मित्रों और हमारी पोटेंशियल गर्लफ्रेंडों!
गाँव से उठकर हमारे जैसे गरीब लोग शहर यह उम्मीद लेकर आते हैं कि यहाँ आते ही रातों-रात हमारी किस्मत बदल जाएगी और हम पर पैसों की बरसात होने लगेगी, लेकिन बड़े शहर आकर पता चलता है कि रातों-रात यहाँ कोई अमीर नहीं बनता...
बल्कि यहाँ तो रातों को नींद ही पूरी नहीं होती, पैसा कहाँ से कमाएँगे लोग! यहाँ रातभर लोग या तो पार्टी करते हैं या फिर अपने बॉस का काम, जिसका पैसा भी बॉस ही कमाता है।
हमारे गाँव बखेड़ा में कहते हैं कि बंद आँखों से सपने देखे जाते हैं पर सपने पूरे खुली आँखों से किए जाते हैं। शहर आकर पता चला कि ये सब बकवास बातें हैं, वरना इन्सोम्निया वाले लोग दुनिया में सबसे ज़्यादा अमीर ना हो जाते? गाँववालों को लगता है कि शहरवालों की लाइफ कितनी हैपनिंग होती है क्योंकि उन्हें किसी का कर्ज़ा नहीं चुकाना होता।
अजी, सच तो यह है कि शहरवाले गाँववालों से ज़्यादा कर्ज़े में डूबे हुए हैं, बस फ़र्क इतना है कि ये एक सोफिस्टिकेटेड सोसाइटी में रहते हैं इसलिए ये अपने कर्ज़े को इएमआई कहते हैं।
शहरवालों की पूरी ज़िंदगी इएमआई पर चलती है... इनके घर, मोबाइल, गाड़ियाँ, कपड़े... यहाँ तक कि अब तो लोगों के गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड भी ईएमआई पर आने लग गए हैं।
इसलिए महाराज, शहर आते ही लोग रातों-रात अमीर नहीं बन जाते, वो बस अमीर दिखते हैं। एक रात में आप गाँव में लाखों की ज़मीन के मालिक से शहर के बैंकों के कर्ज़दार हो जाते हैं और फिर उस एक रात की भरपाई करने में सारी ज़िंदगी निकल जाती है।
ऐसी ही एक रात आई थी हमारी कहानी के हीरो शौर्य की ज़िंदगी में। नहीं, नहीं, शौर्य पर किसी का कर्ज़ा नहीं चढ़ा था। वो तो अमीर बाप की औलाद है। बस महाराज, समझ लो उस पर साढ़े साती चढ़ गई थी, जो कब उतरेगी किसी को नहीं पता। अगर यह गाँव की घटना होती तो मैं कहानी की शुरुआत ऐसे करता कि यह उस काली रात की बात है लेकिन यह शहर की घटना है और शहर में ट्वेंटी-फोर सेवन बिजली रहती है, इसलिए इस कहानी की शुरुआत मैं ऐसे करूँगा कि...
यह उस स्ट्रीट लाइट्स से चमचमाती रात की बात है, जब शौर्य अपनी हॉट गर्लफ्रेंड ज़ोया के साथ अपनी लग्ज़रीयस कार में अपने दोस्त रोहन को पिक करने गया। शौर्य की लग्ज़री कार बड़े शहर की सड़कों पर चिंगारियां निकालती हुई जा रही थी। जैसे ही शौर्य रोहन के आलिशान बंगले के नीचे पहुँचा उसने रोहन को कॉल किया और उस आलिशान बंगले से बाहर आया, 32 वर्षीय रोहन..
जिसके जेल वाले बाल, प्रोटीन वाली बॉडी और ज़ुबान का अमेरिकन एक्सेंट साफ बता रहा था कि वह भी शौर्य से पैसों के मामले में कम नहीं है। शौर्य ने रोहन को हाई फाइव दिया और वो दोनों कस के गले लगे। उनके बीच का ब्रोमांस देखकर ज़ोया भौजी को बहुत जलन हुई क्योंकि शौर्य हमेशा अपने बेस्ट फ्रेंड को अपनी गर्लफ्रेंड से ऊपर प्रेफेरेंस देता था। रोहन के आते ही शौर्य ने ज़ोया भौजी को कार की पीछे वाली सीट पर बैठने के लिए कहा। भौजी बोलीं, “बेबी, आर यू सीरियस? मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूं! तुम मुझे पीछे वाली सीट पर बैठने के लिए कैसे कह सकते हो? आई एम योर गॉड डैम पैसेंजर प्रिन्सेस!”
