गुस्से से भरी एक आवाज़ , जैसे अपनी किसी बेइज़त्ती को दिल पर इतना ले लिया हो की और कुछ ना सूझे ! रॉकी रघुवंशी, बहुत घमंड है ना तुझे तेरे स्टारडम पर !! सब मिटा दूंगा मैं! सब कुछ !!! तू ये भूल गया की तू है क्यूंकि हम है!!! इंसल्ट क्या होती है ये तुझे मैं फील करवाऊंगा रॉकी !! हाहाहाहाहाहा ।। इस आवाज़ के साथ ही सोशल मीडिया के नोटिफिकेशन्स की आवाज़ें भी आने लगती है और इन आवाज़ों में ही रॉकी के करियर के डाउन्फॉल का शोर भी सुनाई देने लगता है
सुबह के अख़बारों और सोशल मीडिया पर सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा था—सुपरस्टार रॉकी रघुवंशी। हर तरफ वही वीडियो वायरल हो रही थी जिसमें रॉकी किसी महिला के साथ अश्लील हालत में था। लेकिन खुद रॉकी को कुछ भी याद नहीं था।
रॉकी रघुवंशी अपनी आंखों में हल्की सी थकान और गहरी बेचैनी लिए, राकेश माधवानी के सामने बैठा था। ये वही रॉकी था जिसे कभी सिनेमा का शहंशाह कहा जाता था। आज वो सुपरस्टार था, लेकिन उसके चेहरे की चमक कहीं खो गई थी। उस वायरल वीडियो ने सब कुछ बदल दिया था।
राकेश, अपनी कुर्सी पर बैठा, रॉकी को ध्यान से देख रहा था। कुछ पल तक कोई कुछ नहीं बोला। कमरे में सन्नाटा था, लेकिन उस सन्नाटे में एक अजीब सा तनाव महसूस हो रहा था। रॉकी की आंखों में सवाल थे, और राकेश के पास शायद जवाब।
"राकेश...," रॉकी ने आखिरकार चुप्पी तोड़ी। उसकी आवाज़ में थकान थी, एक ऐसा भार जिसे वो उठा नहीं पा रहा था। "मुझे कुछ भी याद नहीं... उस रात मैं बहुत नशे में था।"
राकेश ने गहरी सांस ली, उसकी आंखों में गंभीरता थी। वो जानता था कि मामला आसान नहीं था। आज का दौर ऐसा था कि सच्चाई और झूठ के बीच की लकीर धुंधली हो गई थी। वायरल होती एक क्लिप, एक पल में पूरी जिंदगी बदल सकती थी।
"मुझे नहीं पता क्या हुआ था," रॉकी ने फिर से कहा, इस बार उसकी आवाज़ में हल्का गुस्सा और लाचारी भी थी। "मुझे नहीं समझ आता कि लोग कैसे इतनी जल्दी फैसला सुना देते हैं। क्या मैंने सच में कुछ किया है?"
