बंदूक देखकर मारिया की टांगे बुरी तरह से कांपने लगी, चेहरे पर डर और आंखो में आतंक देखकर डिलीवरी बॉय मुस्‍कुरा दिया, उसने झट से मारिया की दहशत से भरी फोटो अपने मोबाइल से खींच ली। 

मारिया उसे ऐसा करते देख बोली, ''ये….ये क्‍या कर रहे हो.…मेरी फोटो क्‍यों खींच रहे हो?’’ 

डिलीवरी बॉय ने कहा, ‘’अपने बॉस को भेजने के लिए ताकि उन्‍हें पता तो चले कि जिसके मर्डर के लिए उन्‍होंने मुझे सुपारी दी है, मरने से पहले उसका चेहरा कैसा हो गया था।‘’ 

बंदूक की नली अभी भी मारिया की ओर तनी थी। मारिया का चेहरा  सफेद हो गया, बॉस…कौन हो तुम्‍हारा बॉस?‘’ 

‘’इससे तुम्‍हें क्‍या...? जब मरकर ऊपर चली जाओगी तो पता चल ही जाएगा कि किसने तुम्‍हें मरवाया था? वैसे वे मेरे कोई बॉस नहीं, जो भी मुझे कत्‍ल करने के लिए सुपारी देता है, तब वह मेरा बॉस हो जाता है।‘’

‘’कौन है तुम्‍हारा बॉस, किसने मुझे मारने के लिए सुपारी दी है?‘’ मारिया ने फिर से पूछा।

‘’सॉरी मैडम, यह तो आज तक किसी को नहीं बताया हमारे सुपारी किलर धंधे के भी कुछ उसूल होते हैं।‘’ 

‘’एक बार बता तो दो, वैसे भी तुम मुझे मारने वाले हो, हर मरते हुए इंसान की आखिरी इच्‍छा पूछी जाती है, मैं खुद केवल यही तो जानना चाहती हूं कि मुझे कौन मारना चाहता है, शायद उसका नाम जानकर मैं कारण भी जान सकूं।‘’ 

डिलीवरी बॉय ने दो तीन सेकेंड सोचा, थोड़ा हिचकिचाया और बोला, ‘करन…’’

व्‍हाट, सुनकर मारिया चौंक गई और मन ही मन बोली, ‘’करन यानी वो चीफ का बॉडीगार्ड, तो उसे मेरे इरादे की भनक लग ही गई।

मारिया के मन ने चीफ और करन को ढेर सारी गालियां दी और फिर उस किलर से पूछा, ‘’ओके....मैं समझ गई तो मेरी हत्‍या करने के लिए कितने पैसे मिले हैं तुम्‍हें।‘’

‘’क्‍यों, तुम्‍हें इससे क्‍या?‘’ 

‘’बताने में क्‍या जा रहा है, मैं कौन सा तुम्‍हारे पैसे छीन रही हूं?‘’

‘’दस लाख, उसने गर्व से बताया। 

मारिया ने चेहरे पर नकली हैरानी वाले भाव लाकर बोली, ‘’ओह बस दस लाख, दस लाख रूपयों के लिए तुम मुझे मार रहे हो, अपनी जान बख्‍शने के लिए मैं तुम्‍हें अभी इसी वक्‍त पचास लाख दे सकती हूं।’’

‘’क्‍या..? डिलीवरी बॉय की आंखे चमक उठी। पर मैं मर्डर के लिए पैसे ले चुका हूं अब धंधे के उसूल के कारण किसी को धोखा नहीं दे सकता।‘’

‘’इसमें धोखे जैसी कोई बात नहीं है, जिसने तुम्‍हें मेरा मर्डर करने के लिए भेजा है वह भी तो धोखेबाज है।‘’

‘वह कैसे?’ किलर ने भौंहे ऊपर करके पूछा। 

‘’एक्‍चुली वो मेरा एक्‍स बॉयफ्रेंड है…अब वो एक नई लड़की के चक्‍कर में पड़ा है, मैं उसके कई सारे राज जानती हूं, उसे डर है कि कहीं मैं उसकी सच्‍चाई उसकी नई गर्लफ्रेंड को न बता दूं इसलिए वो मेरा मर्डर करवाना चाहता है, धोखेबाज के साथ धोखा करना कोई गलत बात नहीं है, सोच लो हैंडसम…पचास लाख रूपए बहुत बड़ी रकम होती है…इससे तुम कोई भी नया काम शुरू कर सकते हो।‘’ 

वह सुपारी किलर कुछ समय के लिए सोचने के भाव में आ गया, बंदूक से उसकी पकड़ कुछ ढीली हुई।