शौर्य: “यस बेब, यू आर माय पैसेंजर प्रिन्सेस! बट मैंने तुम्हें बताया था ना कि रोहन का फ्रेश ब्रेकअप हुआ है। उसे अभी सहारे की जरूरत है और वैसे भी पीछे वाली सीट पे अकेले उसे क्लॉस्ट्रोफोबिक फील होता है।”
ज़ोया भौजी फिर से तिरछा मुँह बनाकर बोलीं, “यू नो बेबी, तुम्हारा ये बेस्टफ्रेंड ना मुझे सौतन वाली फीलिंग देता है।”
ज़ोया भौजी शौर्य को ताना मार के और रोहन को एटीट्यूड भरा लुक देकर पीछे वाली सीट पर बैठ गईं। शौर्य ने अपनी लग्ज़री कार का गियर डाला और ज़ोर से चिल्लाया…
शौर्य: “ओके गाइज़! रेडी फॉर द बिग नाइट आउट!”
=
जितनी ज़ोर से मेरे गाँव बखेड़ा में ज़मीनदार लोन वापस न मिलने पर कर्ज़दार के पैर मारता है, उतनी ही ज़ोर से शौर्य ने अपनी गाड़ी के एक्सीलेरेटर पर पैर मारा और गाड़ी दिल्ली की सड़कों पर शूँ करते हुए दौड़ने लगी। पहले उन्होंने एक महंगे क्लब से ढेर सारी महंगी दारू गटक ली और उसके बाद जब दारू फुल दिमाग पर चढ़ गई तो रोहन की एक्स गर्लफ्रेंड को अंग्रेजी में बीप बीप वाली गालियां और गोल्डडिगर जैसे खिताब देकर सम्मानित किया। फिर वो लॉन्ग ड्राइव पर निकले। शौर्य की गाड़ी के मीटर की सुई कांप रही थी। पिछली सीट पर बैठी ज़ोया भौजी दारू में धुत, मुँह फाड़ के चिल्ला रही थीं। रोहन ने भी सीट बेल्ट उखाड़ के फेंक दी थी क्योंकि रोड सेफ्टी तो बस एड में ही अच्छी लगती है..
असल जिंदगी में कौन फॉलो करता है! शौर्य की गाड़ी हाईवे पर अंगार उगल रही थी। तभी गाड़ी ने टेकऑफ़ किया और उड़ती हुई फुल स्पीड में सीधा बैरिकेड से टकराई और सब कुछ स्लो मोशन में चला गया। ज़ोया भौजी, जो मुँह फाड़ कर चिल्ला रही थीं अब उसी फटे मुँह से उल्टी करने लगीं। रोहन जिसने सीट बेल्ट निकाल कर फेंक दी थी वो सीधा गाड़ी की विंडस्क्रीन पर मारी हुई मक्खी की तरह जाकर चिपक गया और शौर्य की गाड़ी जो सड़कों पर अंगार उगल रही थी उसके टायरों में सच में आग लग गई और फायर एक्सटिंग्विशर मारकर उसे बुझाना पड़ा। खुशनसीबी से किसी को कोई गहरी चोट नहीं आई। हाँ, बदनसीबी से ये खुशनसीबी बस इतनी ही थी क्योंकि शौर्य की गाड़ी जिस बैरिकेड में क्रैशलैंड हुई थी वो पुलिस का था। पुलिस ने शौर्य को ड्रंक एंड ड्राइव केस में अरेस्ट कर लिया और उसे थाने ले गए। इन सबके बीच, शौर्य के माथे पे एक टेंशन की लकीर नहीं थी। बल्कि वो तो स्माइल कर रहा था। फटी थी तो रोहन की.. वो शौर्य से बोला, “ब्रो तुझे टेंशन नहीं हो रही?”
