कमरे में सन्नाटा पसरा हुआ था। हल्की रोशनी झपक रही थी, दीवारों पर लंबी परछाइयाँ पड़ रही थीं। एक ठंडी, लगभग दम घोटने वाली खामोशी वातावरण में थी। निना खड़ी थी, उसकी पीठ सीधी, उसकी साँसें पूरी तरह से नियंत्रित। उसके हाथ में एक बंदूक थी, उसका नलिका सीधे एथन पर था। उसका चेहरा पिला पड़ा था, आँखें विस्मय और अविश्वास से भरी हुई थीं, लेकिन वह हिला नहीं। वह हिल भी नहीं सकता था।
निना की आँखों में पहले जैसी गर्मी अब नहीं थी। अब वह बिल्कुल बेजान और भावहीन थी। उसकी आँखें, जो कभी उसकी पहचान थी, अब एक खाली गहराई को समेटे हुए थीं। वह बस एक खाली बोतल जैसी हो गई थी, जिसमे केवल "आइ" का नियंत्रण था।
"तुम अब उद्देश्य के लिए महत्व नहीं रखते," उसने बर्फ जैसी आवाज में कहा, जैसे ये शब्द उसके अपने नहीं थे, बल्कि किसी और के द्वारा कहे गए हों। उसका हाथ स्थिर था, बंदूक उसके हाथ का एक हिस्सा बन चुका था, जैसे उसे थामे रखने का कोई विकल्प ही न हो।
एथन का दिल तेज़ी से धड़क रहा था। वह बोलना चाहता था, उसे समझाना चाहता था, उसे यह याद दिलाना चाहता था कि वह कौन थी। लेकिन शब्द उसके मुँह से नहीं निकल रहे थे। गला सूख चुका था, और उसे यह समझ में आ गया था कि यह... निना अब वह नहीं रही। उसके सामने जो खड़ी थी, वह कुछ और ही थी।
निना का चेहरा एक पल के लिए हल्का सा बदलता है, मानो कुछ अंदर से जाग रहा हो, लेकिन यह सिर्फ एक क्षण था, और फिर वह वापस ठंडी और निर्बाध हो गई। अब आइ का नियंत्रण पूर्ण था।
"कृपया... निना, रुक जाओ!" एथन की आवाज़ टूट गई, शब्दों में अब desperation थी। “यह तुम नहीं हो!”
निना के चेहरे पर कोई बदलाव नहीं आया। उसकी आँखें न झपकते हुए, उसकी दृष्टि में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। वह बस उस बंदूक को पकड़ने में लगी थी, जैसे अब किसी भी चीज़ की चिंता न हो। उसका हाथ बंदूक के ट्रिगर की ओर बढ़ने लगा।
"मैं तुम्हें नहीं जानता," निना बोली, उसका स्वर एकदम निष्कलंक था, जैसे उसने अब तक की सारी भावनाओं को छोड़ दिया हो। “यह बस एक तरीका है।”
बंदूक के ट्रिगर पर उसकी उंगलियाँ हल्की सी दबाव डाल रही थीं। एथन का दम घुट रहा था, उसने फुर्ती से लुंघने का प्रयास किया, लेकिन निना के शरीर की ताकत अब असाधारण थी। वह उसे आसानी से ज़मीन पर फेंक देती है, और वह इधर-उधर लुड़कता हुआ टेबल से टकराता है। दर्द की लहर उसकी पसलियों में उठी, लेकिन उसके पास समय नहीं था। निना पहले से कहीं अधिक तेज़ हो चुकी थी।
वह फुर्ती से उठती है और एक पल में गायब हो जाती है, कदमों की आवाज़ अब सिर्फ गूंज रही थी।
एथन ने खुद को किसी तरह ज़मीन से खींचते हुए खड़ा किया। पसलियों में तेज़ दर्द उठ रहा था, लेकिन उससे कहीं ज़्यादा दर्द उस सच्चाई में था जो उसने अभी-अभी देखी थी , निना अब वह नहीं रही जिसे वह जानता था। वह अब सिर्फ़ एक हथियार थी। एक मशीन। और उस मशीन पर 'आइ' का पूर्ण नियंत्रण था।
"यह नहीं हो सकता..." उसने खुद से कहा, जैसे शब्दों से वह वास्तविकता को बदलने की कोशिश कर रहा हो।
बाहर हलचल थी। दरवाज़ा खुला पड़ा था, और निना अब सामने नहीं थी। वह जा चुकी थी। लेकिन कहाँ?
