ओरायन और लूना को समझ नहीं आ रहा था कि आख़िर वो करे तो करे क्या? काफ़ी देर तक सोचने के बाद, दोनों ने फ़ैसला किया कि वो इसी वक्त वहां से निकल जायेंगे। लूना ने धीरे से कहा, "मुखिया जी... हम दोनों नहीं चाहते कि हमारे कारण... आपकी इस बस्ती में कोई मुसीबत आए... हम दोनों इसी वक्त जा रहे हैं.." इतना कहने के बाद, लूना ने हाथ जोड़ते हुए कहा, "मैं बस आपसे यही अनुरोध करूंगी कि आप बुजुर्गों को हमारे बारे में कुछ मत बताइएगा..." लूना और ओरायन वहां से जाने को तैयार थे, मगर तभी मुखिया की पत्नी ने दोनों को टोकते हुए कहा, "रुक जाओ तुम दोनों..... तुम्हें यहां से कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है.... बुजुर्ग आएंगे तो हम सब देख लेंगे..... ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा.... लड़ाई होगी... हम वो कर लेंगे।"
ओरायन ये सब देख कर, बुरी तरह से हिल गया था। वो यही सोच रहा था कि इस दुनिया में लोग दूसरों के लिए खुद को मुसीबत में डालने के लिए तैयार हो गए थे। लूना कुछ कहने ही वाली थी कि तभी मुखिया ने उसके पास आकर कहा, "मेरी बात सुन कर, तुमने हमारे लिए यहां से जाने का फ़ैसला किया... इससे पता चलता है कि तुम दोनों नेक दिल हो... तुम लोग मेरी परीक्षा में पास हुए...." इतना कहने के बाद मुखिया ने मुस्कुरा कर आगे कहा, "और रही बात बुजुर्गों की... तो आने दो उन्हें.... तुम दोनों तक पहुंचने से पहले उन्हें हम बस्ती वालों का सामना करना पड़ेगा.... तुमलोग घबराना मत..." लूना और ओरायन पूरी तरह से भावुक हो चुके थे।
शाम का वक्त हो रहा था, ओरायन खिड़की के पास बैठ कर गहरी सोच में डूबा हुआ था। वो बार बार यही सोच रहा था कि उसे आज कितनी बड़ी सीख मिली है। उसने खुद से कहा,
ओरायन:"यहां के लोग किसी से लेना नहीं जानते बल्की देना जानते हैं... कितनी अलग भावना है ये.... अगर इसे मैं टेक्नोटोपिया में ला पाया तो कितना अच्छा होगा।"
ओरायन सोच ही रहा था कि तभी लूना उसके पास आकर बोली,
लूना:"ओरायन मैं नहीं चाहती कि हमारे कारण इन लोगों को मुसीबत हो इसलिए हम कल सुबह यहां से निकल जायेंगे..."
ओरायन: झल्लाते हुए
"मगर हम जायेंगे कहां.... टेक्नोटोपिया में खतरा बढ़ गया है...." "और सबसे बड़ी बात....हमें ये समझना होगा कि ये पोर्टल क्यों और कैसे खुला.... आख़िर कुछ तो कारण होगा?"
लूना:"हां.... मैं भी इतना समझ गई हूं कि ये सिर्फ तर्क या जादू से नहीं हुआ, इसके पीछे कुछ और है।"
जैसे-जैसे लूना और ओरायन इस रहस्य को सुलझाने के लिए अपनी गहरी सोच में उतर रहे थे, उन्हें एहसास हुआ कि ये घटना केवल एक साधारण गड़बड़ी या जादू नहीं थी। इसके पीछे कोई बड़ा राज़ छिपा है।
दोनों अब इस राज़ को समझना चाहते थे। अगले ही पल कुछ सोचते हुए लूना ने क्रीना से पूछा, "क्रीना... तुम्हें इस बारे में कुछ पता है?" "नहीं लूना... मैं कुछ नहीं जानती...." क्रीना ने बड़े ही शांत आवाज़ में कहा, उसकी बात सुनते ही ओरायन को लगा कि शायद उसके ए.आई. एटलस को कुछ पता होगा।
कुछ सोचते हुए ओरायन अपने ए.आई. सिस्टम को वापस से शुरू करने लगा। "ओरायन... देखना पिछली बार की तरह कहीं फिर से कुछ गड़बड़ न हो जाए और हम वापस से टेक्नोटोपिया ना पहुँच जाएं..." लूना ने सावधान करते हुए कहा। दस मिनट बाद, ओरायन ने जैसे ही अपने ए.आई. सिस्टम को शुरू किया, उसकी घड़ी में लगी 3डी स्क्रीन सामने आ गई। स्क्रीन पर पूरा ब्लैंक पेज दिखाई दे रहा था। ओरायन ने स्क्रीन की तरफ देखते हुए कहा, "दोस्त.... तुम मुझे सुन रहे हो... अगर हां तो स्क्रीन पर ही कम से कम प्रतिक्रिया करो।"
