डॉक्टर रूटीन चेकअप के लिए विक्रम के रूम में आये the. उन्होंने उनके हेल्थ के बारे में कुछ बताने के लिए आरव और माया को बुलाया. दोनों घबराए हुए अंदर आये. डॉक्टर ने उन्हें मुस्कुराते हुए कहा है कि विक्रम की रिकवरी काफी फ़ास्ट हुई है. उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. ये सुन कर आरव और माया बहुत खुश huye. विक्रम अभी नींद में ही हैं. उन्हें डॉक्टर ने ज्यादा से ज्यादा रेस्ट करने की सलाह दी है. 

आरव ने ये गुड न्यूज़ घर पर फोन कर के बता दी. थोड़ी ही देर में निशा अनीता को लेकर हॉस्पिटल पहुंच गयी. माया और आरव घर लौट gaye. आज संडे है, कबीर हमेशा की तरह छुट्टी वाले दिन जल्दी उठ गया. उसे दादी ने बता दिया है कि उसके दादू कल घर आ रहे हैं. वो माया के ghar आने पर दौड़ दौड़ कर बता रहा है कि कल दादू आ रहे हैं. माया उसे गले लगा कर उसे खूब किस्सी करती है. 

दादा जी कबीर को ऐसे नाचते झूमते देख बहुत खुश hote हैं. तभी आरव की उन पर नज़र पड़ती है, उसे एक दम से कल रात राजेश की बातें याद aa gayin. अभी तक माया के साथ रहते हुए उसका जो अच्छा मूड था वो कल रात की बातें याद करते ही खराब हो गया. उसका मन हो रहा tha कि वो अभी उनके पास जाए और उनसे इस बारे में बात करे लेकिन वो इस ख़ुशी के पल को खराब नहीं करना चाहता. इसीलिए चुपचाप अपने कमरे में चला जाता है. 

अनीता इन दिनों निशा को लेकर परेशान है. एक तो kuch dino pehle उसने घर से दूर जाने की बात कह दी thi और दूसरा shehar भर में उसको और राहुल को लेकर बातें बढ़ती चली जा रही thin. कल अपने घर कीर्तन के लिए इनवाईट करने आई pados ki Mrs. नेगी ने बातों बातों में अनीता को ताना मार दिया था. उनकी बेटी की उम्र 38 की हो गयी है लेकिन उसकी अभी तक शादी नहीं हुई. उन्हें पता चला कि निशा और राहुल की शादी की बातें चल रही हैं. जिस पर उन्होंने अनीता को ताना मारते हुए हुए कहा कि उनकी बेटी के लिए बड़ा अच्छा रिश्ता आया था. लड़का पायलट था लेकिन उनहोंने साफ़ मना कर दिया क्यों कि उसका डाइवोर्स हुआ था. मिसेज नेगी ने लड़के के लिए सेकेण्ड हैण्ड वार्ड use करते हुए राहुल पर तंज कसा था. अनीता को जवाब में कोई बात ही नहीं सूझी. 

वो अपने ही घर में शेरनी थीं बाकि दुनिया के सामने उनकी ज़ुबान सिल जाती थी. उल्टा वो Mrs. नेगी की बातों को गौर से सोचने लगीं. उनके हिसाब से लोग गलत नहीं कह रहे थे. वो सोच रही थीं कि निशा को इस बात पर खूब सुनाएँ लेकिन इस बार उनहोंने सुनाने की बजाये समझाने का तरीका चुनना सही समझा. हॉस्पिटल में बैठे हुए वो यही बातें सोच रही थीं. विक्रम आराम कर रहे थे इसलिए निशा और अनीता दोनों बाहर सिटिंग एरिया में बैठे थे. अनीता ने मोबाइल में खोई निशा से कहा..

अनीता- “शादी का क्या सोचा है? कब तक करनी है?”  

निशा को यहाँ हॉस्पिटल में ऐसे सवाल की उम्मीद नहीं थी. उसने फोन साइड में रख कर लम्बी साँस भरते हुए कहा कि उसने अभी इस बारे में नहीं सोचा है. राहुल को भी कोई जल्दी नहीं है. इस बात par अनीता को बहुत गुस्सा आया लेकिन उन्होंने खुद पर कंट्रोल करते हुए कहा..

अनीता- “नहीं सोचा तो सोचना चाहिए. देखो निशा भले hi तुम्हें मेरी बातें kadwi लगेंगी मगर हमारे समाज की यही सच्चाई है. यहाँ हर कोई हर किसी के मैटर में घुसने को तैयार है भले ही वो कितना भी पर्सनल हो. तुम भी तीन साल पहले यहीं से गयी हो, तुम्हें पता है कि एक दूसरे के बारे में गॉसिप करना यहाँ सबको कितना पसंद है. तुम्हारी भाषा में कहूं तो तुम्हारी और राहुल की लव स्टोरी इस समय शहर की सबसे हॉट ट्रेंडिंग न्यूज़ बनी हुई है और ये भी जान लो कि पॉजिटिव बातें नहीं होरही हैं तुम लोगों के बारे में. राहुल को सेकेण्ड हैण्ड कहा जा रहा है. अपनी बेटी के लिए मैं ये रिश्ता मंज़ूर कर रही हूँ लेकिन लोगों की बातें नहीं रोक सकती. इससे फैमिली का नाम खराब होता है. मैं बस ये कह रही हूँ कि तुम दोनों को जल्दी शादी कर लेनी चाहिए. एक बार शादी हो गयी तो किसी के बोलने से फर्क नहीं पड़ने वाला. और कुछ ही दिनों में सब चुप भी हो जायेंगे. बाकी तू खुद समझदार है.”