राकेश ने उसकी बात को ध्यान से सुना। उसके चेहरे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं थी, लेकिन उसके दिमाग में हलचल चल रही थी। वो समझता था कि रॉकी का दर्द सिर्फ इस एक वीडियो का नहीं था। ये उन तमाम अफवाहों और झूठे इल्ज़ामों का नतीजा था जो सालों से उसके नाम से जुड़े थे।
राकेश : "तुम्हारी याददाश्त से फर्क नहीं पड़ता, रॉकी,"
राकेश ने ठंडे लेकिन साफ लहजे में कहा।
राकेश : "सच ये है कि हमें वो साबित करना है जो हुआ है, ना कि लोग क्या मानते हैं। ये केस सिर्फ तुम्हारा नहीं है, ये उस हर इंसान का केस है जो इस डिजिटल दुनिया में बिना सबूत के दोषी करार दे दिया जाता है।"
रॉकी ने एक फीकी हंसी के साथ सिर झुका लिया, जैसे उसे यकीन हो कि सच्चाई अब मायने नहीं रखती। "सच? लोगों को सिर्फ वही सच दिखता है जो स्क्रीन पर चलता है, राकेश।"
राकेश ने उसकी ओर झुकते हुए कहा,
राकेश : "इस बार हम स्क्रीन पर सच्चाई चलाएंगे। और ये साबित करेंगे कि सच्चाई अभी भी मायने रखती है, चाहे लोग कुछ भी कहें।"
कमरे में फिर से खामोशी छा गई। बाहर शहर की भागदौड़ चल रही थी, लेकिन इस कमरे के अंदर दोनों के बीच कुछ बड़ा तय हो रहा था। राकेश जानता था कि ये लड़ाई सिर्फ एक केस की नहीं थी, ये उस सच्चाई की थी जो आज के सोशल मीडिया और साइबर अपराध के दौर में खोती जा रही थी।
कोर्ट का कमरा हलचल से भरा हुआ था। हर कोई सुपरस्टार रॉकी रघुवंशी के केस की पहली सुनवाई का इंतजार कर रहा था। मीडिया से लेकर इंडस्ट्री के बड़े नाम सब मौजूद थे। ये सिर्फ एक स्टार की लड़ाई नहीं थी, ये इंडस्ट्री के सबसे बड़े विवादों में से एक बन चुकी थी।
राकेश माधवानी, कोर्टरूम में घुसते ही हर नजर उसकी तरफ मुड़ गई। उसकी चाल में वही पुराना आत्मविश्वास था, मगर आज का दिन अलग था। सामने खड़ा उसका पुराना दोस्त, अजित खंडेलवाल, जिसने कभी उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर केस लड़े थे, आज उसकी सबसे बड़ी चुनौती बन चुका था।
जज के आने से पहले, राकेश और अजीत की नजरें मिलीं। एक पल के लिए, सब कुछ थम गया। वो पुराना वक्त याद आ गया जब दोनों एक टीम हुआ करते थे। मगर अब? अब वो दोनों एक-दूसरे के खिलाफ खड़े थे।
जज मीरा के कुर्सी पर बैठते ही कोर्टरूम में सन्नाटा छा गया। अजीत ने खड़े होकर अपनी बात शुरू की, उसकी आवाज में वही पुरानी धार थी। "माय लॉर्ड," उसने कहना शुरू किया, "आज हम यहां सिर्फ एक वायरल वीडियो की बात नहीं कर रहे हैं। हम यहां एक ऐसे आदमी की बात कर रहे हैं जिसकी हरकतें सालों से इंडस्ट्री में बदनाम रही हैं। रॉकी रघुवंशी का नाम हर उस स्कैंडल से जुड़ा है, जो इस इंडस्ट्री को कलंकित करता है।"
अजीत की बातें जैसे-जैसे आगे बढ़ रही थीं, हर किसी की नजरें रॉकी पर टिक गईं। "रॉकी रघुवंशी," उसने हाथ से इशारा करते हुए कहा, "एक ऐसा शख्स जिसे लड़कियों का गलत फायदा उठाने के लिए जाना जाता है। ये वीडियो इस आदमी की सच्चाई का सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा है।"
