सब कुछ धुंधला था।नीना वास्केज़ धीरे-धीरे उस गीली, बदबूदार सुरंग से नीचे उतरती गई। उसके जूतों की आवाज़ गूँजती थी, हर कदम पर ठहरी हुई हवा में अजीब सी सनसनी फैलती थी। पुरानी दीवारों पर धूसर काई जमी थी और कहीं-कहीं से पानी टपकने की आवाज़ उसके दिल की धड़कनों से मेल खा रही थी।
उसका दिल जोर-जोर से धड़क रहा था।
वह जानती थी ,आज की रात उसकी ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल सकती थी।
नीना के अंदर डर और उम्मीद की एक जंग चल रही थी। वह जानती थी कि वह किससे मिलने जा रही थी। वॉल डि लियोन – उसकी एकमात्र सच्ची दोस्त... और अब शायद उसकी सबसे बड़ी दुश्मन भी।"
एक टूटे हुए सीढ़ी के किनारे पर खड़ी होकर उसने गहरी सांस ली। सुरंग के अंधेरे में आगे बढ़ने से पहले उसने खुद को तैयार किया। उसकी आंखें ,जो अब पूरी तरह से सामान्य नहीं रहीं थीं ,दीवारों से टकराते अदृश्य कोड्स और ऊर्जा रेखाएं देख सकती थीं। सब कुछ शोर करता था, लेकिन सब कुछ मूक भी था।यह जगह एक कब्रगाह जैसी लग रही थी। नीना के भीतर बैठी साइबरनेटिक आंखें हर हलचल को पढ़ रही थीं, हर कंपन को महसूस कर रही थीं। पर एक बात वो नहीं पढ़ पा रही थी ,वॉल के इरादे।"
सामने कुछ मीटर की दूरी पर एक दरवाज़ा था ,आधा टूटा हुआ, आधा खुला। वहाँ से नीली रोशनी छनकर आ रही थी। नीना ने अपनी मुट्ठी कस ली और आगे बढ़ी।
जैसे ही वह भीतर दाखिल हुई, एक आवाज़ गूँजी ,धीमी, लेकिन तेज़।
वॉल हंस कर लेकिन थकी हुई आवाज़ में
“आ गईं तुम... नीना । मैंने सोचा था, शायद तुम डर जाओगी।”
नीना ठिठक गई। वहाँ, एक पुरानी मेज के पीछे खड़ी, वॉल दिखाई दी ,पहले से कहीं अधिक बदली हुई। उसके एक आंख पर चमकता हुआ लाल साइबरनेटिक लेंस लगा था, जो पलपल उसकी धड़कनों के साथ चमक रहा था। उसके चेहरे पर एक अजीब सी शांति थी ,एक खतरनाक शांति।
नीना धीमे आवाज़ में, सतर्क होकर
“मैं डरने नहीं आई। जवाब चाहिए मुझे।”
वॉल मुस्कुराई, लेकिन उस मुस्कान में कोई गर्मी नहीं थी।
वॉल कटाक्ष भरे अंदाज़ में
“जवाब? हाह! जवाब तो तुम्हें तब चाहिए थे जब तुमने मुझे छोड़ दिया था मरने के लिए!”
नीना ने अपनी नजरें नीची कर लीं। उस रात की यादें जैसे चाकू बनकर उसके सीने को चीरने लगीं। वॉल को छोड़कर भागने का दर्द उसे अब तक सोने नहीं देता था। पर अब वह यहां थी ,माफी मांगने के लिए नहीं, बल्कि सच जानने के लिए।
नीना जानती थी, यहाँ से कोई भी सुरक्षित बाहर नहीं निकलेगा। या तो सच्चाई मिलेगी, या फिर सब कुछ खत्म हो जाएगा।"
नीना कठोरता से, आँखों में जिद के साथ
“तुमने कहा था तुम्हारे पास हल है। बताओ।”
वॉल ने धीरे-धीरे कदम आगे बढ़ाए। उसके साइबरनेटिक अंग से हल्की मशीनों जैसी भनभनाहट आ रही थी। उसने एक पुरानी लैपटॉप की स्क्रीन पर हाथ रखा, और स्क्रीन पर अजीबोगरीब कोड्स झिलमिलाने लगे।
वॉल गंभीरता से
“मैंने अपनी आंख के साथ 'फ्यूजन' करना सीख लिया है। अब यह मुझे कंट्रोल नहीं करती... मैं इसे कंट्रोल करती हूँ।”
नीना अवाक खड़ी रही। क्या यह सच हो सकता था? क्या वाकई वह उस नर्क से बाहर निकल सकती थी जिसमें वह खुद को फँसा हुआ महसूस कर रही थी?