वैसे तो इतनी बात पर निशा भड़क गयी होती लेकिन जिस तरह से अनीता ने अपनी बात कही थी, वो सोचने पर मजबूर हो गयी. उसने anita से कहा कि वो इस बारे में जल्दी ही राहुल से बात करेगी. Tab tak विक्रम की नींद bhi खुल गयी थी. अनीता ने उन्हें खुशखबरी सुनाई कि कल उन्हें डिस्चार्ज किया jayega. विक्रम खुश तो थे लेकिन जैसे जैसे वो ठीक हो रहे थे राजेश की चिंता बढ़ती जा रही थी. अब दादा जी भी उस raaz के बारे में जान गए थे जो विक्रम ने सालों तक उनसे छुपाये रखा था. विक्रम ko ab dar tha कि कहीं उसका परिवार टूट ना जाये. 

Wahin, आरव के साथ कुछ पल बिताने से ही माया का चेहरा खिल गया tha. अब उसका हर काम में मन लग रहा tha. आरव ने उसे फ़िलहाल अपने पार्टनर और उसके tech बिजनेस के बारे में किसी से बात karne se mana kiya tha. इसके साथ ही उसने कहा tha कि वो ये सब फैमिली के लिए ही कर रहा है. उसको इसमें उसका पूरा साथ चाहिए. माया ने भी हामी भरी. उसने सोच लिया कि कुछ भी हो जाये वो आरव का साथ नहीं छोड़ेगी. 

Kuch der baad jab निशा और आरव जब आमने सामने आये तो आरव उससे नज़रें नहीं मिला paa रहा था. उसे यकीन था कि राहुल ने उसे सुबह वाली बात बता दी होगी. निशा ने आरव से सबसे पहले यही सवाल किया..

निशा- “भाई कल तू ने ड्रिंक की थी? सच सच बताना.” 

आरव- तू पागल है क्या, तुझे पता है ना मैंने दादा जी की कसम खायी है. क्या मैं उनकी कसम तोड़ सकता हूँ. तुझे लगता है?

पूरे कॉन्फिडेंस से बोला गया झूठ, सच से भी ज्यादा सच्चा लगता है. निशा और आरव कई पार्टीज़ में एक साथ गए हैं. उसके लगभग सभी दोस्त ड्रिंक करते हैं, सब उसे फ़ोर्स भी करते थे लेकिन उसने कभी शराब को हाथ नहीं लगाया था. अभी भी आरव इतनी कॉन्फिडेंस से बोल रहा था कि उस पर शक करने का सवाल ही नहीं था. उसने सोचा कि शायद राहुल को ग़लतफ़हमी हो गयी होगी. इसके बाद भी उसने सवाल करना नहीं छोड़ा. उसने पूछा कि वो पहले कभी बिना बताए घर से रात भर गायब नहीं रहा फिर उसने कल ऐसा क्यों किया? आरव ने निशा को भी मीटिंग वाली कहानी बना कर बता दी. 

जो गलती विक्रम और दादा जी ने की थी आरव भी उसी गलती को दोहरा रहा था. वो एक झूठ छुपाने के लिए झूठ पर झूठ बोले जा रहा था. यही झूठ एक दिन राज़ बन सकते हैं और उसके लिए मुसीबत khadi कर सकते हैं. फिर वो सच भी बोलेगा तो कोई उसका यकीन नहीं करेगा. 

Dusri taraf कबीर के दिमाग में कुछ चल रहा है. इसीलिए वो बहुत बिजी है. उसने आज घर पर अपने तीनों दोस्तों चेतन, रचना और कौशिक को बुलाया है. वो chaaron कोई सीक्रेट मीटिंग कर रहे हैं. बॉस दादी जब उनके पास जाती हैं तो वो बॉस दादी को कहते हैं कि वो बहुत ही सीक्रेट मिशन पर हैं उन्हें डिस्टर्ब ना किया जाए. बॉस दादी बच्चों से मिल कर बच्ची बनते हुए कहती हैं कि उन्हें भी अपने मिशन में शामिल कर लें, वो उनके बहुत काम आयेंगी. Chaaron दोस्त आपस में डिस्कस करते हैं और बॉस दादी को अपनी टीम में ले लेते हैं. अब इन पाँचों की मंडली कुछ खिचड़ी पका रही है. 