राकेश अपनी जगह शांत बैठा था, उसकी आंखों में कोई हलचल नहीं थी। लेकिन अंदर ही अंदर वो इस लड़ाई के लिए तैयार हो रहा था। अजीत की बातें जारी थीं, और हर बार जब वो रॉकी को दोषी ठहराता, राकेश के मन में कुछ यादें ताजा हो जातीं। दोनों के बीच की पुरानी दोस्ती के वो पल, जब दोनों साथ खड़े होकर केस जीतते थे, आज धुंधले से लग रहे थे।
अजीत ने अपनी बात खत्म करते हुए कहा, "इस इंडस्ट्री में हम कई सालों से शोषण और बदनामियों को बर्दाश्त करते आए हैं, मगर अब वक्त आ गया है कि सच्चाई को सामने लाया जाए। रॉकी रघुवंशी को उसकी हरकतों की सजा मिलनी चाहिए।"
जज मीरा ने अजीत की दलील को ध्यान से सुना और फिर राकेश की ओर देखा, जैसे इशारे से कह रही हो—तुम्हारी बारी है।
राकेश उठने वाला ही था, लेकिन उसकी आंखों में एक हल्की सी मुस्कान थी। ये मुस्कान उस सच्चाई की थी, जो वो कोर्ट के सामने लाने वाला था।
कोर्टरूम में गहरा सन्नाटा था। अजित के तीखे शब्दों और रॉकी के खिलाफ लगाए गए इल्ज़ामों के बाद, सभी की नज़रें अब राकेश पर थीं। लेकिन राकेश, अपने पुराने दोस्त की दलीलों से विचलित नहीं हुआ। उसकी आंखों में वही आक्रोश था, जैसे उसे पता हो कि वो इस लड़ाई को कैसे मोड़ सकता है।
राकेश ने खड़े होते ही कोर्टरूम में फैली गंभीरता को तोड़ते हुए कहा,
राकेश : "माय लॉर्ड, अजित खंडेलवाल ने बहुत अच्छे से एक कहानी सुनाई है—एक ऐसा सुपरस्टार जो अपनी बदनामी के चलते इस मुकाम पर पहुंचा है। लेकिन आज हम यहाँ कहानियों के लिए नहीं, सच्चाई के लिए आए हैं।"
राकेश की आवाज़ में तीखापन था। उसने अपनी फाइल खोली और कहा,
राकेश : "सच्चाई ये है कि रॉकी रघुवंशी, चाहे जितना भी बदनाम हो, उसे बिना सबूतों के दोषी ठहराना न सिर्फ गलत है, बल्कि कानून के खिलाफ भी है। और सबसे बड़ा सवाल ये है, कि जिस वीडियो के आधार पर अजित ये केस लड़ रहे हैं, क्या वो वीडियो असली है?"
कोर्टरूम में हलचल शुरू हो गई। राकेश ने जारी रखा,
राकेश : "माय लॉर्ड, हम एक ऐसे दौर में जी रहे हैं, जहाँ डिजिटल मीडियम पर हम सब निर्भर हैं। पर आज का डिजिटल युग सिर्फ जानकारी तक सीमित नहीं, बल्कि एक बड़ा धोखा भी बन चुका है। हम सबने सुना है कि वीडियो मॉडिफिकेशन और डॉक्टरींग कितनी आसानी से हो सकती है। और ये केस, माय लॉर्ड, उस धोखे की सबसे बड़ी मिसाल हो सकता है।"
राकेश ने एक पल के लिए ठहर कर सबकी आँखों में देखा, फिर गहरी आवाज़ में कहा,
राकेश : "इसलिए मैं एक एक्सपर्ट पेश कर रहा हूँ, जो इस वीडियो के संभावित डॉक्टर्ड होने की बात करेगा। यह साइबर विशेषज्ञ हमें बताएंगे कि कैसे यह वीडियो एक मॉडिफिकेशन का नतीजा हो सकता है।"
तभी राकेश ने अपने साइबर विशेषज्ञ, अर्जुन मेहता, को बुलाया। अर्जुन ने कोर्टरूम में प्रवेश किया और गवाही देने के लिए खड़ा हुआ। राकेश ने कहा
राकेश : "अर्जुन," "आप कोर्ट को ये बताएं कि क्या इस वीडियो में किसी प्रकार की छेड़छाड़ की संभावना है?"