शौर्य: चिल्लैक्स बडी! अभी थोड़ी देर में डैड आएंगे और मुझे यहाँ से ले जाएंगे। छोटा सा एक्सिडेंट ही तो हुआ है। इट्स ड्रंक एंड ड्राइव.. कौनसा हिट एण्ड रन का केस है! सो टेक अ चिल पिल! इंस्पेक्टर, कैन आई गेट अ ग्लास ऑफ वाटर प्लीज!
इंस्पेक्टर ने शौर्य की ओर बड़े प्यार से देखा और कहा… “कौनसा पानी लेंगे सर.. फिनले या एक्वामाइन?”
शौर्य: यू नो व्हाट! पानी रहने दो। मुझे और मेरे बडी को एक-एक बीयर ला दो.. चिल्ड!
इंस्पेक्टर के हाव-भाव कुछ ठीक नहीं लग रहे थे। उसने अपनी एक आईब्रो उठाई और पूछा, “साथ में चखना भी ला दूँ सर? रे नानी घर नहीं आया है तू छोरे! तमीज़ से टिकजा नहीं तो तेरी भूतनी फूला दूँ!”
इंस्पेक्टर की प्यार भरी आवाज़ में गुस्सा सुनकर शौर्य चौंक गया।
शौर्य: हैलो ऑफिसर! आप मुझसे ऐसे बात नहीं कर सकते! आप जानते नहीं हैं मेरे डैड कौन है?
इंस्पेक्टर गुस्से में बोला, “बेटा यो थाना है.. यहाँ पे तो बस एक ही डैडी होवे है और वो हूँ मैं! अब मैं तेरे पिछवाड़े में डंडा डाल के तुझे जंगल में मोर बना के नचाऊँ, उससे पहले जाकर अपनी रामप्यारी ने सीट पे गाड़ दे।”
शौर्य डर के मारे वापस सीट पे जाकर बैठ गया। रोहन बेचारे को इंग्लिश के अलावा कुछ आता नहीं था। इसलिए उसने पूछा, “डूड व्हाट इज़ रामप्यारी?”
शौर्य: नो आइडिया बडी। पक्का कुछ धार्मिक होगा!
शौर्य और रोहन दोनों ने अपने-अपने भगवान को याद किया और थोड़ी देर के बाद नितिन चचा थाने पहुँच गए। मित्रों अगर ये गाँव होता तो थाने में अपने पिताजी को देखकर किसी भी बच्चे की हवा टाइट हो जाती क्योंकि गाँव वाले बच्चे को पता होता है कि पुलिस भले ही एक बार को माफ कर दे पर गाँव का बाप तो 100 पर्सेन्ट सुताई करेगा ही करेगा, अब चूंकि शौर्य शहर का अमीरज़ादा है इसलिए वो अपने डैडी को देखकर बहुत खुश हुआ!
शौर्य: डैड अच्छा हुआ आप आ गए। अब जल्दी से इस इंस्पेक्टर के मुँह पर रिश्वत मारिये और टेक मी आउट ऑफ दिस थाने। यहाँ तो टॉयलेट भी इंडियन है।
डैडी कूल बोले, “डोन्ट वरी शौर्य! मैं आ गया हूँ ना! सब ठीक हो जाएगा! इंस्पेक्टर, टेल मी कितने पैसे चाहिए आपको और केस रफा-दफा कीजिये।”
इंस्पेक्टर ने भी अपनी असलियत दिखा ही दी। वो बड़े चौक में बोला, “रंजन साहब केस तो रफा-दफा हो जाएगा पर 2 करोड़ लगेंगे!”
डैडी कूल अमीर जरूर थे लेकिन दिमाग वाले, इंस्पेक्टर से उन्होंने चौकते हुए पूछा, “2 करोड़! एक ड्रंक एंड ड्राइव केस के इतने पैसे?”
