स्‍नेहा जो बहुत देर से यह सब सुन रही थी, अब उनसे रहा नहीं गया, वे शेखर को डांटते हुए बोली, ‘यह दो कौड़ी का इंस्‍पेक्‍टर आपको इतना सबकुछ सुना रहा है और आप इसके सामने बेचारे से बकरे के जैसे मिमिया रहे हैं।

फिर वे इंस्‍पेक्‍टर शोभित से बोली, ‘’ए सुनो तुम जो भी हो...अपनी औकात में रहो, हमारी पहुंच पुलिस कमिश्‍नर तक है, हमें मजबूर मत करो कि हम तुम्‍हारा ट्रांफसर किसी ऐसी जगह करवा दें जहां तुम जाना ही नहीं चाहते हो या फिर बिना वजह एक सम्‍मानित परिवार को बदनाम करने के बदले सस्‍पेंड होना चाहते हो, दो चार साल की नौकरी है, इज्‍जत से कर लो।‘’ 

अनन्‍या आगे बढ़ी मीरा को तीखी नजरों से देखकर शोभित से बोली,’’ आप इस गेस्‍ट हाउस में क्‍या चेक करना चाहते हैं, क्‍या यहां कोई इल्‍लीगल काम होता है, ड्रग चरस रखते हैं क्‍या हम?‘’ 

‘’अरे नहीं नहीं अनन्‍या जी, आप तो कुछ ज्‍यादा ही बोल रही हैं मैं यहां कोई चेकिंग करने नहीं आया हूं। बस राघव के बारे में कुछ पूछना था, क्‍या वह नैना नाम की किसी लड़की को जानता था?‘’

‘’ओह गॉड, राघव एक डैशिंग और चार्मिंग लड़का है, फिल्‍मी हीरो जैसा दिखता है, अब इतने हैंडसम बंदे की लाइफ में नैना, सुनैना, काजल या और भी कितनी लड़कियां हो, हमें इससे क्‍या.…हम केवल इतना ही बता सकते हैं कि इस मीरा नाम की लड़की से मिलने से पहले उसके कई सारे अफेयर रह चुके हैं, राघव के साथ एक रात बिताने के लिए वे कुछ भी कर सकती थी।  पर वह बहुत ही चालाक था...कभी हमारे सामने एक्‍सेप्‍ट नहीं किया, और क्‍या जानना है आपको।‘’ 

 

मीरा ने एक अनकहे दर्द से अपनी आंखे बंद कर ली, क्‍या वाकई में राघव को वह जान नहीं पाई थी। 

शोभित अंकल ने कहा, ‘’जरूर आप लोग कुछ तो छिपा रहे हैं वरना ऐसे बिना बताए इस वीरान गेस्‍ट हाउस में छिपने नहीं आते।‘’ 

‘’यह हमारी हर साल की परम्‍परा है, हम किसी को नहीं बताते, वैसे भी आपने यहां कदम रखकर हमारी परम्‍परा भंग कर दी है, अब आप जाइए यहां से।‘’ 

‘’हमें भी यहां नहीं रूकना, खैर हमें जो पता करना है हम पता कर ही लेंगे…’’ फिर शोभित ने मीरा से कहा, ‘’चलो मीरा, अब तुम्‍हारे घर में जल्‍दी ही शादी की शहनाई गूंजेगी।‘’ 

शोभित की बात सुनते ही वहां खड़े शर्मा की फैमिली को मानो शॉक सा लगा...शादी की शहनाई…तो क्‍या आप लोगों ने मीरा की शादी कहीं और तय कर दी है। चलो अच्‍छा है, वैसे भी यह मिडिल क्‍लास लड़की हमारे घर आती तो केवल माहौल ही खराब होता’’ अनन्‍या ने मुंह बनाते हुए मीरा को देखकर कहा।

शोभित ने हंसते हुए कहा, ‘’अरे नहीं नहीं अनन्‍या जी, मीरा की शादी नहीं, मीरा के एक मामा है अनुज...शायद आपने उन्‍हें देखा होगा, वही बंदूक वाले जिन्‍होंने आपके पापा पर गोली चलाई थी और वे बाल बाल बच गए थे, उनकी शादी तय हुई है, ओह सॉरी बहुत पहले से तय थी…पर उन्‍होंने कह रखा था कि जब तक मीरा की शादी नहीं होगी वे घोड़ी नहीं चढ़ेगें तो बस अब कब तक इंतजार करेंगे।’ 

शोभित ने मीरा को देखा…यह अनन्‍या का खून खौलाने और उसे उकसाने के लिए कहा था, रास्‍ते में आते समय मीरा और शोभित ने यह प्‍लान बनाया था। 

 