अर्जुन ने गंभीरता से जवाब दिया, "माय लॉर्ड, आज की तकनीक इतनी उन्नत हो चुकी है कि वीडियो को बेहद आसानी से बदला जा सकता है। बिना किसी ट्रेस के। इस वीडियो में कुछ खास पहलू हैं, जो यह संकेत देते हैं कि इसमें मॉडिफिकेशन की संभावना हो सकती है। हालांकि हमें इसे गहराई से जांचने की ज़रूरत है।"
राकेश की बात से अदालत में सन्नाटा छा गया। उसे पता था कि अभी उसके पास ठोस सबूत नहीं हैं, लेकिन इतना काफी था कि शक की सुई अजित के दावों पर उठे।
राकेश ने तीखे लहजे में कहा,
राकेश : "अभी तक इस वीडियो को सबने सच मान लिया है, लेकिन हकीकत ये है कि ये वीडियो पूरी तरह से नकली भी हो सकता है। जब तक हम इस बात का पुख्ता सबूत नहीं पाते कि वीडियो असली है, तब तक रॉकी रघुवंशी को एक साजिश का शिकार मानना चाहिए।"
कोर्टरूम में हलचल और बढ़ गई। राकेश का जवाब न सिर्फ आक्रामक था, बल्कि लोगों के दिमाग में शक पैदा कर चुका था। जज मीरा ने गहरी नजरों से सबको देखा, फिर अजीत की ओर इशारा करते हुए कहा, "मिस्टर खंडेलवाल, अब आप क्रॉस-एग्ज़ामिन कर सकते हैं।"
अजीत खंडेलवाल अपनी सीट से खड़ा हुआ। उसके चेहरे पर एक हल्की मुस्कान थी, जैसे उसे पता हो कि अब खेल उसके हाथ में है। उसने ठंडी, मगर धारदार आवाज़ में कहा, "माय लॉर्ड, अगर मैं इस केस को सही तरीके से देखूं, तो यह सिर्फ एक तकनीकी बहस में बदल रहा है। लेकिन हम सब जानते हैं कि तकनीक का दुरुपयोग करना कितना आसान है, और उसे सही तरीके से इस्तेमाल करना कितना मुश्किल। अब अगर मैं अर्जुन मेहता से कुछ सवाल पूछने की इजाज़त मांगूं..."
जज मीरा ने इशारा किया, और अजीत ने अपने सवालों की बौछार शुरू कर दी। उसने अर्जुन की तरफ देखा और बड़े ही आत्मविश्वास के साथ कहा, "मिस्टर मेहता, आपने अभी कहा कि इस वीडियो में मॉडिफिकेशन की संभावना है। क्या मैं ये मान लूं कि आप इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि ये वीडियो निश्चित तौर पर डॉक्टर्ड है?"
अर्जुन ने थोड़ी झिझक के साथ जवाब दिया, "जी, मैं इस वक्त सिर्फ संभावनाओं की बात कर रहा हूं। हमें इसे और गहराई से जांचना पड़ेगा।"
अजीत ने तीखी नजरों से अर्जुन की ओर देखा, फिर अदालत की तरफ मुड़ते हुए बोला, "सम्भावनाएं! यानी ये सिर्फ एक अटकल है। आपने इस वीडियो की जांच पूरी तरह से नहीं की है, और फिर भी आप इसे मॉडिफिकेशन के आधार पर खारिज करने की कोशिश कर रहे हैं। क्या आपको नहीं लगता कि इस वक्त बिना सबूत के यह कहना बेहद गैरजिम्मेदाराना है?"
अर्जुन थोड़ा असहज हो गया। "मैंने ये नहीं कहा कि ये वीडियो नकली है," उसने कहा, "मैं सिर्फ तकनीकी पहलुओं की बात कर रहा हूं।"
अजीत ने तुरंत उस पर वार किया, "तो आप ये मानते हैं कि इस वीडियो में ऐसा कुछ नहीं है जो निश्चित रूप से इसे नकली साबित कर सके?"
