“कल आपके साथ क्या हुआ था मां? मुझे सब कुछ डिटेल में बताइए।” मेल्विन ने अपनी मां से पूछा, जब वो बातचीत करने की हालत में आ गई थी।
“मेल्विन, कल मुझे अपना घर छोड़कर भागना पड़ा।” मेल्विन की मां ने बताना शुरू किया, “जोसेफ के वहां से जाने के बाद मुझे कुछ समझ में नहीं आया। मेरे हाथ में वो डायरी थी। मुझे मालूम था कि वो ये डायरी लिए बिना यहां से नहीं जाएंगे। मैं उस डायरी को बचाने के लिए घर के पिछले दरवाजे से निकल गई। लेकिन मैं उन लोगों से बच नहीं पाई। उन्होंने मेरा दूर तक पीछा किया और फिर मैं पकड़ी गई। मुझे याद नहीं उसके बाद क्या हुआ। मेरे मुंह पर किसी ने कपड़ा रख दिया और मैं बेहोश हो गई।”
“तो क्या वो डायरी वे गुंडे अपने साथ लेकर चले गए?” मेल्विन ने पूछा, “और रघु का क्या हुआ? जब वो तुमसे मिला था तो उसने तुमने क्या बताया?”
“मुझे लगता है कि रघु की हालत भी अब ठीक नहीं होगी। वे लोग बहुत खतरनाक लोग थे। मुझे डर है कि उन लोगों ने कहीं रघु को जान से ही न मार दिया हो।” मेल्विन की मां ने बताते हुए कहा, “इस बार रघु को मैंने काफी बदला हुआ देखा था। पिछली बार जब वो आया था तो उसका एक हाथ सड़ रहा था, जिसे उसने कपड़े से ढक रखा था। इस बार उसका वो हाथ ही गायब था। पिछली बार तो वो सिर्फ लंगड़ाते हुए आया था लेकिन इस बार उसके एक पैर ही नहीं थे। वो पहले से बेहतर दिखाई दे रहा था। हालांकि वो बिना एक पैर और एक हाथ का था।”
“बिना एक हाथ और एक पैर के वो बेहतर दिखाई दे रहा था। लेकिन उसके एक हाथ और एक पर को क्या हुआ?” मेल्विन ने कंफ्यूज होते हुए पूछा।
“मुझे लगता है वो अपना इलाज करवा रहा है। उसके कपड़े अच्छे थे और उसने ब्रांडेड घड़ी और जूते पहन रखे थे। उसके मोबाइल पर भी मेरी नजर गई। मैंने ऐसी मोबाइल कहीं नहीं देखी। मुझे लगता है कि उसके हाथ कहीं से खजाना लग चुका है।”
मेल्विन का दिमाग एकाएक दौड़ने लगा था।
“खजाना! कहीं तुम मेरा ध्यान 500 करोड रुपए की ओर तो ध्यान नहीं ले जाना चाहती हो मां।” मेल्विन ने पूछा, “उस डायरी में क्या लिखा था मां? क्या डायरी में मेंशन किए गए 500 करोड रुपए रघु को मिल चुके हैं? ये तो अब तय हो चुका है कि इस रुपए के लिए ये गुंडे डायरी ढूंढते हुए यहां तक आए थे। लेकिन अभी ये जानना बाकी है कि उन्हें इस डायरी और 500 करोड़ रुपए के बारे में कैसे मालूम है?”
“डायरी में बहुत सारी बातें लिखी हुई है मेल्विन। ऐसे ऐसे रहस्य उस डायरी में लिखे हुए हैं जिसे पढ़कर मैं दंग रह गई हू।” मेल्विन की मां ने कहा, “लेकिन बरसों का मेरा एक बोझ, एक शर्म जो मैं अपने सीने में लिए घूम रही थी, वो उतर चुका है।”
“मुझे उस डायरी की सारी कहानी जाननी है मां।” मेल्विन ने कहा, “मुझे अभी सबकुछ डिटेल में बताओ। क्या उस डायरी में 500 करोड़ रुपए के बारे में जिक्र है? वो रुपए कहां है इसकी जानकारी दी गई है?”
