वान्या ने वरुण को अलमारी से रुपए चुराते हुए रंगे हाथों पकड़ा और सिक्युरिटी गार्ड्स को बुलाया। वान्या को जब भी कोई धोखा देता था तो उसे बहुत गुस्सा आता था| सिक्यूरिटी गार्ड्स वरुण को पकड़ कर रूम से बाहर ले जा रहे थे| तभी मिस्टर रायजादा ने ऊँची आवाज में उनको रोका,
मिस्टर रायजादा (ऊँची आवाज में) – रुक जाओ| कब से बोलने की कोशिश कर रहा हूँ लेकिन कोई बोलने ही नहीं दे रहा है| वान्या, वरुण ने कोई चोरी नहीं की है|
वान्या – पापा आप बहुत भोले हो| आप नहीं जानते इसको| अभी आप सो रहे थे तभी ये लड़का अलमारी से कैश निकाल रहा था| मैंने खुद इसे रंगे हाथों पकड़ा है| इसे तो पुलिस के दो डंडे पड़ेंगे तब जाकर इसकी अक्ल ठिकाने आएगी|
वान्या की बातें सुनकर वरुण उसे गुस्से में देख रहा था| अपने ऊपर चोरी के इल्ज़ाम की वजह से वरुण का पारा चढ़ गया था| वान्या ने सिक्यूरिटी गार्ड्स को आँख से इशारा किया| सिक्यूरिटी गार्ड्स वरुण को दोबारा रूम से बाहर निकालने लगे। मिस्टर रायजादा ने उन्हें रोका और सच बताया।
मिस्टर रायजादा – छोड़ दो वरुण को और तुम दोनों बाहर चले जाओ| कोई भी वरुण को रूम से बाहर नहीं निकालेगा| वान्या, अब मेरी पूरी बात सुनो| वरुण ने कोई चोरी नहीं की है| उसने जब अलमारी खोली तो कैश ठीक से नहीं रखा था। उसने मुझे उठाया और मुझे बता कर पूरा कैश ठीक से रख रहा था| उसने एक भी नोट अपने पास नहीं रखा। तुम्हें मेरी बात पर भी भरोसा ना हो तो पूरा कैश गिन सकती हो| तुम बेवजह वरुण पर चोरी का इलजाम लगा रही हो| एक सेकंड के लिए तुमने उसे अलमारी से कैश निकालते हुए देखा और आगे बिना कुछ देखे-समझे ही उसपर इल्ज़ाम लगा दिया। ये सही नहीं है बेटा।
वान्या (धीरे से ) – कैश गिनने की कोई जरूरत नहीं है| मुझे आप पर पूरा भरोसा है|
वान्या सोचने लगी कि उसने वरुण को गलत जज कर लिया| वो वरुण से नज़रें नहीं मिला पा रही थी हालाँकि उसकी बेगुनाही साबित होने के बाद भी वान्या को उस पर भरोसा नहीं था| उसे अभी भी वरुण पर डाउट था कि वो दूसरे लड़कों की तरह है जिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता| मिस्टर रायजादा को वरुण के लिए बुरा लग रहा था| उन्होंने वान्या को माफ़ी मांगने के लिए कहा,
मिस्टर रायजादा – वान्या, तुमने वरुण के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया है| इससे मेरे दिल को भी बहुत ठेस पहुंची है| तुम्हें वरुण से माफ़ी मांगनी चाहिए|
वान्या अपने पापा की बात सुनकर चौंक गयी| वो वरुण को सॉरी बोलने के बारे में सोच भी नहीं सकती थी लेकिन वो कभी भी अपने पापा की बात टालती नहीं थी| उसने हिचकिचाते हुए कहा,
वान्या (हिचकिचाते हुए) – मैंने जो भी तमाशा किया वो गलत था| मेरी वजह से पापा, आप के दिल को ठेस पहुंची उसके लिए सॉरी| मैं आज के बाद कभी भी ऐसी गलती नहीं करुँगी|
ये कहकर वान्या रूम से बाहर चली गयी| मिस्टर रायजादा ने उसको आवाज दी लेकिन वो नहीं रुकी| उन्होंने खुद वरुण से माफ़ी मांगी,
मिस्टर रायजादा (माफ़ी मांगते हुए)– वान्या की तरफ से मैं तुमसे माफ़ी मांगता हूँ| उसने बेवजह तुम्हारी ईमानदारी पर ऊँगली उठाई| वैसे वान्या दिल की बुरी नहीं है| उसे लगता है कि सारे लड़के चीटर और बुरे होते हैं| मैंने उसे बहुत बार समझाया कि सब एक जैसे नहीं होते लेकिन वो कभी मेरी बात नहीं सुनती| खैर, तुम आराम से सो जाओ और उसे मेरी खातिर माफ कर दो।
वरुण – सर, आपको माफ़ी मांगने की जरुरत नहीं है और ना ही वान्या जी को है| जिस तरह से मैं अलमारी से पैसे निकाल रहा था, किसी को भी ग़लतफहमी हो सकती थी| चलिए अब आप सो जाइये, कल आप के लिए एक सरप्राइज़ है|
जैसे ही वरुण ने सरप्राइज़ के बारे में कहा मिस्टर रायजादा एकदम से इक्साइटेड हो गए| वो एक बच्चे की तरह सरप्राइज़ के बारे में पूछने लगे लेकिन वरुण ने बताने से मना कर दिया और अपने बेड पर आकार लेट गया| वो वान्या के बारे में सोचने लगा| उसने मिस्टर रायजादा के सामने वान्या को माफ़ करने की बात भले ही कही हो लेकिन वो अंदर ही अंदर उस से नफरत करने लगा था| उसके लिए वान्या एक अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलाद थी जो सब को खुद से नीचे समझती थी| अगले दिन वरुण मिस्टर रायजादा को wheelchair पर बिठा कर रूम से बाहर ले गया|
मिस्टर रायजादा – वरुण, मुझे कहाँ ले जा रहे हो?