नीना संदेह में, कठोर आवाज़ में
“क्या कीमत चुकानी पड़ी तुम्हें?”
वॉल की आंखों में एक परछाईं सी दौड़ गई। कुछ पल के लिए उसका चेहरा नरम पड़ा ,एक खोई हुई इंसान की तरह।
वॉल धीमी, टूटी हुई आवाज़ में
“अपनी इंसानियत की। अपने अतीत की। अपनी भावनाओं की।”
कमरा अचानक और ठंडा लगने लगा।
“नीना को लगा जैसे उसकी सांसें जम गई हों। वह जानती थी, अगर उसने यह रास्ता चुना, तो वापस जाने का कोई रास्ता नहीं होगा।”
ठीक उसी समय, एक और आवाज़ गूंजी ,कर्कश और गुस्से से भरी हुई।
एथन कार्टर तेज़ आवाज़ में, दरवाज़े से
“उस पर भरोसा मत करो, नीना !”
नीना चौंक गई। उसने मुड़कर देखा ,एथन वहाँ खड़ा था, उसकी आँखों में गुस्सा और दर्द की लहरें थीं। उसके चेहरे पर घावों के पुराने निशान थे, और उसकी सांसें तेज़ चल रही थीं जैसे वह दौड़ता हुआ आया हो।
नीना चौंक कर, फुसफुसाते हुए
“एथन... तुम यहाँ कैसे?”
एथन गुस्से से भरे आवाज़ में
“यह सब एक जाल है! वह तुम्हें भी वैसा ही बना देगी जैसा खुद बन गई है!”
वॉल ठंडी मुस्कान के साथ एथन की ओर मुड़ी।
वॉल तेज, तीखी आवाज़ में
“कम से कम मैं ईमानदार हूँ। मैंने स्वीकार कर लिया है कि दुनिया में इंसानियत की कोई जगह नहीं बची।”
नीना दोनों के बीच फंसी खड़ी थी। एथन, जो उसकी आखिरी कड़ी था उसके पुराने इंसानी अस्तित्व से। और वल, जो एक नया रास्ता दिखा रही थी ,ऐसा रास्ता जहाँ दर्द नहीं था... जहाँ डर नहीं था... बस शक्ति थी।
“नीना के भीतर एक तूफान उठ रहा था। क्या वह अपनी बची हुई इंसानियत को बचाए रखेगी? या वह भी वॉल की तरह उस अंधे यंत्रणा को गले लगा लेगी?”
कमरे की हवा भारी हो गई थी। घड़ियों की सुई जैसे रुक गई हो। बाहर सुरंग में दूर कहीं पानी टपकने की आवाज़ गूंज रही थी ,टिक... टिक... टिक…
वॉल नर्म लेकिन चुभती हुई आवाज़ में
“सोच लो, नीना । अभी भी वक्त है। अपनी तकलीफ़ को खत्म करने का मौका है तुम्हारे पास।”
एथन भीगती आवाज़ में, टूटते हुए
“नीना , तुम वही लड़की हो जिसने अंधेरे में भी रास्ता ढूंढ़ लिया था... तुम मशीन नहीं हो... मत भूलो कौन हो तुम।”
नीना ने अपनी मुट्ठियाँ भींच लीं। उसकी साइबरनेटिक आंखें चमकने लगीं, पर दिल के भीतर एक आवाज़ गूंज रही थी ,माँ की, वॉल की, एथन की, खुद उसकी अपनी।
वह जानती थी, यह फैसला उसकी किस्मत को हमेशा के लिए तय कर देगा।
कमरे में सन्नाटा छा गया। सबकी सांसें थम गईं। समय जैसे जम गया।
धीमे लेकिन भारी आवाज़ में
“यह सिर्फ़ एक मुलाक़ात नहीं थी। यह था ,अपने अस्तित्व के लिए युद्ध।”
कमरे की हवा अब और भारी हो गई थी।
नीना के कानों में वॉल की बातों की गूंज अभी तक थमी नहीं थी, लेकिन एथन की आवाज़ ने कुछ तो तोड़ दिया था उसके भीतर ,जैसे जमी बर्फ पर पहली दरार।
धीमे आवाज़ में
“दो रास्ते सामने थे। एक शक्ति की ओर ले जाता था ,वह शक्ति जिसने वॉल को भी इंसान से मशीन में बदल दिया था। और दूसरा ,दर्द की, पछतावे की, लेकिन शायद रिडेम्प्शन की राह।”
नीना धीरे-धीरे वॉल की ओर मुड़ी। उसकी आंखों में एक सवाल था।
नीना संशय से, फुसफुसाते हुए
“अगर तुमने वाकई इसे कंट्रोल करना सीख लिया है… तो फिर तुम्हारी आँखों में अब भी वो पागलपन क्यों है?”