‘’सोच लो, मारिया ने गर्म लोहे पर वार किया…तुम्‍हें केवल पचास लाख ही नहीं मिलेंगे, यह सुंदरी भी तुम्‍हारी हो सकती है, अभी इसी वक्‍त, करन से धोखा खाने के बाद मैं अकेली हो गई हूं.…मन के सुकून के लिए तो माउंट आबू के इस गेस्‍ट हाउस में ठहरी हूं। तुम्‍हें देखकर ऐसा लगा कि तुम मेरा अकेला पन दूर कर दोगे। 

मारिया की इन मादक बातों से वह सुपारी किलर मानों पिघल गया....रिवाल्‍वर वाला हाथ नीचे झुक गया। उसके पूरे शरीर में वासना की लहर ने जोर मारना शुरू कर दिया...एक तो पचास लाख रूपए और ऊपर से मारिया जैसी सुंदर लड़की को भोगने का अवसर, यह सोने पर सुहागा के समान था। आंखो में मारिया के देह को पाने की तड़प दिखाई देने लगी, उसने मारिया को सिर से लेकर पांव तक भरपूर नजरों से देखा...उससे पाने वाले सुख की भरपूर कल्‍पना करते ही रोमांचित हो उठा।

 

रिवाल्‍वर को वापस थैले में डालकर अंदर आ गया…मारिया ने उसे नशीले अंदाज में देखते हुए दरवाजे को बंद कर दिया। मारिया ने बेडरूम की ओर चलने का इशारा किया...वह किलर मानों इसी ताक में था। उसने थैले को एक किनारे रख दिया, यह उस किलर की सबसे बड़ी भूल थी। 

दोनों बेडरूम में पहुंचे, वह मारिया पर ऐसे झपटा जैसे कोई भूखा बाज़ चिड़िया को देखकर झपटता हो…पर शायद करन ने उस सुपारी किलर को मारिया के बारे में कुछ ज्‍यादा बताया नहीं था...अगर बता दिया होता तो उस किलर के मन में वासना की आंधी नहीं चलती और ना ही उसका विवेक और बुद्धि भ्रष्‍ट होती। 

वह दरवाजे के बाहर बंदूक से मारिया को आसानी से मार सकता था लेकिन औरत के शरीर से मिलने वाले परमआनंद की कल्‍पना ने उसकी मति ही मार दी और शिकार करने आया शिकारी खुद शिकार हो गया। गेस्‍ट रूम के उस बेड पर सुपारी किलर की लाश पड़ी थी.…मारिया ने बेड के कोने पर पड़े एक छोटे से चाकू से उसके गले की नस काट दी थी....यह तो उसने ट्रेनिंग में सीखा था कि कैसे दुशमन की सांस नली को काटकर एक झटके में ही उसे खत्‍म किया जा सकता है। 

गले से बहकर निकलता हुआ ताजा खून बिस्‍तर को लाल कर रहा था...शुक्र था कि यह एक गेस्‍ट रूम था और मारिया ने इसे तीन चार दिनों के लिए बुक करा लिया था, क्‍योंकि गेस्‍ट रूम का मालिक एक दिन के लिए देने को तैयार नहीं था उसे शायद एक दिन का बुक कराने का कोई विशेष फायदा नहीं हो रहा था। 

मारिया तो फायदे में आ गई थी...अगले तीन दिन इस गेस्‍ट रूम को कोई बुक नहीं करा सकता था, पर मारिया का काम बढ़ गया था। 

उसे लाश को ठिकाने लगाना था, बेड पर बिछी सफेद चादर जो लाल हो चुकी थी उसे धोने के लिए बाथरूम की बाल्‍टी में डाल दिया.....शुक्र था कि गददे का रंग डार्क ग्रीन था, थोड़ा सा पानी डालकर उसे रूम के पिछले हिस्‍से वाले लॉन में धूप के सामने डाल दिया, अब लाश का क्‍या करना था? लॉन तो इतना बड़ा था ही कि उसमें खुदाई कर के इस किलर की लाश को गाड़ा जा  सकता था, किसी से मदद मांगना खतरे से खाली नहीं था। 

बाहर से फावड़ा लेकर आना भी उसे शक के दायरे में लाने के बराबर था। तभी रूम की डोरबेल बजी....मारिया चौंकी....कौन हो सकता है? 