‘’अ अ अनुज की शादी....व्‍हाट नॉनसेंस...’’ अनन्‍या अचानक ही कह गई, उसके चेहरे पर ऐसे ही भाव थे जैसे किसी लड़की के बॉयफ्रेंड की शादी तय हो गई हो।

शोभित ने कहा,’’इसमें नॉनसेंस की क्‍या बात है....अभी उनकी शादी नहीं हुई है, हां नॉनसेंस तो यह है कि भांजी के शादी के बाद वे शादी कर रहे हैं। खैर कोई नहीं, शादी तो कर रहे हैं, मल्‍होत्रा फैमिली में कम से कम खुशियां तो आ रही है। 

‘’कब कर रहें हैं शादी।‘’ अनन्‍या ने फिर से सवाल दागा…ऐसा कैसे हो सकता है, अनुज शादी कैसे कर सकते हैं, हमने साथ मिलकर क्‍या क्‍या सोचा है, कहीं यह अनुज कोई दोहरा खेल तो नहीं खेल रहा है।‘’ 

स्‍नेहा, अनन्‍या पर चिल्‍ला उठी, ‘’तुम्‍हारा दिमाग खराब हो गया है क्‍या, अरे वो गुंडा मवाली, बदतमीज आदमी कुछ भी करे तुम्‍हें इससे क्‍या? दोबारा मेरे सामने वो आया तो मैं उसे चीर डालूंगी।’’ 

फिर वे शोभित से बोली, ‘’ओ इंस्‍पेक्‍टर,  हमे यह सब मत बताओ कि कौन शादी कर रहा है कौन मर रहा है, जाइए यहां से।‘’

मीरा और शोभित का काम हो चुका था, वे वापस चलने को थे कि शोभित का फोन बजा, फोन रिसीव करते ही शोभित का माथा पसीने से भीग गया.......व्‍हाट.....कब और कैसे......वो ठीक तो है ना।‘’

‘’मीरा जल्‍दी चलो.....’’ 

क्‍या हुआ अंकल जी....सब ठीक तो हैं ना आप इतना परेशान क्‍यों लग रहे हैं?’’ 

‘’करन का एक्‍सीडेंट हो गया है, एक तेज स्‍पीड से आती हुई कार ने उसे कुचल दिया है।’’ 

मीरा जैसे किसी गहरी खाई में जा गिरी...यह एक्‍सीडेंट नहीं हो सकता है...’’ 

मुझे भी लग रहा है, कोई तो है जो नहीं चाहता है कि हम राघव तक पहुंचे, करन ने राघव के गायब होने के बारे में कुछ पता किया था, भगवान करे वो ठीक हो.....हमें जल्‍द से जल्‍द हास्‍पिटल पहुंचना होगा। 

 

अनन्‍या गुस्‍से के मारे कांप रही थी...’’मेरी तबीयत ठीक नहीं है कहकर पूजा बीच में ही छोड़कर अपने रूम में आ गई, उसने अनुज को फोन लगाया...जैसा मीरा ने बताया था कि उनका फोन इंगेज होगा।’’ 

तीन चार बार ट्राई करने के बाद भी वही हाल......

मीरा ने आने से पहले ही अनुज से नजरें बचाकर उनके फोन में ऐसी सेटिंग कर दी थी कि अगर अनन्‍या फोन करती है तो वह बिजी ही बताये, पर यह बहुत देर तक नहीं रहने वाला था, अनन्‍या को चिढ़ाने के लिए यही काफी था।

वो अनुज का बच्‍चा मुझसे डबल गेम खेल रहा है, कल मुझ पर आरोप लगा रहा था कि मैं मॉल में किसी लड़के के साथ घूम रही हूं और नाम लिया मीरा का......और अब शादी करने जा रहा है, मैं भी देखती हूं कि तुम कैसे शादी करते हो...जब तक मेरा मकसद पूरा नहीं हो जाता तब तक मैं तुम्‍हें सांस भी अपनी मरजी से नहीं लेने दूंगी, शादी क्‍या चीज है। 

अनन्‍या बिना सोचे समझे कुछ बड़ा प्‍लान करने लगी......

 

उन्‍हें बहुत देर हो गई थी, करन की बॉडी पर सफेद चादर डली थी। बगल में बैठी उसकी मां दहाड़े मारकर रो रही थी। 

मीरा भी फफक उठी…वहां कुछ और भी पुलिसवाले खड़े थे, शोभित को देखकर उन्‍होंने सेल्‍युट किया। शोभित पूरी घटना की जानकारी लेने लगे, आसपास कोई सीसीटीवी फुटेज है, कहीं से कुछ पता चला। 

सब-इंस्‍पेक्‍टर मनोज ने बताया ‘’फुटेज में दिख रहा था कि करन की मौत तो मौके पर ही हो गई थी, जब वह एक कम्‍पनी में नौकरी के लिए इंटरव्‍यू देकर निकला था, सामने एक ठेले पर से लस्‍सी ली, उसे पीकर किसी से फोन पर बातें करने लगा, वह रोड क्रास करने के लिए इधर-उधर देख ही रहा था कि अचानक रांग साइड से एक बड़ा सा ट्रक स्‍पीड से आया और करन को....’’ 