वॉल हँसी। वह हँसी जिसमें इंसानियत का नामोनिशान नहीं था ,बस तटस्थता और सत्ता का नशा।
वॉल कटाक्ष में, ठंडी मुस्कान के साथ
“क्योंकि सच्चा कंट्रोल तब आता है, जब तुम खुद को खो देने को तैयार हो जाओ।”
“यह वो जवाब नहीं था जिसकी नीना को तलाश थी… लेकिन यह वो सच्चाई थी जिससे वह बच नहीं सकती थी।”
एथन आगे बढ़ा, उसकी सांसें अब भी तेज़ थीं, मगर उसकी आँखों में एक दृढ़ विश्वास चमक रहा था।
एथन कड़ाई से
“तुम्हें उसकी तरह नहीं बनना है, नीना । वो इंसान नहीं रही… लेकिन तुम अब भी हो।”
नीना ने उसका चेहरा देखा ,थका हुआ, घायल, लेकिन उम्मीद से भरा।
“कुछ पल के लिए उसे याद आया… जब पहली बार एथन ने उसका हाथ थामा था। जब सब कुछ टूट रहा था, तब उसने ही उसे खड़ा किया था।”
लेकिन तभी, उसकी आंखों में कुछ चमका ,एक डेटा स्ट्रिंग। एक झिलमिलाती छवि ,वॉल की लैब की दीवार पर बनी एक डिजिटल संरचना, जो इंसानी न्यूरल नेटवर्क को रिप्रिज़ेंट कर रही थी।
नीना गंभीरता से, वॉल की ओर देखते हुए
“यह क्या है? क्या तुमने असल में 'गॉड्स आई' के कोर में रीप्रोग्रामिंग की है?”
वॉल थोड़ा चौंकी, फिर मुस्कुराई।
वॉल फख्र से
“हाँ। मैंने इसका 'ऑटोनॉमस ओवरराइड' सिस्टम क्रैक किया। अब यह मुझे नहीं चलाता ,मैं इसे चलाती हूँ। मैं ही हूँ ‘गॉड्स आई’ अब।”
नीना ने पास जाकर स्क्रीन को देखा। वहाँ एक प्रोटोकॉल लोड हो रहा था ,"प्रोटोकॉल: न्यूरल-मर्ज इनिशिएटेड."
“वॉल अब उसे भी उस प्रक्रिया में खींचना चाहती थी ,जहां वह पूरी तरह मशीन बन जाए। जहां न दर्द हो, न पछतावा। बस सर्विलांस और सर्वशक्ति।”
वॉल प्रलोभन देते हुए
“तुम भी कर सकती हो ये, नीना । हम दोनों मिलकर इस सिस्टम को खत्म कर सकते हैं ,या फिर उसे अपने लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। कोई हमें नहीं रोक सकेगा।”
नीना धीमे आवाज़ में, खुद से
“...या कोई हमें पहचान भी नहीं सकेगा।”
एक लंबी चुप्पी फैल गई।यह वो घड़ी थी जहां उसकी आत्मा ने खुद से मोल-भाव शुरू किया।"
एथन धीमे आवाज़ में, भावुक होकर
“अगर तुम आज भी वो लड़की हो जो उस कैफे में बैठी थी, जिसने देखा था कि सब कुछ गलत हो रहा है... और फिर भी कुछ नहीं कर सकी... तो अब वक़्त है ,उस गलती को सुधारने का।”
वॉल ने उसकी ओर देखा ,अब उसकी आँखों में भी एक छिपा दर्द था।
वॉल शांत आवाज़ में
“मैंने खुद को खोकर खुद को पाया, नीना । शायद यही रास्ता तुम्हारे लिए भी है।”
नीना ने गहरी साँस ली।
“उसने जाना ,आगे जो भी होगा, वह अब किसी एक की तरह नहीं बचेगी। या तो वह मशीन बन जाएगी… या फिर उस टूटे हुए इंसान को फिर से गढ़ेगी, जो अब भी अंदर कहीं जिंदा था।”
कट टू ब्लैक – अलार्म का सायरन तेज़ हो जाता है, और गेट के बाहर बूट्स की आवाज़ें नजदीक आती हैं…
"नीना वॉल को।देखो,
एथन ने कहा, ‘तुम उस पर भरोसा नहीं कर सकते।’
नीना बोली 'तो फिर वो मुझे तुमसे ज़्यादा इंसान क्यों लग रही है?'”