उस किलर को बेडरूम में वैसे ही छोड़कर मारिया डोर के पास पहुंची और सधे आवाज में पूछा, ‘’कौन है? ‘’ 

‘डिलीवरी बॉय मैम, आपका लंच।‘’

ओह अब सचमुच मेरा लंच आया है ना, कहीं इसी का कोई साथी तो नहीं है, जो यह देखने और कर्न्‍फम करने आया होगा कि मैं मर गई या नहीं।‘’

मारिया का दिमाग बहुत तेजी से काम करने लगा था, मारिया ने फौरन उस थैले से किलर की वह बंदूक निकाली जिससे वह मारिया को मारने आया था। दरवाजे को धीरे से खोला और एक हाथ में पकड़े बंदूक को पीछे छिपाकर बोली, ‘’लाइए दीजिए।‘’ 

डिलीवरी बॉय ने मुस्‍कुराते हुए थैले में हाथ डाला, मीरा सतर्क हो गई। खाने का एक डिब्‍बा देखकर उसकी जान में जान आई, खाना लेकर उसने फट से दरवाजा बंद कर दिया और राहत भरी गहरी सांस ली। 

 

अब शाम से पहले उसे कोई डिस्‍टर्ब करने वाला नहीं था। लॉन में रखी खुरपी से मारिया ने लॉन का वह कोना जहां गमले रखे थे उसे खोदना शुरू किया, दो घंटे की मशक्‍कत के बाद उस किलर को गाड़ने लायक गडढा खुद गया था। 

किसी तरह घसीटते हुए मारिया ने उस किलर को गडढे में फेंका और मिट्टी अच्‍छे से डालकर समतल किया और उस पर फिर से गमले रख दिए। बची हुई मिट्टी को लॉन में रखे सारे गमलों में सेट कर दिया।

कमरे की बारीकी से सफाई करने के बाद…मारिया लंच करने लगी, लंच करते-करते मारिया के चेहरे पर एक जहरीली मुस्‍कान आ गई...करन यह तुमने अच्‍छा नहीं किया, अब मारिया तुम्‍हें बताएगी की दिल दहाड़े मर्डर कैसे किया जाता है, तू इस वक्‍त सुकून की नींद ले रहा होगा, ले लो….जल्‍दी ही मैं मुंबई आकर तेरे ऊपर जाने का इंतजाम करती हूं, बहुत हो गई चीफ की सिक्‍योरिटी। 

 

मीरा नहा धोकर ऑफिस पहुंची, पूरे रास्‍ते वह एक अनजाने भय से डरी हुई थी, उसे बार-बार ऐसा लग रहा था कि कहीं लोग उसे ही तो नहीं देख रहे हैं, उसे पहचानने की कोशिश कर रहे हैं, आज रोड पर टैक्‍सी रूकवाते समय भी ध्‍यान से देखा था कि यह टैक्‍सी ही है ना कहीं वह आर्यन खुद न टपक जाए। 

फिर मीरा ने आसपास देखा, वह कहीं से भी आ सकता है…उससे दो मुलाकाते हुई हैं, और दोनों मुलाकात बीच रोड पर ही। ऑफिस पहुंचकर भी उसे कंपकंपी छूट रही थी, कारण था उसके स्‍टाफ के सभी लोग होटल ताज की इस बिजनेस पार्टी के बारे में कई दिनों से चर्चा कर रहे थे। 

‘’गुड मार्निंग राशी.....सामने राशी को देखकर मीरा ने मुस्‍कुराकर कहा। 

उसके हाथ में आज का न्‍यूज पेपर था, जिसे देखते ही मीरा का कलेजा कांपा, क्‍योंकि राशी के देखने का अंदाज ही ऐसा था मानों न्‍यूज पेपर में मीरा की फोटो छपी हो। 

क्‍या हुआ? मीरा ने पूछा। 

‘’कुछ नहीं, तुम्‍हारी तो गुडमार्निंग है पर नए बॉस ने हमारी लंका लगा दी है।‘’ 

‘’मतलब न्‍यूज पेपर में मेरे बारे में ऐसा वैसा कुछ नहीं है, मन ही मन आनंदित होते हुए मीरा ने पूछा ‘’क्‍या हुआ? लंका लगा दी मतलब?‘’ 

‘’मतलब हमें इस हफ्ते के अंदर-अंदर पांच सौ से अधिक ड्रेस बनाने हैं, नए डिजाइन के।‘’ 

‘’हां तो इसमें बुरा क्‍या है? करते हैं ना, और तो कोई बात नहीं है ना?‘’

‘’नहीं और कोई बात नहीं है‘’ राशी ने मुंह बनाकर कहा। 

मीरा सिर से लेकर पांव तक पुलकित हो उठी, मतलब आर्यन ने जो कहा था कि तुम्‍हारी एक भी फोटो किसी भी न्‍यूज या न्‍यूज पेपर में नहीं आएगी वह सच था। 

 

वहीं दूसरी तरफ चीफ अपने अपार्टमेंट के सबसे ऊपरी मंजिल पर बने अपने प्राइवेट जिम में ट्रेडमिल पर दौड़ रहा था। पसीने से उसका पूरा शरीर भीगा हुआ था, शर्ट उसके जिस्‍म से चिपक गई थी उसमें वह और भी अट्रैक्‍टिव लग रहा था। 

