‘’शांतनु, मैं तुमसे बाद में बात करती हूं‘’ मीरा ने कहा। 

‘’अरे मीरा, सूनो तो, क्‍या तुम मुझसे नाराज हो? कल मैं गुस्‍से में था…ओके कोई बात नहीं, मैं तुमसे मिलकर बात करता हूं, मैं बाकी सबको यह गुड न्‍यूज देता हूं, हम बरबाद होने से बच गए।‘’ 

‘’ठीक है शांतनु’’ मीरा बहुत ही मुश्‍किल से बोल पाई, यह खुशी की बात तो जरूर थी पर अंदर ही अंदर एक पीड़ा भी उठ रही थी। काश यह पहले ही हो जाता तो मैम की यह हालत न होती। 

मीरा न्‍यूज को ध्‍यान से देखने लगी...सारे न्‍यूज चैनल पर अमित बजाज का चेहरा दिखाया जा रहा था, उसके जुहू वाले अपार्टमेंट से पुलिस उसे जबरदस्‍ती खींचकर बाहर ला रही थी। 

अमित अपना चेहरा एक छोटे से टॉवेल से ढकने की कोशिश कर रहा था….इसका क्‍या फायदा? उसका नाम ही उसे बदनाम करने के लिए काफी है।‘’ मीरा ने मन ही मन कहा। 

न्‍यूज एंकर चिल्‍ला-चिल्‍लाकर कह रहे थे, ‘’मशहूर बिजनेसमैन, सोशलवर्कर, ग्‍लैमर वर्ल्‍ड के चहीते अमित बजाज कल रात अपने अपार्टमेंट में एक नाबालिग लड़की के साथ आपत्‍तिजनक अवस्‍था में पाए गए, सूत्रों से पता चला है कि लड़की की उम्र पंद्रह साल थी और अमित उसे मॉडल बनाने का झांसा देकर अपने घर लेकर आया था और उसके साथ संबंध बनाने की कोशिश की।’’ 

‘’कितना गिरा हुआ इंसान है यह, उस दिन पार्टी में तो कितना शरीफ बन रहा था‘’ मीरा ने कहा। 

मीरा का मन घृणा से भर उठा...अगर निहारिका की मानसिक हालत ठीक होती तो पक्‍का इस अमित बजाज के चेहरे पर थूक देती। यह कहीं से भी प्‍यार करने के लायक तो दूर समाज में रहने के लायक भी नहीं है, एक बच्‍ची का शोषण कर रहा था…इसे तो फांसी होनी चाहिए। 

हमारे सूत्रों से पता चला है कि अभी कुछ दिन पहले ही अमित बजाज की शादी हुई थी और उन्‍होंने धोखे से अपनी पत्‍नी की सारी प्रापर्टी अपने नाम करवा ली, इससे उनकी पत्‍नी को इतना गहरा धक्‍का लगा कि वे अपना मानसिक संतुलन खो चुकी हैं, शहर के एक निजी अस्‍पताल में उनका इलाज चल रहा है। उन्‍हें परेशानी न हो इसलिए हम अमित बजाज की पत्‍नी के बारे में कुछ नही बता सकते हैं। फिलहाल तो अमित बजाज की सारी प्रापर्टी और एकाउंट सील कर दिए गए हैं, उनके सारे कान्‍ट्रैक्‍ट रद कर दिए गए है, बीते दिनों उन्‍होंने धोखे से जिनकी भी सम्‍पत्‍ति हासिल की थी, जल्‍दी ही उन्‍हें वापस मिल जाएगी, जिनमें उनकी पत्‍नी की सम्‍पत्‍ति भी शामिल है।

आइए हम आपको सीधे अमित के जुहू बंगले के सामने लेकर चलते हैं।

मीरा ने देखा, अमित को पकड़कर पुलिस की जीप में बैठाया जा रहा था, अमित का एक सेक्रेटरी चिल्‍ला–चिल्‍लाकर मीडिया से कह रहा था...’यह हमारे खिलाफ बहुत बड़ी साजिश की गई है, वह लड़की कल देर रात अपनी मरजी से अमित सर से मिलने आई थी…खुद की उम्र उन्‍नीस साल बताई थी, अपने कुछ हॉट फोटोग्राफ भी साथ लाई थी। वह मॉडल और फिल्‍मों में एक्‍ट्रेस बनना चाहती थी, उसने जानबूझकर अमित सर के सामने बहुत ही छोटे कपड़े पहने थे…यह अमित सर के दुश्‍मनों की साजिश है…कुछ लोग उन्‍हें ग्‍लैमर और फैशन वर्ल्‍ड से हटाना चाहते हैं, सर नए नए मॉडलों को आगे बढ़ने का मौका देते हैं, यह कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहा है।