वॉल की लैब अब युद्धभूमि जैसी लग रही थी। दीवारों पर फड़कती लाल लाइटें, मॉनिटरों पर कूदते कोड्स, और उनकी साँसों की आवाज़ ही सब कुछ थी। गेट के पार बूट्स की थाप गूंज रही थी ,'द डिवीजन' नज़दीक थी।
“हर सेकंड के साथ वक़्त उनका दुश्मन बनता जा रहा था। लेकिन नीना के लिए असली जंग बाहर नहीं थी ,वो भीतर थी। दो आवाज़ें, दो रास्ते, दो लोग ,और एक फैसला।”
वॉल अब सिस्टम के मेन फ्रेम के पास खड़ी थी। उसकी आँखों में चमक थी ,वह मशीन की तरह तेज़ और सटीक दिख रही थी, लेकिन बोल रही थी इंसान की तरह।
वॉल आत्मविश्वास में
“इससे पहले कि वे यहाँ पहुँचें, हमें इसे एक्टिवेट करना होगा। अगर हम दोनों मर्ज हो गए, 'गॉड्स आई' पर हमारा पूरा कंट्रोल होगा। कोई हमें छू भी नहीं पाएगा।”
नीना चुप रही। वह उस मशीन की स्क्रीन को देख रही थी, जहाँ लिखा था:
“प्रोटोकॉल: सिम्बायोटिक लिंक ,रेडी टू इंजेक्ट”
उसकी उंगलियाँ कंपकंपा रही थीं। दिल तेज़ धड़क रहा था। लेकिन उसकी आँखें ,वो स्थिर थीं। वह वॉल को देख रही थी जैसे किसी पुराने आईने में खुद का अक्स देख रही हो ,टूटा, लेकिन अब भी चमकता हुआ।
एथन गुस्से में, पास आते हुए
“यह पागलपन है! तुम यह नहीं कर सकती।”
नीना धीरे से
“मैं इसे रोक नहीं सकती, एथन… यह अब सिर्फ़ मेरी कहानी नहीं है।”
एथन ने उसका हाथ थामा, लेकिन इस बार वह उसे रोक नहीं पाया।
नीना उसके सामने खड़ी थी, लेकिन उसके भीतर कुछ बदल गया था।
एथन गहराई से, भीगी आँखों से
“यह वही वॉल है जिसने तुम्हें मरने के लिए छोड़ दिया था… क्या अब भी तुम्हें उस पर भरोसा है?”
वॉल ने पीछे से बात काटी।
वॉल तीखे आवाज़ में
“कम से कम मैंने उसे झूठे वादों से नहीं बहलाया। तुमने क्या किया, एथन? क्या तुमने उसे सच्चाई बताई? क्या तुमने उसे पहले दिन से नहीं छुपाया कि तुम्हें उसके बारे में सब पता था?”
नीना का सिर धीरे-धीरे एथन की ओर मुड़ा।
“वक़्त जैसे थम गया था। एक सेकंड ,जिसमें दिल भी धड़कना भूल गया।”
नीना धीमे आवाज़ में, संदेह से
“क्या… ये सच है?”
एथन की आँखें झपकीं। उसके होंठ हिले, लेकिन आवाज़ नहीं निकली।
वॉल ने मुस्कराते हुए एक आखिरी वार किया।
वॉल विजयी आवाज़ में
“मैंने उसे बदल दिया, एथन। अब वो सिर्फ़ तुम्हारी नीना नहीं रही।”
एक लंबा सन्नाटा।
लैब की दीवारों पर खतरे की चेतावनी और भी तेज़ हो चुकी थी।
“इंट्रूडर ब्रेक इन ,00:30 सेकंड्स”
नीना ने एक बार फिर दोनों की तरफ देखा ,एक जो अतीत था, और एक जो भविष्य बन सकता था।
“कुछ फैसले इंसान नहीं करता ,वो हालात उससे करवा लेते हैं। और नीना के सामने अब इंसान बने रहने और भगवान बनने के बीच का फ़र्क मिटने लगा था।”
उसने वॉल को देखा।
वॉल ने बिना कुछ कहे, सिर झुकाकर आँखों में स्वीकृति भर दी।
तभी एथन एक बार फिर चीखा ,एथन बेबस, चेतावनी भरे आवाज़ में
“तुम उस पर भरोसा नहीं कर सकती, नीना !”
आख़िर कौन है भरोसे के काबिल? क्या नीना का यकीन ही बनने वाला है उसके तबाही का कारण? जानने के लिए पढ़ते रहिए कर्स्ड आई।
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