वान्या निशा की पोल खुलने के बाद से काफी परेशान थी| उसे अब बुरा लगने लगा क्योंकि उसने सच्चाई जाने बिना ही वरुण को judge कर लिया था और job से भी निकाल दिया था। वो अपनी गलती सुधारना चाहती थी लेकिन कैसे? ये उसे समझ नहीं आ रहा था।
वान्या (गिल्टी) – यार भूमिका, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गयी| इस वक्त मुझे खुद पर गुस्सा आ रहा है कि मैंने निशा की झूठी बातों पर यकीन कर लिया और एक बेगुनाह को job से निकाल दिया| मेरा assistant बता रहा था कि वरुण के घर के हालात ठीक नहीं हैं और उसे पैसों की सख्त जरूरत है| भूमिका तुम ही बताओ मुझे क्या करना चाहिए?
भूमिका भी सोचने लगी कि वान्या को क्या करना चाहिए| उसे सिर्फ यही सही लग रहा था कि वान्या वरुण को वापस job पर रख ले| उसने वान्या से कहा, “अगर तुमने गलती की है तो उस गलती की माफ़ी भी मांगनी चाहिए| तू इसी वक्त वरुण के घर जा और उसे sorry बोल। I am sure की वो समझेगा कि तुझे गलतफहमी हुई थी, जानबूझकर तूने उसे job से नहीं निकाला।”
वान्या के दिमाग में भी यही बात चल रही थी लेकिन उसका ego उसे वरुण से माफ़ी मांगने के लिए मना कर रहा था| उसने आज से पहले किसी लड़के से माफ़ी नहीं मांगी थी| उसने भूमिका का idea मानने से मना कर दिया| भूमिका ने वान्या को समझाया कि उसे वरुण से माफ़ी अपने पापा के लिए मांगनी है| उसके पापा को वरुण की ज़रूरत ज्यादा है और भूमिका की इस बात को वान्या मान भी गयी।
वान्या – तुम बिलकुल सही कह रही हो भूमिका| मुझे जो कुछ भी करना है अपने पापा के लिए करना है| वैसे भी मुझे कोई शौक नहीं है किसी पर इल्ज़ाम लगाने का या लड़ने का।
भूमिका वान्या के इस decision से खुश थी| वान्या ने भी देर नहीं की और वो वरुण के घर पहुँच गयी लेकिन वरुण घर पर नहीं था। वान्या को वहाँ वरुण की माँ मिलीं।
सुनीता (मुस्कुराते हुए) – आओ बेटा, अंदर आओ। वैसे आप को पहले कभी देखा नहीं मैंने|
वान्या (मुस्कुराते हुए) – मैं वान्या हूँ| वरुण मेरे घर पर ही job करता है|
जैसे ही सुनीता को पता चला कि उसके सामने वरुण की boss खड़ी है तो वो वान्या का हाथ पकड़ कर उसे घर में ले आई| सुनीता ने हॉल में मौजूद एक छोटे से bed पर वान्या को बैठाया और उसके लिए पानी लेने किचन में चली गयी| वान्या वरुण का घर देखने लगी| उसका घर काफी छोटा और पुराना था| वान्या सोचने लगी कि वरुण का घर उसके घर के गार्डन से भी छोटा था| कुछ देर बाद सुनीता वान्या के लिए पानी और कुछ नाश्ता लेकर आयी|
वान्या – आंटी जी इसकी क्या जरुरत थी? मैं तो सिर्फ वरुण से बात करने आयी थी|
सुनीता – घर आये मेहमान को कभी भी भूखे पेट नहीं भेजते| वैसे भी वरुण बाहर गया है| वो आएगा तब तक तो तुम्हें भी भूख लगेगी।
वान्या सुनीता की बात सुनकर हंसने लगी और फिर सुनीता का मान रखने के लिए plate से नमकीन biscuit उठाकर खाने लगी| वान्या सुनीता से भी माफ़ी मांगना चाहती थी लेकिन बोलने में झिझक रही थी| उसने किसी तरह हिम्मत इक्कठा की और सुनीता से बोली,
वान्या – आंटी जी, मैंने वरुण को job से निकाल कर बहुत बड़ी गलती कर दी| मैंने उसको गलत समझा| मैं आप से माफ़ी मांगती हूँ क्योंकि मैं जानते हूँ की मैंने उसके साथ बहुत गलत किया है|