इसी जिम में दूसरी ओर अभिजीत भी उसके साथ था....उसने अपने दोनों हाथों में दस दस किलो के डंबल उठा रखे थे पर उसकी कामुक नजर चीफ की पसीने से तर बॉडी पर थी, पर यहां ऐसा वैसा कुछ नहीं कर सकता था यह चीफ के एक्‍सरसाइज करने का टाइम था। 

चीफ ने अपनी पसीने से भीगी टीशर्ट उतार दी, उसके कसरती शरीर को देखकर अभिजीत के मुंह से एक धीमी आह निकल गई। उसने खुद को किसी तरह कंट्रोल करने की कोशिश की और चेहरा दूसरी ओर घुमा लिया। इस समय उसकी सुनहरी भूरी आंखो पर लेंस नहीं चढ़ा था, पर वे गुस्‍से से दहक रही थी। 

वह सामने रखे मोबाइल में एक वीडियो देख रहा था…वह वीडियो कुछ और नहीं बल्‍कि मीरा के अपार्टमेंट की कल रात की घटना थी जिसमें रजनीश, मीरा को छेड़ रहा था और उसे अपशब्‍द कह रहा था। 

अभिजीत, चीफ के पास आया और एक तौलिया, बीयर की एक बोतल चीफ की ओर बढ़ाकर बोला, ‘तुम यह सब क्‍यों देख रहे हो चीफ...हमारे दुश्‍मनों की संख्‍या आलरेडी अनगिनत है अब एक और बढ़ा रहे हो।‘’ 

अभिजीत को चीफ का मीरा से इतना लगाव रास नहीं आ रहा था, वह नहीं चाहता था कि चीफ किसी लड़की के चक्‍कर में पड़े और खासकर मीरा जैसी लड़की तो बिल्‍कुल भी नहीं जो केवल बॉस की जान लेने के इरादे से उनकी लाइफ में आना चाहती है। 

चीफ ने बीयर की पूरी बोतल को एक ही सांस में खाली कर के कहा, ‘’हां जानता हूं…पर अभी जो नई दुश्‍मन है वह बहुत ही प्‍यारी, सुंदर, दिलकश, मासूम है, इससे प्‍यार करने में मजा आएगा।‘’ 

‘’लेकिन चीफ वह आपको मारना चाहती है‘’ अभिजीत ने याद दिलाते हुए कहा। 

‘’हां मगर प्‍यार कर के, मजा आएगा, मैं दुनिया का ऐसा पहला इंसान हूं जो एक खूबसूरत कातिल से प्‍यार करेगा।‘’

 

चीफ ने वीडियो को दिखाते हुए रजनीश की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘’यह आदमी...जो मीरा को छेड़ रहा है....चीफ की बात पूरी होने से पहले अभिजीत बोला, ‘’हां चीफ समझ गया, इसे ठिकाने लगाना है चिंता मत कीजिए काम हो जाएगा।‘’ 

‘’इतनी आसानी से नहीं, वैसे तुम तो जानते हो कि मुंबई के एक अंडरग्राउंड प्‍लेस में हमारा लैब खुला है जहां अभी टेस्‍टिंग स्‍टार्ट नहीं हुई है, तो इस आदमी पर हम टेस्‍ट कर सकते हैं।‘’ 

पर चीफ ऐसे किसी को उठाना ज्‍यादा खतरनाक हो सकता है बजाय उसे मारने के, इस आदमी का एक नाइट क्‍लब है, वहां जाकर इसे शूट कर देते हैं।

मुझे यह आदमी अपने नए लैब में चाहिए, आज शाम तक और कोई बहस नहीं, मीरा को नुकसान पहुंचाने वाले शख्‍स पर मैं दया नहीं करूंगा।‘’

अभिजीत सिहर उठा.….यह बॉस को अचानक हो क्‍या गया है, उस मीरा के प्रति इतनी दिवानगी कहां से आ गई। अगर जल्‍दी ही कुछ नहीं किया तो इतनी मेहनत से बनाई हुई बॉस की इंडस्‍ट्री एक झटके में घाटे में चली जाएगी।

मैं ऐसा नहीं होने दूंगा....वैक्‍सीन इंडस्‍ट्री में नंबर वन बनना हमारा सपना था, एक लड़की की खातिर मैं यह सपना मरने नहीं दूंगा, अगर बॉस को मीरा चाहिए तो मैं इन्‍हें मीरा को लाकर दूंगा। 

 

 

अभिजीत कैसे लाएगा मीरा और चीफ को करीब? 

कब तक मीरा आर्यन से बचती रहेगी? 

मारिया करन का कैसे करेगी खात्मा? 

क्या होगा उसका अगला कदम? 

जानने के लिए पढ़ते रहिए बहरूपिया मोहब्‍बत।

 

 

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