एक पत्रकार ने उस सेक्रेटरी से पूछा, ‘’और अमित सर की बीवी के बारे में क्‍या कहना चाहते हैं आप? शादी के अगले ही दिन उनकी सारी प्रापर्टी हड़प ली और उन्‍हें पागल कर दिया।‘’

वह सेक्रेटरी आगबबूला हो गया, पहले तो उसने पत्रकार के माइक को उठाकर फेंक दिया फिर गालियां देते हुए बोला, ‘वह लड़की पहले से ही पागल थी, जल्‍द ही सच्‍चाई सामने आ जाएगी, फिर मैं तुम लोगों से सवाल करूंगा।‘’ 

कहकर वह पत्रकारों को धकेलने लगा, तभी दूसरी लेडी पुलिसवालो से घिरी एक लड़की को दिखाया गया...उसका आधा चेहरा ढका था, सिर पर दुपट्टा रखा था, चेहरे पर मास्‍क लगाया था….पर उसकी आंखे दिख रही थी। आंखो की पलकों पर ढेर सारा मस्‍कारा लगा था, गहरा नीला आई शैडो, दाई आंख के बगल में एक काला तिल....मीरा को लगा कि ये आंखे तो मैंने कहीं देखी है। जानी पहचानी आंख, आंखो का यह मेकअप...तभी मीरा को कुछ याद आया…मानो उसके पैरो नीचे की जमीन हिल गई। 

ओह माई गॉड, यह तो निशि है शायद…जो कल रात को नीचे हॉल में अपना मेकअप कर रही थी। उसे कहीं जाना था किसी जरूरी काम से...तो क्‍या यही काम था? इसका मतलब...यह सब आर्यन ने किया है। 

 

मीरा धम्‍म से बिस्‍तर पर बैठ गई…मतलब रात में आर्यन अपने कमरे में बैठकर इसी काम की प्‍लानिंग कर रहा था। अपने घर की एक मेड को सजा-सवांरकर अमित के पास मॉडल बनाकर भेज दिया? 

हे भगवान, इस आर्यन के दिमाग की सोच की तो दाद देनी होगी....रातों रात वह कर दिखाया जो मेरी जैसी लड़की तो सपने में नहीं सोच सकती। 

कल तो जैसे सबकुछ खत्‍म सा हो गया और आज बहुत कुछ वापस पा लिया।

‘’आर्यन हैं कहां? वे मुझसे मिलने नहीं आए‘’ सोचकर मीरा खुद ही आर्यन से मिलने रूम से बाहर निकल गई। 

रूम से बाहर आकर मीरा फटाफट नीचे उतरने लगी....टीना कॉफी लेकर ऊपर आ रही थी। 

‘’आर्यन कहां हैं?‘’ मीरा ने पहली बार आर्यन का नाम उनकी नौकरानी के सामने लिया। 

‘’वे तो हास्‍पिटल गए हैं। 

‘क्‍यों?‘’

‘’उन्‍हीं मैडम को देखने, जिन्‍हें कल एडमिड कराया था।‘’

‘’ओह निहारिका मैम को, तो आर्यन ने मुझे क्‍यों नहीं जगाया? ‘’ 

‘’आप गहरी नींद में थी।

‘’प्‍लीज मुझे भी जाना है, कहकर मीरा बाहर की ओर जाने लगी तो टीना ने कहा….‘’अरे आप ऐसे इन कपड़ो में जाएगी? 

मीरा पलटी और थोड़ा सा खीज भरे स्‍वर में बोली, ‘’उस अलमारी में जो कपड़े हैं वे हास्‍पिटल में पहनकर जाने लायक तो बिल्‍कुल भी नहीं हैं। 

विभा मुस्‍कुराकर बोली, ‘’आप ऊपर जाइए, उस अलमारी के पास एक छोटा सा सूटकेस है, उसमें आपके नाप के कुछ कैजुअल कपड़े हैं, जो पसंद आए पहन लीजिए तब तक मैं ड्राइवर से कहकर गाड़ी निकलवाती हूं, वो आपको हास्‍पिटल पहुंचा देगा।‘’ 

 

ऊपर जाकर मीरा ने सूटकेस से एक कुर्ती और जींस निकालकर पहन ली, ‘’यह टीना तो मुझसे ऐसा बहेव कर रही है जैसे मैं इस घर की मालकिन हूं, क्‍या उसे नहीं पता है कि जितनी सैलेरी उसकी है उससे शायद कम मेरी होगी.....इतने बड़े बड़े बिजनेसमैन के घर में काम करने वाले नौकरों की सैलेरी भी तो लाखों में होती है।’’ 

मीरा जल्‍दी से नीचे उतरकर आई, घर के बाहर ड्राइवर मीरा का इंतजार कर रहा था, पहले तो उसने मीरा को झुककर सलाम किया और फिर मीरा के लिए कार का दरवाजा खोला…मीरा को यह सब बड़ा ही अटपटा लग रहा था…वह इन सब चीजों की कभी आदी नहीं थी।