वान्या ने सुनीता के सामने हाथ जोड़ लिए| सुनीता ने उसके हाथ पकड़े और उसे ऐसा करने से मना करते हुए कहा,
सुनीता – बेटा, आपको माफ़ी मांगने की जरुरत नहीं है| जो हुआ सो हुआ| ना आप गलत थे और ना ही वरुण गलत था| कभी-कभी हालात हमें गलत फैसला लेने पर मजबूर कर देते हैं|
वान्या – आप बिलकुल सही कह रही हैं आंटी जी| मैंने अपनी फ्रेंड पर भरोसा कर के वरुण को गलत समझा लेकिन मुझे बाद में पता चला कि मेरी फ्रेंड ही मुझ से झूठ बोल रही थी| मुझे अपनी गलती पर बहुत पछतावा है|
वान्या ने एक बार फिर दिल से माफ़ी मांगी| सुनीता ने भी मुस्कुराते हुए उसके sorry को accept कर लिया| वो दोनों वरुण का इंतजार कर रहे थे| वान्या ने सुनीता से वरुण के बारे में पूछा तो सुनीता ने कहा,
सुनीता – वरुण अभी job ढूँढने के लिए बाहर गया है| वो क्या है ना कि घर पर पैसों की थोड़ी जरुरत थी| वैसे वरुण बहुत मेहनती है| जो भी काम करता है मन लगा कर करता है| आप उसे कोई भी काम दे दो वो सब कर लेगा। मेहनती के साथ-साथ सब का ख्याल रखने वाला भी है मेरा वरुण| वो मुझ से इतना प्यार करता है कि मुझे कभी परेशान नहीं देख सकता| मैंने उसको कितनी बार कहा कि मैं भी कुछ छोटा मोटा काम ढूंढ लेती हूँ ताकि घर में कुछ और पैसे आयें लेकिन वो है की मानता ही नहीं है| कहता है कि मुझे काम कर के तकलीफ उठाने की कोई जरुरत नहीं है| वैसे भले ही घर में पैसों की तंगी है फिर भी वरुण मेरी सारी जरूरतें पूरी करता है|
सुनीता वरुण की तारीफों के पुल बांध रही थी| वान्या भी उसकी बातें सुनकर मुस्कुरा रही थी| तभी उसे अपने assistant की बात याद आयी कि वरुण के पापा के बारे में कोई नहीं जानता| उसने सुनीता से वरुण के पापा के बारे में पूछा,
वान्या – वैसे आंटी जी घर पर और कोई नहीं है? वरुण के पापा कहाँ है? वो भी कहीं काम करते हैं क्या? मैं सोच रही थी कि अब यहां तक आयी ही हूँ तो उनसे भी मिल लूँ।
सुनीता सोच में पड़ गयी| उसके पास कोई जवाब नहीं था| वो कुछ बोलती उस से पहले वहां वरुण आ गया और बोला,
वरुण (थोडा गुस्से में) – वान्या जी, आप रास्ता कैसे भटक गयी? महलों में रहने वाली लड़की एक छोटी सी झोपडी में कैसे आ गयी? आप को किसी ने बताया नहीं कि ये घर मेरा है? वैसे आप मुझसे बदला लेने के लिए मेरे घर तक चली आयी? बताईए, job से निकालने के बाद क्या अब मुझे इस मोहल्ले से भी निकलवाने वाली हैं? अभी भी मेरी बेइज्जती करने में कोई कसर रह गई है क्या?
वरुण की बातें सुनकर वान्या को बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही थी| वान्या को बार-बार एक ही चीज़ खाए जा रही थी कि उसने सही इन्सान के साथ गलत कर दिया| उसने वरुण से माफ़ी मांगते हुए कहा,
वान्या (मांफी मांगते हुए) – Sorry वरुण, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गयी| मैंने तुमको गलत समझ लिया| तुमसे हाथ जोड़ कर माफ़ी मांगती हूँ| Please तुम वापस घर आ जाओ| पापा को तुम्हारी जरुरत है|
वरुण, वान्या के मुंह से sorry सुनकर हैरान हो गया क्योंकि उसे लग रहा था कि वान्या उस से बदला लेने के लिए उसके घर पर आई है| अब वो वान्या की बात सुनकर सोचने लगा कि उसे वापस Raizada house जाना चाहिए या नहीं?