वरुण ने उनके सवाल का कोई जवाब नहीं दिया| वो बस मुस्कुराते हुए उन्हें बाहर ले जा रहा था| मिस्टर रायजादा अपने रूम से बाहर निकल कर खुश थे| पिछले 4-5 दिनों से एक रूम में बैठ कर वो परेशान हो गए थे| वरुण उन्हें घर के बाहर ले आया और उन्हें गार्डन में इधर से उधर घुमाने लगा। मिस्टर रायजादा बाहर की खुली हवा में घूम कर खिलखिलाने लगे| उन्हें महसूस हो रहा था कि उनके दिमाग के सारे तार खुल चुके हों|
मिस्टर रायजादा (खुश होकर) – थैंक यू सो मच वरुण| तुम नहीं जानते कि तुमने इस वक्त कितना बड़ा काम कर दिया| कितने दिनों से मैं रूम में एसी की हवा खा-खा कर तंग आ गया था| आज शुद्ध हवा में घूम कर बहुत अच्छा लग रहा है| मैंने जब ये घर बनवाया था, तो ये साथ में गार्डन भी बनवाया था| वान्या की माँ को ये गार्डन बहुत पसंद था लेकिन मैं काम में इतना बिज़ी रहता था कि कभी इस गार्डन में दो मिनट उसके साथ बैठ भी नहीं पाया|
वरुण – अब से रोज़ सुबह हम गार्डन में घूमने आयेंगे सर और मैम की अधूरी विश को पूरा करेंगे|
वहीं वान्या सुबह उठ कर अपने पापा के कमरे में उनसे मिलने गई तो उसने देखा कि उसके पापा और वरुण दोनों कमरे में नहीं थे| वो परेशान होकर पूरे घर में यहाँ से वहां दौड़ने लगी| तभी उसे एक सर्वेंट ने बताया कि वरुण मिस्टर रायजादा को wheelchair पर बिठा कर घर के बाहर ले गया है| वान्या दौड़ती हुई घर के बाहर पहुंची| वो वरुण को फटकार लगाने वाली थी लेकिन तभी उसकी नज़र अपने पापा पर गयी| मिस्टर रायजादा गार्डन में घूमते हुए बहुत खुश दिख रहे थे| वान्या उन्हें खुश देखकर अपना गुस्सा भूल गई। वो जानती थी कि जब से वो हॉस्पिटल से वापस लौटे है तब से वो काफी परेशान थे| वान्या उनके पास गयी और मुस्कुराते हुए बोली,
वान्या (मुस्कुराते हुए) – गुड मोर्निंग पापा| क्या बात है आज सुबह-सुबह गार्डन में घूम रहे हैं?