कार में बैठते ही मीरा ने ड्राइवर से कहा….शारदा हास्‍पिटल चलिए जल्‍दी।

‘’जी मैडम’’ कहकर ड्राइवर ने कार स्‍टार्ट कर दी। 

बाहर निकलते हुए मीरा आर्यन के घर के बाहर बने शानदान लॉन को देख रही थी, लॉन के बगल में एक बहुत बड़ी पार्किंग था, कई सारी मंहगी गाड़िया खड़ी थी…हर कार के बगल में एक ड्राइवर। मीरा अपनी लाइफ में पहली बार किसी अरबपति की ऐसी लाइफ स्‍टाइल इतने करीब से देख रही थी।

 

हास्‍पिटल पहुंचकर मीरा रिसेप्शनिस्ट से निहारिका के बारे में जानकारी लेने लगी....उन्‍हें आई सी यू से निकालकर प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। मीरा उस वार्ड में गई जहां निहारिका एडमिट थी, कल से वह बहुत ही अच्‍छी लग रही थी। 

आर्यन उसे अपने हाथों से दलिया खिला रहा था...मीरा अपनी जगह जम गई…क्‍या है यह आदमी? पल-पल में अपना अलग रूप दिखाता है। 

‘’मैम, कहकर मीरा तेजी से चलकर निहारिका के पास आई और उससे लिपट गई। 

‘’कैसी हैं ये…डाक्‍टर ने क्‍या बताया? हम इन्‍हें घर कब ले जा सकते हैं? मैम एकदम नार्मल कब तक हो जाएगी? और कब से ये वापस अपना काम संभालेंगी..?’’ मीरा ने निहारिका से अलग होकर एक ही सांस में आर्यन से सवालों की झड़ी लगा दी। 

आर्यन ने दलिये की कटोरी एक साइड रखकर मीरा से कहा, ‘’अरे जरा सांस तो ले लो, सब बताता हूं, पहले यह तो बताओ की तुमने न्‍यूज देखी ना?‘’

‘हां, कहकर मीरा की आंखों में चमक आ गई, यह सब आपने किया ना.....मुझे सुलाकर पूरी रात आप इसी काम में लगे थे ना?‘’

मीरा का मन हुआ कि वह आर्यन से लिपट जाए...फिर मन के दूसरे कोने ने समझाया नहीं मीरा…तुम ऐसा सोच भी कैसे सकती हो तुम्‍हारा प्‍यार केवल राघव है और तुम्‍हारा एक मकसद भी है। निहारिका ने इतना बड़ा धोखा खाया है, उसकी हालत देखकर क्‍या तुम फिर से प्‍यार में पड़ने का सोच रही हो, दोबारा प्‍यार करोगी तो जी नहीं पाओगी…तुम्‍हें प्‍यार नहीं करना है केवल प्‍यार का नाटक करना है, याद रखना इस बात को….उस चीफ की सच्‍चाई को इस दुनिया के सामने लाकर लाखों मासूमों की जिंदगी बचानी है....यह है तुम्‍हारी जिंदगी का असली मकसद।

 

‘’हे, क्‍या हुआ कहां खो गई, क्‍या सोचने लगी?‘’ आर्यन ने मीरा से पूछा। 

मीरा अपना माथा सहलाते हुए बोली, ‘’नहीं मिस्‍टर आर्यन.…मैं बस यही कहना चाहती थी कि आपने जो कुछ किया उसके लिए थैंक्‍स शब्‍द बहुत ही छोटा है, अमित को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाकर आपने एक नहीं कई सारी जिंदगियां बचाई है।‘’

‘’अमित पर कई दिनों से मेरी नजर थी…..बहुत पहले उसके कारण मेरा भी करोड़ो का नुकसान हुआ था, पर मैं उसे ऐसी सजा देना चाहता था कि उसका वापस लौटना नामुमकिन हो जाए, पुलिस में भी उसके खिलाफ कई सारी कम्‍पलेन थी, पर कोई पुख्‍ता सबूत नहीं था। निहारिका के साथ जो हादसा हुआ उससे अमित ने मुझे मजबूर कर दिया कि मैं भी कुछ ऐसा गलत कदम उठाऊं जिससे वह जेल चला जाए, इसके लिए मैंने निशी को तैयार किया। यह तो अच्‍छा हुआ कि अमित की प्रापर्टी सील कर दी गई….वह कुछ बड़े एडवोकेट हायर कर लेगा...हो सकता है कि वह कुछ समय बाद जेल से छूट जाए, पर बाहर आकर भी कुछ नहीं कर सकता।‘’ 

तभी मीरा को उस लड़की निशी का ध्‍यान आया, ‘’पर अब उस लड़की का क्‍या होगा? अमित बाहर आने के बाद उसे ढूंढेगा जरूर।‘’ 

‘’ऐसा कुछ नहीं होगा....निशी इंडिया में बहुत कम रहती है...सिंगापूर में मेरी एक कम्‍पनी है, निशी उसी में काम करती है, मैंने ही उसे इस काम के लिए यहां बुलाया था। पुलिस वाले खुद उसे एयरपोर्ट तक पहुंचा देंगे...’’ 