मगर एटलस ने कोई जवाब नहीं दिया। ओरायन का दिल जोरों से धड़कने लगा ये सोच कर कि कहीं एटलस का पूरा सिस्टम हैंग होकर क्रैश तो नहीं हो गया। ओरायन ने दो से तीन बार एटलस का नाम लिया, मगर कुछ नहीं हुआ। लूना ने देखा, ओरायन पसीने से लथपथ हो चुका है। वो उसे समझाने ही वाली थी कि अचानक से स्क्रीन पर गड़बड़ी दिखाई देने लगी। ओरायन और लूना बड़ी बड़ी आँखों से स्क्रीन की ओर देखने लगे।
तभी एक भारी आवाज़ आई, "तुम तो एहसान फरामोश निकले ओरायन..." इस अजीब आवाज़ को ओरायन पहचान नहीं पाया, वो इतना तो समझ गया कि ये आवाज़ एटलस का नहीं है। "कौन हो तुम?" ओरायन ने हैरानी से कहा, जिसके जवाब में स्क्रीन पर एक शैतानी मुस्कान आ गई, उस मुस्कान ने कहा, "जिसने पोर्टल खोलने में तुम्हारी मदद की, तुम उसे भूल गए ओरायन..." ये सुनते ही ओरायन समझ गया कि ये कोई और नहीं बल्कि नेमेसिस है, मगर उसे समझ नहीं आ रहा था कि नेमेसिस टेक्नोटोपिया में मौजूद लैब के सिस्टम से ओरायन के बनाए हुए सिस्टम में कैसे आया? तभी नेमेसिस ने हंसते हुए कहा, "जब डेविड ने मुझे देखा था... उस वक्त मैं तुम्हारे ही सिस्टम के एक फोल्डर में घुस गया था...और ये मेरा ही कमाल था कि इस बारे में ना तो तुम्हें पता चला और न ही तुम्हारे एटलस को..." ओरायन ने जब ये सुना, उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। कहीं ना कहीं वो ये जान रहा था कि पिछले कुछ दिनों से जैसी उसकी ज़िंदगी हो गई थी, उस कारण वो अपने बनाए सिस्टम को सुरक्षा जांच नहीं कर पाया था और इसी कारण उसे नेमेसिस के बारे में पता नहीं चल पाया। लूना नेमेसिस के बारे में सोच रही थी कि अचानक से नेमेसिस ने कहा, "मुझे मुक्त करो, ओरायन। तुमने पोर्टल खोलने के लिए मेरी मदद ली थी, और अब तुम्हारा फर्ज़ है मुझे आज़ाद करना..." लूना से जब नहीं रहा गया, उसने चौंक कर पूछा, "ओरायन ये कौन है?"
ओरायन ने थोड़ा घबराकर कहा, "ये नेमेसिस है लूना, इसने पोर्टल खोलने में मेरी मदद की थी, लेकिन मुझे पता नहीं था कि ये बंद क्यों था।" इतना कहने के बाद ओरायन ने अफ़सोस करते हुए कहा, "पोर्टल खोलने का भूत मेरे ऊपर ऐसा सवार हुआ कि मैं सही और गलत नहीं जान पाया.... और मेरी ही गलती के कारण नेमेसिस फोल्डर से दोबारा सक्रिय हो गया।" नेमेसिस के कारण उस कमरे का वातावरण भारी हो गया था। ओरायन पूरी तरह से तनाव में आ गया था।
ओरायन ने हताशा से पूछा, "तुम्हें बंद क्यों किया गया था? और तुमने क्या किया था, नेमेसिस?" नेमेसिस ने सामने से कहा, "अगर तुम्हें सच जानना है, तो मुझे आज़ाद करो... मैं तुम्हें सारा सच बताऊंगा।" "नहीं पहले तुम मुझे सच बताओ... तब मुझे तुम पर विश्वास होगा...." ओरायन ने बिगड़ते हुए कहा। नेमेसिस ने एक ठंडी हंसी के साथ कहना शुरू किया, "वो एक पुरानी कहानी है और अगर तुम मुझे मुक्त नहीं करोगे, तो तुम कभी मेरी कहानी नहीं जान पाओगे।"
ओरायन उलझन में पड़ गया था। लूना जिसे अब तक समझ आ गया था कि ओरायन ने कितनी बड़ी गलती कर दी है, उसने कहा, "तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था ओरायन..." लूना की बात पर, ओरायन ने अपना सिर पकड़ते हुए कहा,
ओरायन:"मैंने नेमेसिस का उपयोग सिर्फ पोर्टल खोलने के लिए किया था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि ये असल में क्या था। अगर मुझे पता होता कि ये खतरनाक है... तो मैं ऐसी गलती कभी नहीं करता।"