मिस्टर रायजादा (मुस्कुराते हुए) – वरुण मुझे गार्डन में ले आया| बाहर की हवा महसूस कर के मुझे बहुत अच्छा लग रहा है|
वान्या ने अपने पापा को हग किया और वो ऑफिस के लिए निकल गयी| जाते वक्त उसने वरुण को देखकर हलकी सी स्माइल दी| वरुण की वजह से ही मिस्टर रायज़ादा के चेहरे पर मुस्कान थी| इस वजह से वान्या भी खुश थी| वरुण वान्या को मुस्कुराते देख हैरान था| वो मन ही मन सोचने लगा कि वान्या जैसी लड़की मुसकुराती भी है? वो काफी देर तक मिस्टर रायजादा को गार्डन में घूमाता रहा| जब धूप तेज़ हो गयी, वो उन्हें वापस उनके रूम में ले गया| दोपहर को जब मिस्टर रायजादा लंच कर रहे थे तभी वरुण भी उनके पास बैठा था। तभी उसे उसके दोस्त पृथ्वी का कॉल आया| पृथ्वी काफी परेशान था| वो अपनी परेशानी वरुण को बताने लगा| वरुण भी उसकी बात सुनकर हैरान रह गया।
वरुण (shocked होकर) – क्या बात कर रहे हो पृथ्वी? वो ऐसा कैसे कर सकती है? उसने गलती नहीं बल्कि क्राइम किया है|
पृथ्वी ने कहा, “वरुण, मुझे तो बहुत डर लग रहा है| वो कहीं बड़ा तमाशा ना खड़ा कर दे| तुम प्लीज़ मेरे ऑफिस आ जाओ ना| तुम साथ रहोगे तो मुझे थोड़ी हिम्मत मिलेगी|”
वरुण अपने दोस्त की मदद करना चाहता था लेकिन उसे बाहर जाना मुश्किल लग रहा था| वान्या ने उसको चौबीस घंटे मिस्टर रायजादा के साथ रहने के लिए कहा था| वो हिचकिचाते हुए बोला,
वरुण (हिचकिचाते हुए) – सॉरी पृथ्वी, मैं भी इस वक्त तुम्हारे साथ रहना चाहता था लेकिन तुम्हें तो पता ही है ना मेरी जॉब के बारे में। मैं नहीं आ सकता|
पृथ्वी वरुण के मुंह से ना सुनकर निराश हो गया| उसने कॉल कट कर दिया| मिस्टर रायजादा खाना खाते हुए वरुण की सारे बातें सुन रहे थे| उसको परेशान देख कर वो समझ गए कि उसका दोस्त किसी बड़ी प्रॉब्लम है।
मिस्टर रायजादा – अगर तुम चाहो तो अपने फ्रेंड के पास जा सकते हो| तुम्हें पूरा दिन मेरे पास रहने की जरुरत नहीं है| कुछ टाइम के लिए सर्वेंट संभाल लेंगे| तुम्हारी भी अपनी ज़िन्दगी है| जब भी मन करे तुम अपने फ्रेंड्स और फ़ैमिली से मिलने जा सकते हो और चिंता मत करो, मैं वान्या को कुछ नहीं बताऊँगा।
वरुण (ख़ुशी से) – थैंक यू सो मच सर| अपने दोस्त से मिलना बहुत जरुरी है| मैं जल्द ही वापस लौट आऊंगा|
वरुण के दिमाग में अमीर लोगों की बहुत बुरी इमेज थी लेकिन मिस्टर रायजादा ने उसकी सोच कुछ हद तक बदल दी थी| वरुण जल्दी से काम ख़त्म कर के पृथ्वी के ऑफिस पहुँच गया| वहीं दूसरी ओर वान्या ऑफिस में काम कर रही थी तब उसे भूमिका का कॉल आया| उसने बताया कि उन दोनों की फ्रेंड निशा ने सुसाइड एटेम्पट किया है और वो hospital में admitted है| ये सुनकर वान्या को बहुत बड़ा झटका लगा| वो निशा से मिलने फ़ौरन हॉस्पिटल पहुंची| वहां पहुँच कर उसे पता चला कि निशा ने ब्लेड से अपने हाथ की नस काटने की कोशिश की|
वान्या (परेशान होकर) – निशा, ये तुमने क्या कर दिया? ऐसी कौन सी बात हो गयी जो तुम अपनी जान लेना चाहती हो?
निशा रोते हुए बोली, “क्या बताऊँ वान्या? मैंने जिस लड़के से इतना प्यार किया उसी ने मुझे धोखा दिया| मैंने उसको होटल में दूसरी लड़की के साथ रंगे हाथों पकड़ा| मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा कि क्या करूँ?”
जैसे ही निशा ने चीटिंग की बात की, वान्या का चेहरा गुस्से से लाल हो गया| वो अपना हाथ मसलने लगी| उसने निशा का हाथ पकड़ा और उसको भरोसा दिलाते हुए बोली,
वान्या (भरोसा दिलाते हुए) – तुम टेंशन मत लो निशा| मैं तुम्हारे बॉयफ्रेंड को सबक सिखा कर रहूंगी| आज के बाद वो किसी लड़की के साथ चीट करने के लायक नहीं होगा|
वान्या ने मन ही मन ठान लिया था कि आज वो निशा के बॉयफ्रेंड को सबक सिखाएगी कि एक लड़की को धोखा देने का अंजाम क्या होता है|
वान्या, निशा के बॉयफ्रेंड के साथ क्या करने वाली है? क्या वरुण अपने काम से वान्या का दिल जीत पाएगा?
जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।
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