‘’ओह मतलब वो आपकी घर की मेड नहीं है।‘’ 

‘’नहीं बिल्‍कुल नहीं।‘’ 

फिर आर्यन ने अपनी घड़ी देखी और कहा, ‘’वह इस समय एयरपोर्ट पर ही होगी....एक घंटे बाद वह सिंगापूर की फ्लाइट पर होगी।‘’

‘’ओह माई गॉड, आप लोग तो कितनी तेजी से काम करते हैं।‘’ 

आर्यन ने कहा, ‘’हमारे बिजनेस वर्ल्‍ड में यह कहावत है, तुम जितना जल्‍दी और जितना ज्‍यादा सोचोगे उतना ही कामयाब होगे, हमे हर समय आंख और कान खुले रखने पड़ते हैं, इतने बिजनेस है, न जाने कितने पासवर्ड और सीक्रेट कोड याद रखने पड़ते हैं।‘’ 

मीरा आंखे फाड़े आर्यन को देख रही थी। वह बोली, ‘’आप लोग बिजनेस कम खतरनाक खेल ज्‍यादा खेलते हैं।‘’

आर्यन ने हंसते हुए कहा, ‘’अब आप निहारिका को घर ले जा सकती हैं, आपने जितने सवाल किए उनका जवाब यह है कि अभी निहारिका को पूरी तरह से ठीक होने में समय लगेगा…बेहतर होगा इन्‍हें इनकी फैमिली के पास भेज दिया जाए...तब तक निका ब्रांड को तुम अपने सारे स्‍टाफ के साथ मिलकर संभालो, यह मानकर चलो की निहारिका तुम्‍हारे पास ही है।‘’ 

मीरा ने हां में गरदन हिला दी। 

मीरा मन ही मन सोचने लगी, ‘’आर्यन से बहुत कुछ सीखा जा सकता है, क्‍योंकि आगे जाकर मैं जो कुछ भी करने जा रही हूं, उसमें भी ऐसा ही माइंड चाहिए, जितनी तेजी से और जितना ज्‍यादा सोच सकते हो सोचो। क्‍या पता आर्यन उस चीफ के बारे में कुछ जानता हो? काश मेरे पास चीफ की वो फोटो होती जो मारिया के हसबैंड जॉन ने भेजी थी, अगर पता होता कि जॉन थोड़ी ही देर में वो फोटो हटा देगा तो उसे मैं कहीं और सेफ कर लेती....वह फोटो दिखाकर मैं आर्यन से पता कर लेती कि यह कौन है? क्‍या करता है? खैर कोई बात नहीं अब तो मारिया के अगले स्‍टेप का इंतजार है।‘’ 

आर्यन ने कहा, ‘’कल से मैं तुम्‍हारे साथ बड़ा ही अजीब सा बिहेव कर रहा हूं ना, पता नहीं क्‍यों मुझे ऐसा लगा कि तुम्‍हारा घर जाना ठीक नहीं रहेगा…ऐसा सुनने में आया था कि अमित ने कुछ भाड़े के गुंडे को निका कम्‍पनी में काम करने वाली टीम के पीछे लगा दिया था, पता नहीं यह सच है या नहीं.….पर तुम्‍हारा घर से बाहर रहना ज्‍यादा सही था, अब मैं चलता हूं, ड्राइवर बाहर खड़ा है वह तुम्‍हें और निहारिका को घर पहुंचा देगा, एक बात और यह सब मैंने किया है किसी को बताने की जरूरत नहीं है, तुम यह भी भूल जाओ कि हमारी मुलाकात हुई थी, तुमने मेरे घर में जो समय बिताया था वह भी भूल जाओ, आई होप हमारी दोबारा मुलाकात न हो।‘’ 

कहकर आर्यन वार्ड से बाहर निकल गया…मीरा हैरानी के कई सारे भाव अपने चेहरे पर लिए देखती रही। 

 

 

आखिर आर्यन ने ऐसा क्‍यों कहा? 

वह मीरा से दोबारा क्‍यों नहीं मिलना चाहता? 

आर्यन ने मीरा को अपने बारे में लोगों से बताने से क्‍यों मना किया? 

जानने के लिए पढ़ते रहिए… 'बहरूपिया मोहब्बत'!
 

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