अर्जुन ने थोड़ा रुकते हुए कहा, "अभी तक नहीं। हमें और जांच की ज़रूरत है।"
अजीत ने एक विजयी मुस्कान के साथ कहा, "समझा। यानी अभी तक जो कुछ कहा गया है, वो सिर्फ कयासों पर आधारित है। कोई ठोस सबूत नहीं।"
वो अदालत की तरफ मुड़ते हुए बोलने लगा, "माय लॉर्ड, मुझे यह समझ नहीं आता कि जब एक सबूत सामने है, जिसे सभी ने देखा है, और जिसकी सच्चाई को कोई नहीं झुठला पाया है, तब क्यों हम इसे नकली मानने के लिए मजबूर हो रहे हैं? यह वीडियो तब तक असली माना जाएगा जब तक कि इसके खिलाफ ठोस सबूत नहीं आता। और फिलहाल, यहां कोई ठोस सबूत नहीं है। सिर्फ अटकलें हैं, और अटकलें अदालत में कोई जगह नहीं रखतीं।"
अदालत में हलचल शुरू हो गई थी। अजीत ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, "हम यहां एक इंसान की बदनामी की बात कर रहे हैं, लेकिन हम यह भूल रहे हैं कि उस बदनामी के पीछे सच्चाई हो सकती है। इस वीडियो में जो दिखाया गया है, वो सच हो सकता है। और जब तक इसे पूरी तरह से गलत साबित नहीं किया जाता, तब तक हम इसे सच मानेंगे।"
अजीत ने अपने हाथ में कागज़ उठाते हुए कहा, "माय लॉर्ड, मेरे पास कई और गवाह हैं जो रॉकी रघुवंशी के अतीत को लेकर बयान देंगे। उनके चरित्र की सच्चाई को उजागर करेंगे। और यह साबित करेंगे कि ये वीडियो सिर्फ एक संयोग नहीं, बल्कि रॉकी के व्यवहार का ही हिस्सा है।"
अदालत का माहौल पूरी तरह से बदल चुका था। अजीत ने बड़ी चालाकी से अर्जुन की गवाही को कमजोर कर दिया था। राकेश ने ये महसूस किया कि ये मामला अब और पेचीदा हो गया है। उसे पता था कि अजीत ने सिर्फ वीडियो की सच्चाई पर ही नहीं, बल्कि रॉकी के पूरे व्यक्तित्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जज मीरा ने कागज़ों पर नजर डाली, फिर कहा, "अगली सुनवाई में, हम इस केस के आगे के तथ्यों पर गौर करेंगे। फिलहाल, अदालत स्थगित की जाती है।"
अदालत स्थगित होने के बाद राकेश कोर्टरूम से बाहर निकला। अजीत ने अपने तीखे तर्कों से कोर्ट का माहौल पूरी तरह बदल दिया था। राकेश के चेहरे पर गंभीरता थी, लेकिन उसकी चाल में अब भी वही दृढ़ता थी। जैसे ही वह अपने ऑफिस की ओर बढ़ा, उसका फोन बजा।
"हां, आरव?" राकेश ने फोन उठाते हुए कहा।
दूसरी तरफ से आरव की आवाज़ आई, "सर, मुझे कुछ ऐसा मिला है जो शायद इस केस को पलट सकता है।"
राकेश कुछ पल के लिए रुका, उसकी आंखों में हलचल हुई। "क्या मिला है?" उसने उत्सुकता से पूछा।
आरव की आवाज़ में जोश था, "वो वीडियो... जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है... मैंने उस क्लिप का एक हिस्सा ट्रैक किया है। वो पूरी तरह से असली नहीं है। इसे अलग-अलग जगहों से जोड़ा गया है।"
राकेश ने एक पल के लिए चुप रहकर सुना। उसकी आंखों में एक चमक आई, और चेहरे पर हल्की सी मुस्कान उभर आई।
"अच्छा," उसने धीरे से कहा, जैसे उसे यकीन हो गया हो कि अब खेल उसके हाथ में है। "अब ये केस और दिलचस्प हो गया है। अच्छा काम किया, आरव। हम अगले कदम की तैयारी करते हैं।"
राकेश ने फोन काटा और एक आखिरी नजर कोर्टरूम की तरफ डाली। उसकी मुस्कान गहरी हो गई थी। अब अगली सुनवाई में मामला पूरी तरह से पलटने वाला था। जानने के लिए पढ़ते रहिए।
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