Wahin राजेश ने आरव को फोन कर आज सुबह के लिए माफ़ी मांगी. उसने कहा कि वो गहरी नींद में था इसलिए फोन नहीं उठा पाया. उसने उसकी गाडी भिजवा दी थी. आरव ने भी उसे खुशखबरी सुनाते हुए कहा कि उसके पापा कल डिस्चार्ज हो रहे हैं. राजेश उसे बधाई देता है और मन ही मन ये सोच कर मुस्कुराता है कि अब होगा असली खेल शुरू. आरव पूछता है कि क्या वो विक्रम से मिलने आयेंगे जिस पर राजेश कहता है कि टाइम आने पर wo खुद ही उससे मिल लेगा. अभी किसी से उसके बारे में कहने की ज़रुरत नहीं है. इसके बाद वो बात बदलने और आरव को खुश करने के लिए उसके बिजनेस से जुडी कुछ बातें करता है. जिन्हें सुन कर लगता है कि आरव का सपना पूरा होने में अब देर नहीं है. लेकिन ये सिर्फ राजेश जानता है कि ये बातें सही हैं या फिर बस उसका फैलाया हुआ झूठ. 

आरव विक्रम के वापस आने पर खुश भी है लेकिन उनका राज़ जानने के बाद वो उन पर ट्रस्ट भी नहीं करना चाहता. फ़िलहाल उसने उनसे या दादा जी से इस बारे में कोई बात ना करने का फैसला किया.   

इधर बच्चों ने पूरे घर में उधम मचा रखा tha. अनीता निशा को घर भेजने के बाद अकेली ही विक्रम के पास ruk gayin. आज वो उनके साथ रहना चाहती थी. उसने विक्रम को खाना खिला दिया. विक्रम उसकी तरफ देख कर मुस्कुरा रहा tha. अनीता के मन में है कि वो पूछे कि आखिर उन्हें कौन सा ऐसा सदमा लगा था जिसकी वजह से ये अटैक आया लेकिन इस वक्त उसकी ये सब पूछने की हिम्मत नहीं hui. विक्रम ही अपनी बात शुरू करता है.

विक्रम- “अनीता, पिछले काफी दिनों से मैंने तुमसे अच्छे से बात नहीं की. तुम जानती हो मैंने आज तक तुमसे कुछ नहीं छुपाया लेकिन कुछ बातें ऐसी भी हैं जो मैं किसी से नहीं कह सकता. शायद ऐसी ही बातों ने मेरी ये हालत कर दी है. मैं तुम्हें कुछ बताना चाहता हूँ. राजेश लौट आया है…” 

आज सालों बाद अनिता ने विक्रम की ज़ुबान से ये नाम सुना था. राजेश अनीता को खूब मानता था. एक देवर भाभी का जबरदस्त बांड था दोनों में. अनीता भी तो खूब मानती थी राजेश को. अनिता का कोई भाई नहीं था लेकिन जब वो इस घर में आई और उसे राजेश जैसा देवर मिला तो वो भूल ही गयी कि उसका कोई भाई नहीं था. दोनों में खूब लड़ाइयां होतीं तो खूब प्यार भी था. अनीता को अभी समझ नहीं आ रहा था कि अपने भाई जैसे देवर के लौट आने पर वो खुश हो या फिर उसकी वजह से आने वाली मुसीबत के बारे में सोच कर टेंशन ले. उसने कुछ रिएक्ट नहीं किया बस विक्रम की बातें सुनती रही. 

विक्रम ने उसे ये नहीं बताया कि राजेश ने उसे kya kya कहा. वो ऐसी बातें नहीं कहना चाहता था जिससे कि उस पर भी सवाल उठें. अभी उसमें किसी भी सवाल का जवाब देने की हिम्मत नहीं थी.

Dusre din सुबह सुबह ही aarav hospital aagaya. उसने पेपर वर्क पूरा कर लिया. अब wo विक्रम घर le jaa sakta tha. डॉक्टर ने उन्हें बार बार यही हिदायत दी थी कि विक्रम को जितना हो सके खुश रखा जाए और उन्हें टेंशन ना लेने दी जाए क्योंकि इस बात के पूरे चांस हैं कि अगला अटैक unka dil sambhal nahin payega. विक्रम ने डॉक्टर्स को पूरा यकीन दिलाया है कि उनकी बातों को पूरी तरह माना जायेगा. 

आरव, अनीता और विक्रम घर के लिए निकल गए. कुछ ही मिनटों में घर भी पहुंच गए. विक्रम pehle se अच्छा महसूस कर रहे the. अनीता उनका हाथ पकड़ कर दरवाजे तक ले जाती hai. दरवाजा बंद है, वो बेल बजाती हैं. दरवाजा खुलते ही सामने जो dikhta है उसके बाद विक्रम हैरान रह जाता है.

 

क्या विक्रम के आने से पहले राजेश घर पहुंच गया है? क्या आज ही शर्मा परिवार के raaz एक dusre के सामने खुल जायेंगे? 

जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

 

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