के गले लग गयी|

वान्या (शिकायत करते हुए)  - आप को कितनी बार कहा है कि अपना ध्यान रखिए लेकिन आप है कि सुनते ही नहीं हैं। आप की वजह से किसी दिन मुझे हार्ट अटैक आ जायेगा| आपको यूं हॉस्पिटल में देख कर मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है।

Mister Raizada (मुस्कुराते हुए) –  क्या करूँ बेटा, मैं अब बूढ़ा हो गया हूँ| बिमारियाँ लगी ही रहती हैं। मेरा बस चले तो मैं अपनी बेटी के चेहरे पर एक पल के लिए भी उदासी न आने दूँ।

Mister Raizada ने फिर वान्या का हाथ अपने हाथों में लिया। मानो उसे विश्वास दिला रहे हों कि अब वो बिल्कुल ठीक हैं।

वान्या – आप को पता है मुझे आपकी कितनी फ़िक्र लगी रहती है| एक तो आप का caretaker भी बिलकुल निक्कमा है| कुछ काम का नहीं है| उस पर आप ने इतना भरोसा किया लेकिन उसने आपको बदले में सिर्फ धोखा दिया| आज आपकी हालत उसी की वजह से है। उसे तो मैं छोड़ूँगी नहीं इस बार।

वान्या की बात सुनकर Mister Raizada सोच में पड़ गए| उन्हें समझ नहीं आया कि वरुण ने उनको कौन सा धोखा दिया है| वो वान्या से पूछने ही वाले थे तभी डॉक्टर वहाँ आ गए| वो Mister Raizada से उनके हालचाल पूछने लगे| Mister Raizada ने कहा कि वो बिलकुल ठीक है| डॉक्टर ने उनको एक इंजेक्शन दिया और वापस चले गए| Mister Raizada ने देखा कि वान्या बहुत गुस्से में थी। वो समझ गए कि कुछ तो गड़बड़ है|

Mister Raizada – वान्या, सब ठीक तो है न? तुमने वरुण के साथ कुछ किया तो नहीं ना? बोलो? दोनों का फिर से झगड़ा हुआ क्या? कहाँ है वो? बुलाओ उसे अंदर..

वान्या को समझ नहीं आ रहा था कि उसके पापा ऐसे क्यूँ बात कर रहे हैं। वो जानकर भी अनजान क्यों बन रहे हैं?

वान्या  – पापा, वरुण लॉकअप में है और अब वहीं सड़ेगा। पता नहीं क्यों वो आपकी जान के पीछे पड़ा था..

Mister Raizada को वान्या की बात सुनकर झटका लगा| उन्हें अपने कानों पर यकीन नहीं हो रहा था! उन्होंने confirm करने के लिए एक बार फिर से वान्या की बात दोहरायी तो उसने हाँ में सिर हिलाया| Mister Raizada गुस्से में बोले,

Mister Raizada – वान्या, तुम ऐसा कैसे कर सकती हो? उस बेचारे को पुलिस के हवाले कैसे कर दिए?

Mister Raizada की बात सुनकर वान्या को हैरानी हुई| वो सोच में पड़ गयी कि उसके पापा वरुण को बेचारा क्यों कह रहे है?

क्या होगा जब वान्या को सच का पता चलेगा? क्या इस बार वरुण उसे माफ करेगा?


जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

 

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