 

ट्रक का नम्‍बर नोट किया.......’’ 

नहीं हो पाया सर......नम्‍बर प्‍लेट पर कपड़ा पड़ा था।‘’ 

‘’तुम्‍हें क्‍या लग रहा है।‘’ 

मनोज के कुछ कहने से पहले मीरा चिल्‍लाई.....इसमें लगने वाली क्‍या बात है अंकल, साफ पता चल रहा है कि यह पहले से ही प्‍लान किया हुआ मर्डर था।‘’

मनोज ने मीरा की बात का समर्थन करते हुए कहा, ‘’हां सर, आप सही कह रहे हैं....यह मर्डर ही है....क्‍योंकि ड्राइवर ने अपना चेहरा पूरी तरह से ढका हुआ था आंखों पर काला चश्‍मा चढ़ा था जिससे उसकी आंखें भी पहचान में न आ पाए और ट्रक जैसी बड़ी गाड़ियां रात के नौ बजे के बाद चलती हैं, लेकिन उसे करन को मारने के लिए ट्रक की जरूरत थी, कार की टक्‍कर से शायद करन बच भी सकता था उसने पहले से ही यहीं पर मर्डर करने का प्‍लान बनाया होगा, जरूर उसने यहां की रेकी की होगी, दोपहर के समय रोड पर भीड़ कम रहती है, पर आज का मामला ही अलग था......सुबह बारिश हुई तो धूप का नामोंनिशान नहीं, पर वह आदमी अपनी प्‍लानिंग चेंज नहीं करना चाहता था।

 

‘’पहले से ही मर्डर करने का प्‍लान था...इसका क्‍या मतलब....जहां तक मुझे लगता है कि करन से किसी की कोई दुश्‍मनी नहीं थी..’’ मीरा ने सुबकते हुए कहा।

‘’हां, दुश्‍मनी तो नहीं थी पर जरूर इसे राघव के बारे कुछ ऐसा पता था जो उन लोगों के लिए खतरा हो सकता था जिन्होंने राघव को गायब किया आई मीन राघव के लापता होने में जिनका हाथ है ।‘’

शोभित को लगा कि मीरा का यहां रहना ठीक नहीं है, वे हास्‍पिटल के सामने बने एक कैफे में मीरा को लेकर गए। 

मीरा की आंखो से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। ‘’करन ने आपको कुछ बताया था शोभित अंकल?‘’ 

शोभित के चेहरे पर गहरा अफसोस और आक्रोश छलक रहा था, ‘’काश बता देता, पर वह मिलकर बताना चाहता था, अगर मैं थोड़ा जोर देता तो शायद बात बन जाती, मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा, करन एक बेकसूर लड़का था, उसे ऐसी बेमौत नहीं आनी चाहिए थी।

कुछ सेकेंड शांत रहने के बाद शोभित अंकल ने कहा, ‘’एनीवे हम उस जगह चलेंगे जहां पर राघव को लास्‍ट टाइम देखा गया था…शादी से एक दिन पहले...चौक मार्केट में, पर पहले तुम यह बताओ की तुम राघव से लास्‍ट टाइम कब मिली थी?‘’ 

मीरा अपने आंसु पोछते हुए बोली, ‘’हमारी  शादी से तीन दिन पहले, एक्‍चुली हमारे यहां रिवाज है कि शादी के पांच दिन पहले से लड़की घर से बाहर नहीं निकलती है…ऐसी मान्‍यता है कि उसे लोगों की बुरी नजर लगती है, और अपने होने वाले पति से भी शादी के बाद ही मिलती है, इन पांच दिनों के दरमियान हमारी फोन पर बातें होती थी, ज्‍यादातर वीडियोकाल ही होता था।‘’

‘’क्‍या तुम्‍हें कहीं से ऐसा लगा कि राघव परेशान है....किसी बहुत बड़ी मुश्‍किल का सामना कर रहा है?’’ 