वरुण – Sorry, वान्या जी, अब मैं आपके घर में नौकरी नहीं कर सकता। आपने मेरा बहुत अपमान किया है और मैं किसी भी job से अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट को ऊपर रखता हूँ| वैसे भी मुझे नयी job मिल चुकी है|
वरुण अपना अपमान होने के बाद से वान्या को ना पसंद करने लगा था| वो वान्या से नफरत करने लगा था| वान्या ने आखिरी बार वरुण को मनाने की कोशिश की,
वान्या – वरुण, मैं जानती हूँ कि तुम मुझसे गुस्सा हो| अब मैं क्या करूँ, मुझे सारे लड़कों से नफरत है| मैं अपने आसपास जिन भी लड़कों को देखती हूँ वो सब धोखेबाज हैं| मैंने तुम्हें भी उनमें से एक मान लिया लेकिन इस बार मुझसे गलती हो गयी| मेरी friend निशा ही cheater निकली| तुम वापस आ जाओ| पापा तुम्हें बहुत याद कर रहे हैं|
वरुण – वान्या जी, आप जिस तरह से दुनिया देखते हो दुनिया उस तरह से नहीं चलती| सारे लडके एक जैसे नहीं होते| आप ने एक बार भी पृथ्वी से सच सुनना जरूरी नहीं समझा और आपने उसको और मुझे धोखेबाज घोषित कर दिया| आप को अपनी सोच को बदलना पड़ेगा| रही बात आप के पापा कि तो वो बहुत ही अच्छे इन्सान हैं| जितने दिन भी मैं उनके साथ रहा तो एक बार भी नहीं लगा कि वो अमीर घमंडी आदमी हैं। मैंने आज से पहले कभी भी उनके जितना ज़मीन से जुड़ा इन्सान नहीं देखा| मैं भगवान से pray करूँगा कि उन्हें किसी भी तरह की तकलीफ ना उठानी पड़े| इससे ज़्यादा मैं और कुछ नहीं कर सकता। Now I am sorry!
ये कहकर वरुण ने वान्या के आगे हाथ जोड़े और उसे बाहर जाने का इशारा किया| वान्या भी फ़ौरन वहां से चली गयी| उसे लगा था कि वरुण को Sorry बोलने के बाद वो मान जायेगा लेकिन उसने उसका Sorry ही ठुकरा दिया था| वो गुस्से में वरुण को मन ही मन कोसने लगी| उसकी लड़कों के लिए जो सोच थी वो बिलकुल भी change नहीं हुई थी| वो गुस्से में वापस घर आ गयी और वरुण का replacement ढूँढने लगी। वहीं सुनीता वरुण को डांटने लगी।
सुनीता (डांटते हुए) – ये तुमने क्या किया? घर आये मेहमान से कोई इस तरह से बात करता है क्या? उन्हें कितना बुरा लगा होगा? फिर तुमने उनका job offer क्यों ठुकरा दिया? वो घर आकर माफ़ी मांग रही थी और तुम्हें वापस काम पर बुला रही थी|
वरुण – माँ, तुम बहुत भोली हो| जब उन्हें मेरी जरुरत नहीं थी तब मुझे घर से निकाल दिया और जब उन्हें मेरी जरूरत पड़ी तो घर आकर माफ़ी मांगने लगी| इनके जैसी लड़कियों को मैं अच्छे से जानता हूँ| ये सब को बेवकूफ समझती हैं और सब को अपने control में रखना चाहती है|
वरुण ने अपना फैसला ले लिया था कि वो किसी भी हाल में वान्या के घर नहीं जाएगा| सुनीता वरुण के पास गयी और उसके गाल पर हाथ रखते हुए बोली,
सुनीता (समझाते हुए) – बेटा ये तुम्हें क्या हो गया है? तुम कब से लोगों से नफरत करने लगे? तुमने उस लड़की को बहुत बुरा भला कह दिया| तुमने देखा नहीं वो कैसे नाराज़ होकर गयी है? उसे तुम्हारे बर्ताव से बहुत बुरा लगा है| फिर तुम्हें उसके पापा के बारे में भी सोचना चाहिए| वो अपने bed से उठ भी नहीं पा रहे| उनके बारे में सोचो वो कैसे अपना काम करेंगे? तुम्हें उनके लिए वापस जाना चाहिए।
वरुण सुनीता की बात पर सोचने लगा| अब उसे भी लग रहा था कि उसने कुछ ज्यादा ही वान्या से बदतमीज़ी से बात कर दी।
वरुण (गिल्ट से) – हाँ माँ, आप सही कह रही हो| मैंने कुछ ज्यादा ही बोल दिया वान्या जी को| मैं सोच रहा हूँ कि कल उनके घर जाकर बात कर लेता हूँ।
वरुण ने आखिरकार वान्या के घर वापस जाने का फैसला ले ही लिया| उसे वान्या के लिए भी बुरा लग रहा था| अगले दिन वो Raizada house एक gift लेकर पहुंचा।
आखिर क्या है इस gift में? क्या वान्या और वरुण के बीच कभी बन पाएगी?
जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।
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