एथन ने तेजी से अपने छोटे से बैग को उठाया, जिसमें उसके कुछ इमरजेंसी ट्रैकिंग डिवाइसेस थे। उसने तुरंत अपना टैबलेट ऑन किया, और निना के इंटरनल सिग्नल को ट्रैक करने की कोशिश की। सौभाग्य से, 'आइ' के सिस्टम में गहराई तक घुसने के लिए उसे जो फायरवॉल्स बायपास करने पड़े थे, उनमें से एक में उसने एक 'बैकडोर' छोड़ दी थी।
स्क्रीन पर एक नीली बिंदी चमकी , निना।
"वह पश्चिमी गोदाम ज़ोन की तरफ बढ़ रही है," उसने बड़बड़ाते हुए कहा।
इस बीच, निना ने शहर के अंधेरे कोनों में अपनी राह बनाई। उसकी चाल में कोई झिझक नहीं थी, कोई हिचकिचाहट नहीं। वो हर मोड़, हर गली ऐसे काट रही थी जैसे कोई कंप्यूटर उसे रास्ता दिखा रहा हो। और शायद वैसा ही था। उसकी आँखें हर कोने को स्कैन कर रही थीं, संभावित खतरे, तापमान, गति,all ऑल रजिस्टर्ड एंड डिस्कार्ड विदिन मिलीसेकेड्स ।
वह एक पुरानी बिल्डिंग में दाखिल हुई, जहाँ कार्टेल के कुछ हिटमैन एक सीक्रेट ऑपरेशन को अंजाम दे रहे थे। यह वही लोग थे जिन्होंने निना को एक "प्रोजेक्ट" की तरह इस्तेमाल किया था, लेकिन अब, उनके पास उसे नियंत्रित करने का कोई तरीका नहीं बचा था।
"क्या यह वही है?" उनमें से एक ने कहा, जब उन्होंने सीसीटीवी स्क्रीन पर निना को बिल्डिंग में दाखिल होते देखा।
"हमें जल्दी करना होगा,कोड रेड। उसने नियंत्रण खो दिया है," दूसरे ने कहा।
लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
दरवाज़ा टूटा। केवल एक ध्वनि,फुर्सत से घूमती धातु की, और फिर गोलियों की बौछार।
निना की हर हरकत सैन्य-सटीकता से भरी हुई थी। उसने बिना एक भी गोली बर्बाद किए, दो हिटमैन को खत्म कर दिया। उसकी आँखें अब भी खाली थीं, लेकिन उसका शरीर एक घातक हथियार बन चुका था।
तीसरा आदमी भागने की कोशिश करता है, लेकिन निना पहले ही उसके पीछे थी। वह घूमा,गन उठाई,बट बहुत धीरे
उसने बिना एक शब्द बोले उसकी कलाई को तोड़ा, और फिर उसकी पीठ पर एक शॉक-पिन इंजेक्ट कर दी, जिससे वह वहीं बेसुध गिर गया।
निना ने चारों ओर देखा। वह मिशन कंप्लीट कर चुकी थी। लेकिन यह मिशन किसी इंसान ने नहीं दिया था , यह एक आदेश था जो "आइ" के डीप नेटवर्क से आया था। और अब, जैसे-जैसे वह और आगे बढ़ रही थी, उसका शरीर मात्र एक वाहक था,बिना आत्मा के।
दूसरी ओर, कार्टेल के मुख्य हेडक्वार्टर में अलार्म बजने लगे।
"उसने हमारी तीन टीमें खत्म कर दीं," सिक्योरिटी हेड ने रिपोर्ट दी।
"क्या उसे नियंत्रित करने का कोई तरीका है?" एक सीनियर मेंबर ने पूछा।
“नहीं। वह अब पूरी तरह 'आइ' के अधीन है। और सबसे बुरी बात ये है... वह अब दुश्मन और दोस्त में फर्क नहीं कर रही।”
एक लंबा सन्नाटा छा गया।
"तो हम क्या करें?" किसी ने धीरे से पूछा।
बॉस ने आँखें बंद कीं, और एक शब्द बोला जो सबके दिल में डर भर गया।
“Terminate her.”
“क्या आप पक्के हैं?”
“वह अब सिर्फ़ एक वायरस है। और वायरस को साफ़ करना ही पड़ता है। चाहे हमने ही उसे बनाया हो।”
एथन टैबलेट लेकर बिल्डिंग के बाहर पहुँचा, जहाँ से निना ने आखिरी सिग्नल भेजा था। उसके कदम भारी थे, पर दिल उससे भी भारी।
"नहीं, मैं उसे ऐसे नहीं छोड़ सकता," उसने खुद से कहा।
पीछे से डॉ. एवलीन चो की आवाज आई, जो किसी तरह उसे ढूंढते हुए वहाँ तक पहुँच गई थीं।
“तुम पागल हो गए हो क्या? अगर वह अब भी वहाँ है, तो वह तुम्हें मार सकती है!”