‘’नहीं एकदम नहीं......वह एकदम नार्मल था बहुत खुश था, चहक रहा था......मेरे घर में हो रहे रस्‍मों के बारे में पूछता रहता था।‘’’ 

 

करन उस जगह गया था जहां राघव को लास्‍ट टाइम देखा गया था, हॉट एंड स्‍पाइसी रेस्टोरेंट में’’ 

मीरा को कुछ याद आया, ‘’हां  अंकल.......आप सही कह रहे हैं, शादी से पहले वाली रात को वह अपने दोस्‍तों के साथ उसी रेस्टोरेंट में बैचलर पार्टी करने गया था, करीब दस बारह दोस्‍त थे....उन सभी से पूछताछ की जा चुकी है, किसी को कुछ नहीं पता…सबसे हैरानी की बात यह है कि हमेशा अपनी कार में आने वाला राघव उस दिन कैब बुक से आया था।‘ 

‘’हो सकता हो पार्टी में ड्रिंक किया होगा, और राघव को यह पहले से पता था राघव ये सारे नियम जानता था कि पीकर गाड़ी चलाना कितना खतरनाक हो सकता है।‘’

मीरा गहरी सांस लेकर बोली, ‘’हां सर हो सकता है, कैब वाले ने यह भी कहा था कि उसने राघव को उसके घर तक नहीं घर के बाहर थोड़ी दूर रोड पर वहीं छोड़ा था, राघव ने खुद कहा था कि वह चला जाएगा।‘’ 

‘’हां, रात के करीब दो बजे, जब उसकी फैमिली सो रही थी पर राघव के पास चाभी थी। लेकिन राघव को अपनी सोसाइटी में एंट्री करते नहीं देखा गया, इसका मतलब यह है कि राघव उस रात घर गया ही नहीं था, वहीं से लापता हो गया। अफसोस की बात यह है कि उस रोड के आसपास कोई सीसीटीवी नहीं था, इतनी रात को कोई दुकानदार भी नहीं था। सबकुछ बड़ा ही उलझा सा लग रहा है, एक करन को कुछ मालुम हुआ था उसे भी मार दिया गया....कोई तो है जो हम पर बराबर नजर बनाए हुए है।’ 

मीरा ने कहा, ‘हां अंकल.....राघव का लास्‍ट मैसेज रात के करीब डेढ़ बजे आया था, जो मैंने सुबह देखा था। फिर उसके बाद कोई फोन नहीं कोई मैसेज नहीं।‘’ 

 

शोभित अंकल कुछ सोचते हुए बोले, ‘’इसका मतलब जो कुछ हुआ है शादी के एक दिन पहले ही हुआ है। अब हमें चलना चाहिए, तुम भी सुबह से घर से निकली हो और मुझे अब करन के मर्डर केस की गहराई से जांच करनी है।‘’ 

‘’सर अब करन की फैमिली का क्‍या होगा, उसके घर में एक वही कमाने वाला इंसान था।‘’ 

‘’मैं उसके परिवार के साथ कुछ भी बुरा नहीं होने दूंगा, कम से कम फैमिली के एक मेम्‍बर को तो नौकरी दिलवा ही सकता हूं।‘’

 

मीरा और शोभित कैफे से बाहर निकले और हॉस्‍पिटल की पार्किंग में खड़ी कार की ओर बढ़ने लगे.....उसी समय अचानक एक सफेद रंग की वैन कैफे के बाहर रूकी उसमें से चार पांच लोग उतरे और शोभित और मीरा पर गन तान दी, मीरा की सांसे थम गई और शोभित को अपना रिवाल्‍वर न लाने का पछतावा हुआ। जबकि उन्‍हें पता था कि वे एक हाई प्रोफाइल और सेंसेटिव मैटर पर काम कर रहे हैं, बड़े बड़े लोगों के नाम इसमें शामिल है, और वे इतनी लापरवाही से बिना कोई सुरक्षा लिए सरेआम घूम रहे थे। कहीं से कोई मदद नहीं मिल सकती थी। सामने हास्‍पिटल में कुछ देर पहले मौजूद उनके पुलिस साथी भी जा चुके थे।

इन बंदूकधारियों में से एक ने कहा, ‘’ज्‍यादा चालाक और स्‍मार्ट बनने की कोशिश मत करना....चुपचाप हाथ ऊपर करो और वैन में बैठ जाओ..वरना अभी तो एक लाश गिरी है, अगले सेकेंड में दो लाशें और गिरेंगी......तुम्‍हारी सात पुश्‍तें भी नहीं जान पाएंगी की तुम्‍हें मारा किसने है।‘’

 

कौन हैं ये लोग? करन को किसने मारा, राघव के बारे में उसे ऐसा क्‍या पता चल गया था जिससे उसे अपनी जान गंवानी पड़ी?

अब अनन्‍या क्‍या करेगी, क्‍या वह मीरा की चाल समझ पाएगी या गुस्‍से में आकर अनुज से रिश्‍ता तोड़ देगी? 

जानने के लिए पढ़ते रहिए 'बहरूपिया मोहब्‍बत!'

 

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