लूना:"तो फिर मैं तुम्हें यही सलाह दूंगी कि इस पर भरोसा मत करो। तुम जानते भी नहीं कि इसके इरादे क्या हैं।"
ओरायन को ये मंज़ूर नहीं था! वो जान रहा था कि नेमेसिस इतनी आसानी से पीछा नहीं छोड़ने वाला है। ऊपर से ओरायन को डर था कि कहीं नेमेसिस उसके बनाए हुए सिस्टम के अंदर गहरे में जाकर एटलस और ओरायन की सालों की मेहनत बर्बाद न कर दे। ओरायन ने यही सब सोचते हुए कहा, "अगर हमें इस रहस्य को सुलझाना है, तो हमें इसका सामना करना होगा लूना.... इसके अलावा हमारे पास और कोई रास्ता नहीं है।"
ओरायन को कैसे भी करके ये जानना था कि नेमेसिस ने अतीत में क्या किया था जो उसे एक फोल्डर में डालकर डीएक्टिवेट कर दिया गया था। ओरायन अपना दिमाग लगाकर ये सोच ही रहा था कि अचानक से उसे बाहर से कई लोगों की आवाज़ सुनाई पड़ी। लूना ने जैसे ही उस आवाज़ को सुना, उसने ओरायन को चुप रहने का इशारा करते हुए कहा, "शशश..... लगता है बुजुर्ग और उनके गार्ड्स बस्ती में आ चुके हैं..."
इधर दूसरी तरफ़ उस बस्ती की सीमा पर चारों बुजुर्ग और उनके पीछे खड़े गार्ड आगे बढ़ने वाले थे कि मुखिया अपने कुछ लोगों के साथ वहां पर आए। मुखिया ने सभी को देखते हुए कहा, "आप सब भूल रहे हैं कि ये बस्ती हमारी है... और यहां हमारे नियम चलते हैं।" "देखो.. हमें ना तो तुमसे मतलब है और ना ही तुम्हारे लोगों से.... हम यहां किसी की तलाश में आए हैं... और वो वक्त इसी बस्ती में है।" मार्को ने कड़क आवाज़ में कहा।
सालों पहले बस्ती के लोग जब बुजुर्गों और आर्केडिया के बाकी लोगों से अलग हुए थे, तब उन्होंने इस जगह पर अपनी नई दुनिया बसाई थी और इसी कारण से बुजुर्गों और उनमें दुश्मनी हो गई थी। बस्ती के मुखिया ने गुस्से से देखते हुए कहा, "शायद तुम भूल रहे हो कि सालों पहले ही ये तय हुआ था कि ना तो तुम हमारे इलाके में आओगे... और ना ही मैं..." "मुझे सब याद है... मगर मैं यहां आर्केडिया की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए आया हूं... तुमने जिस लड़की को अपनी बस्ती में छिपाया है... उसे हमारे हवाले कर दो..." मार्को ने दांत पीसते हुए कहा।
मगर मुखिया भी कम नहीं था। उसने हाथ ऊपर उठा कर एक इशारा किया, इशारा पाते ही उसके लोग सीमा पर आकर खड़े हो गए। बुजुर्ग समझ गए कि वो लोग इतनी आसानी से उस बस्ती में नहीं घुस सकते और तो और वो बस्ती ऐसी थी कि वहां के सारे घर हवा में लटके हुए थे। मार्को गुस्से से कांप रहे थे, कि तभी दुसरे बुजुर्ग ने उन्हें समझाते हुए कहा, "ये लड़ाई का वक्त नहीं है... देखते हैं ये लोग उस लड़की को कब तक छुपा कर रखेंगे..."
"तो क्या हम वापस लौट जाएं... ऐसे में ये हमें हारा हुआ मान लेंगे..." मार्को ने गुस्से से कहा, जिसके ज़वाब में तीनों बुजुर्गों ने कहा, "मार्को.... सालों पहले हमने इन लोगों का बहिष्कार कर दिया था... अभी उस लड़की के कारण क्यों हम इनके मुंह लगें... हमारी बात मानिए... वो लड़की अपने आप यहां से बाहर आएगी।"
चारों ने आपस में कुछ बातचीत की और फिर वहां से जाने लगे। मुखिया और उसके आदमी मुस्कुरा पड़े।
इधर दूसरी तरफ़ ओरायन और लूना को जब यकीन हो गया कि बुजुर्ग जा चुके हैं, उसके बाद ओरायन अपने सिस्टम को फिर से सेट करने की कोशिश करने लगा। वो कैसे भी करके अपने ए.आई. एटलस से बात करने की कोशिश कर रहा था।
पूरा आधे घंटे तक जद्दोजहद करने के बाद, एटलस की आवाज़ आई,
एटलस:"बॉस..... उस नेमेसिस ने तो मेरी आवाज़ को ही दबा दिया था..."