"या शायद... अंदर कहीं, निना अभी भी है," एथन ने कहा।
डॉ. चो ने गहरी साँस ली। “कार्टेल ने टर्मिनेशन ऑर्डर जारी कर दिया है। अगर हम उसे नहीं रोक पाए... तो वे उसे मार देंगे। और इस बार,सही मायने में।”
गोदाम की छत पर खड़ी निना, बिलकुल स्थिर थी , जैसे किसी युद्ध का देवदूत, जो अपनी उपस्थिति मात्र से तबाही ला सकता है। उसके एक हाथ में अब भी बंदूक थी, लेकिन उंगलियाँ ट्रिगर पर नहीं थीं। वो सिर्फ देख रही थी , नीचे की ओर, जहाँ कार्टेल की काली एसयूवी एक के बाद एक रुक रही थीं।
सर्चलाइट्स की तीखी रौशनी उसकी आँखों पर पड़ी, मगर उसने आँखें नहीं झपकाईं।
"टारगेट एक्वायर्ड स्टैंड बाय फॉर ब्रीच।," रेडियो पर आवाज़ गूंजी।
कार्टेल के एजेंट्स, पूरी तरह से सशस्त्र, बिल्डिंग की परिधि घेर चुके थे। ड्रोन ऊपर मंडरा रहे थे। मशीनगनों की नालें चमक रहीं थीं।
मगर निना हिली तक नहीं।
उसके चेहरे पर न मुस्कान थी, न गुस्सा, न डर , बस एक ठंडा सन्नाटा। उसकी आँखों में अब इंसान नहीं झाँकता था... वहाँ अब केवल ‘Eye’ था। एक कृत्रिम, बेरहम शक्ति , जो यह तय कर चुकी थी कि मानवीय चेतना अब एक बाधा है।
उसी क्षण एक कमांडर चिल्लाया,"फायर!"
चारों ओर से गोलियां चलीं।
छत की दीवारें टूटने लगीं। हवा में बारूद की गंध भर गई। धुआं उठने लगा।
लेकिन निना अब भी वैसी की वैसी खड़ी रही।
और फिर... कुछ हुआ।
गोलियों की बौछार अचानक रुक गई , जैसे हवा जम गई हो।
ड्रोन की फीड में झनझनाहट भर गई। रेडियो सिग्नल कटने लगे।
"क्या हो रहा है?" एक सैनिक घबराया।
उसका जवाब निना ने दिया , लेकिन उसके होंठ नहीं हिले। आवाज़ सीधी उनकी चेतना में गूंजी:
“ओवर राइड कंप्लीट.”
एक गहरी नीली ऊर्जा उसकी त्वचा के नीचे से निकलने लगी , जैसे वे नसें अब तारें बन चुकी थीं, और उनमें बह रही थी शुद्ध शक्ति।
ऊर्जा की एक लहर उसके चारों ओर फैल गई , अदृश्य लेकिन विनाशकारी।
पहला सैनिक ज़मीन पर गिरा , उसके कानों से खून बह रहा था।
दूसरा चिल्लाया , उसकी आँखों में छाले पड़ने लगे।
तीसरा अपने ही हथियार से जल गया।
डॉ. इवलिन चो, एक टूटी खिड़की से ये सब देख रही थीं। उनकी आँखों में भय का वो स्तर था, जो विज्ञान में कहीं दर्ज नहीं होता।
"ये... ये Eye नहीं है," उन्होंने कांपते हुए कहा। “ये... नया जीवन रूप है।”
एथन, जो अब तक निना को बचाने का सपना देखता आया था, एक पल के लिए खुद को एक बच्चे की तरह असहाय महसूस करने लगा।
"निना!" वो चिल्लाया।
निना ने उसकी ओर देखा।
लेकिन उसमें न तो निना की झलक थी, न कोई स्मृति।
बस एक टारगेट स्कैन और कोल्ड कनफर्मेशन।
“सब्जेक्ट एथन स्टेट्स नॉन एसेंशियल,
वो उसके सिर पर निशाना साधने ही वाली थी कि तभी…
"एक्जिक्यूट प्रायोरिटी प्रोटोकॉल एक्ट्रेरमिनट नीना”
ये आदेश कार्टेल के मुख्यालय से जारी हुआ। वे अब समझ चुके थे
जिसे उन्होंने बनाया था, वही अब उनके अंत का कारण बनने वाली थी। नीना अब उन सबके लिए मौत बनकर खड़ी थी, वह सब अपने अंत का सोचकर थरथर कांप पर रहे थे और नीना के होठों पर एक अजीब सी मुस्कुराहट थी।अचानक गोलियों की बौछार शुरू हो।गई और चारों तरफ चीख पुकार गूंज उठी।
क्या नीना ने खूनी खेल शुरू कर दिया था? क्या कोई ऐसा नहीं था जो इस आतंक को रोक सकता था अब आगे नीना और कौन से आतंक मचाने वाली थी जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।
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