इंस्पेक्टर फिर एक्सप्लेन मुद्रा में आ गया, “ना ना। ड्रंक एंड ड्राइव का रेट तो fix है जी.. 2 लाख। ये बाकी के तो ड्रग्स का केस रफा-दफा करने के हैं और आपके छोरे का फर्स्ट टाइम है इसलिए आपको स्पेशल डिस्काउंट भी दे रहा हूँ!”
ड्रग्स का नाम सुनते ही भौचक्के रह गए नितिन चचा! वो शौर्य की तरफ घूमे और कहने लगे, “शौर्य मुझे पता था कि तुम आइयाश हो, पर ड्रग्स?”
शौर्य: नहीं डैड! दिस इंस्पेक्टर इस लाइइंग। मैंने कोई ड्रग्स नहीं लिए। कार में कोई ड्रग्स नहीं थे।
इंस्पेक्टर ने मौके पे चौका मारा और टेबल से एक नमक जैसी दिखने वाली छोटी सी पुड़िया उठाते हुए बोला, “तो यो के है? ‘
इतना ही नहीं था, एक के बाद एक वो पुड़िया दिखाता ही गया, जिनमें कैप्सल, गोलियाँ, इंजेक्शन, सिरप सबकुछ था। अपनी बात साबित करने के लिए इंस्पेक्टर ने गाड़ी में से ड्रग्स बरामद करने की वीडियो भी दिखाई नितिन चचा को। शौर्य को अपनी आँखों पर यकीन नहीं हो रहा था।
नितिन चचा को गुस्सा तो बहुत आया शौर्य पे लेकिन क्या करें.. है तो उनका अपना ही बाउआ, तो उन्होंने इंस्पेक्टर को 2 करोड़ दिए और केस को रफा-दफा करने का वादा लिया। शौर्य, रोहन और जोया भौजी आज़ाद हो गए और नितिन चचा ने शौर्य को हाउस अरेस्ट पर डाल दिया। उन्हें लगा कम से कम उनके बाउआ का फ्यूचर तो बर्बाद नहीं हुआ।
अगले दिन शौर्य हर न्यूज़ चैनल की ब्रेकिंग न्यूज़ बना हुआ था। उसकी गाड़ी से ड्रग्स बरामद करते हुए की वीडियो और इंस्पेक्टर की रिश्वत लेते हुए की वीडियो पूरे इंटरनेट पे ट्रेंड कर रही थी। शौर्य को यकीन नहीं हुआ कि ये सब लीक कैसे हो गया? नितिन चचा के घर के बाहर मीडिया वालों का मेला लग गया।
जो शौर्य को पहले ही नशेड़ी, चरसी, ड्रगलॉर्ड और ना जाने क्या-क्या घोषित कर चुके थे। शौर्य के जख़्म भरे भी नहीं थे कि उसके जख़्म पर प्याज़ का तड़का लग गया जब उसने सोशल मीडिया पर रोहन और जोया भौजी की मंगनी की फोटो देखी। उसका बेस्ट फ्रेंड और उसकी हॉट गर्लफ्रेंड उसी को धोखा दे गए। दोस्त-दोस्त ना रहा .. भौजी-भौजी ना रही महराज! नितिन चचा को अपने सूत्रों से पता चला कि शौर्य की गाड़ी में ड्रग्स रखने वाला रोहन ही था और उसकी वीडियो इंटरनेट पे लीक करने वाली जोया एक्स-भौजी थी। ये उन दोनों की मिली भगत थी, शौर्य को बर्बाद करने की ताकि वो एक हो सकें। इससे पहले शौर्य जोया एक्स-भौजी और रोहन की शादी में जाकर चन्ना मेरेया गाता, नितिन चचा ने उसे इस झमेले से निकालने के लिए एक फैसला लिया। वो बड़े हैवी हार्ट से बोले, “शौर्य तुम्हें गाँव जाना होगा!”
तो गुरु ऐसे शुरू हुई शौर्य की गाँव आने की दास्तान...
क्या शौर्य कभी अपनी बेगुनाही मीडिया वालों को साबित कर पाएगा?
आखिर कब तक शौर्य को गाँव में रहना पड़ेगा?
सब कुछ बताएंगे महराज.. गाँववालों के अगले चैप्टर में!
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