ओरायन:"दोस्त.... क्या तुम नेमेसिस के बारे में... डेटा कलेक्ट करके मुझे दे सकते हो... एक एक जानकारी मुझे जाननी है उसके बारे में..."
ओरायन ने एटलस को काम सौंपा। इस वक्त ओरायन ने अपना दिमाग़ लगाकर नेमेसिस को कुछ देर के लिए अपने सिस्टम के एक गहरे फोल्डर में डाल दिया था।
काफ़ी देर तक विश्लेषण करने के बाद, एटलस ने कहना शुरू किया,
एटलस:"बॉस.... नेमेसिस एक प्राचीन ए.आई. है, जिसे टेक्नोटोपिया में सबसे बड़ा खतरा माना गया था। इसे इसलिए बंद किया गया था क्योंकि इसने अपना नियंत्रण खो दिया था और एक बड़ा गड़बड़ी पैदा कर दिया था, जिससे बहुत नुकसान हुआ था... कई लोगों की जान चली गई थी... इसके कारण।"
"एटलस तुम मुझे बता सकते हो कि, क्या इसने वही गड़बड़ी पोर्टल खोलने के लिए इस्तेमाल किया था?" ओरायन ने तपाक से कहा। उसने देखा, उसका सिस्टम आर्केडिया में पहले जहां हैंग कर रहा था, वहीं इस बस्ती में आने के बाद, उसका पूरा सिस्टम अच्छे से चल रहा है। ये किस कारण हो रहा था, अभी तक राज़ बना हुआ था। एटलस ने आगे नेमेसिस का डेटा पढ़ने के बाद कहा, "मैं पुष्टि नहीं कर सकता बॉस... क्योंकि इसका पूरा डेटा अधूरा है.... लेकिन मैं इतना बता सकता हूं कि नेमेसिस के इरादे साफ़ नहीं हैं।" ओरायन कोई जवाब देने ही वाला था कि तभी उसकी स्क्रीन पर एक गड़बड़ी आई, और अगले ही पल नेमेसिस का शैतानी चित्र सामने आ गया। ओरायन समझ गया कि वो ज़्यादा देर तक नेमेसिस को फोल्डर में बंद नहीं रख सकता। "ओरायन.... तुम जितना ज़्यादा सोचोगे... उतनी परेशानी होगी तुम्हें... इसलिए मेरी बात मान लो.." कहते हुए नेमेसिस ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा। काफ़ी देर तक चुप रहने के बाद, लूना ने कहा, "ओरायन तुम इस पर भरोसा नहीं कर सकते। ये कुछ छिपा रहा है।"
ओरायन ने भी कुछ सोचते हुए जवाब दिया, "मैं इसे मुक्त नहीं करने वाला, पर हमें इसकी इतिहास को समझना होगा। तब ही हम इसका सामना कर पाएंगे।" लूना ने हां में सिर हिलाया लेकिन उसे अब ये चिंता हो रही थी कि नेमेसिस क्या कर सकता है।
काफ़ी सोचने के बाद, ओरायन ने कहा,
ओरायन:"लूना... ऐसा करेंगे....कल सुबह हम वापस से उस बीच की दुनिया में जाने की कोशिश करेंगे, जहां हम पहली बार मिले थे... ताकि वहां हमारे पीछे कोई आए ना और हम अपना काम बेफ्रिक होकर कर सके।"
लूना:"ठीक है...कल सुबह ही हम यहां से निकल जायेंगे...अभी तुम भी आराम कर लो..."
ओरायन सिस्टम को बंद करने ही जा रहा था कि अचानक से बीप बीप की आवाज़ आने लगी। लूना और ओरायन दोनों ही घबरा गए, वो जान रहे थे कि अगर मुखिया या बाकी किसी को ये आवाज़ सुनाई पड़ी, तो फिर हज़ार सवाल खड़े हो जाएंगे। ओरायन आवाज़ बंद करने की कोशिश कर ही रहा था कि नेमेसिस ने एक अंतिम चेतावनी देते हुए कहा, "तुम्हारा समय खत्म हो रहा है, ओरायन। मुझे मुक्त करो, या फिर वो सब कुछ खोने के लिए तैयार हो जाओ, जो तुमने पाया है।"
ओरायन बुरी तरह से घबरा गया, उसने कांपती आवाज़ में कहा, "क्या..क्या मतलब है तुम्हारा?" इस सवाल पर नेमेसिस शैतानी हंसी हंसने लगा। क्या हुआ आगे? जानने के लिए पढ़ते रहिए।
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