इससे पहले कि उसकी मां कुछ जवाब देती मेल्विन के मामा जी ने बीच में ठोकते हुए मेल्विन से कहा, “मेल्विन, अपनी मां को आराम करने दो। लगातार उनसे देर तक बात करना ठीक नहीं है। दिमाग पर जोर देना तो उनके लिए और भी खतरनाक है। जो भी रहस्य तुम जानना चाहते हो, वो तुम बाद में भी जान सकते हो। पहले अपनी मां को आराम करने दो।”
मामा जी ने जब मेल्विन से ये कहा तो मेल्विन कुछ न बोला।
“ठीक है मां, अब तुम घर चलकर आराम करोगी। हम आज ही पालघर जा रहे हैं।” मेल्विन ने ऐलान करते हुए कहा तो उसके मामा ने उसे फिर टोका, “तुम्हें घर जाने की इतनी जल्दबाजी क्यों है मेल्विन? एक दो दिन और यहां रुक जाओ। अपनी मां की कुछ तो फिक्र करो।”
“मां अब ठीक है मामा जी। और मैं अपना काम और नहीं छोड़ सकता। मेरा काम काफी पेंडिंग पड़ा हुआ है। देख रहे हो बॉस अपना काम छोड़कर यहां नहीं रुक सके लेकिन मैं यहां अब भी रुका हुआ हूं। इस बात से भी तुम अंदाजा लगा सकते हो कि इस समय मैं कितना बिजी चल रहा हूं।” मेल्विन ने बहाना करते हुए अपने मां से कहा।
उधर दूसरी तरफ रेबेका के घर पर मेल्विन की चर्चा चल रही थी। रेबेका अपने मॉम–डैड को मेल्विन के लिए मना रही थी।
“रेबेका, माई डियर!” रेबेका के डैड ने उसे प्यार से समझाते हुए कहा, “मेल्विन एक अच्छा इंसान है। लेकिन तुम्हें नहीं लगता कि तुम कुछ ज्यादा ही जल्दबाजी कर रही हो? मेरा मतलब तुम पहले ही कई बार रिलेशनशिप में रह चुकी हो। 5–5 साल तक रिलेशनशिप में रही हो। तब तुमने शादी की बात कभी नहीं की। मेल्विन से मिले अभी तुम्हें 6 महीने भी नहीं हुए, तुम उसके साथ लाइफ में आगे बढ़ना चाहती हो।”
“बात 5 साल या फिर 6 महीने की नहीं है डैड।” रेबेका ने अपने डैड को समझाते हुए कहा, “अगर बात महीने और साल की होती तो फिर डायना को भी अब तक पीटर से शादी नहीं करनी चाहिए थी। वो दोनों तो एक–दूसरे को सिर्फ चार महीने से ही जानते थे। डैड, आप एक बार मेल्विन से अपने सन इन लॉ की हैसियत से मिलिए। आपको समझ में आ जाएगा कि अब हम शादी करने के लिए तैयार है। और क्या 35–40 साल की उम्र कम होती है, जो हम और इंतजार करें?”
“इंतजार करना बेहतर है, पछताने से।” रेबेका के डैड ने कहा, “क्या तुम्हें नहीं लगता कि जहां तुमने इतने साल इंतजार किया है वहां एक साल और इंतजार कर लो।”
“डैड, इंतजार करने को तो मैं पूरी उम्र मेल्विन का इंतजार कर सकती हूं। लेकिन इंतजार कोई सही वजह भी तो होनी चाहिए। मैं मेलविन से प्यार करती हूं और वो भी मुझसे उतना ही प्यार करता है। तो फिर इंतजार किस बात का? मैंने अपने आप को बड़ी मुश्किल से इस बात के लिए मनाया है कि पुराने रिश्ते खराब होने से हमें नए रिश्ते बनाना नहीं छोड़ना चाहिए। अब आप मुझे मेरे उसे पुराने रिश्ते की वजह से डराने की कोशिश कर रहे हैं। ये ठीक नहीं है डैड। आपको मेरा सहारा बनना चाहिए लेकिन आप मुझे कमजोर कर रहे हैं।”
रेबेका अपने डैड के सामने बैठी थी। उसके डैड अब उसकी बात पर कोई रिएक्शन नहीं दे रहे थे।
"डैड, प्लीज समझो! मैं मेल्विन से बहुत प्यार करती हूं। आप उससे मिलेंगे तो जानेंगे कि वो एक हमसफर के रूप के मेरे लिए परफेक्ट इंसान है। हम साथ में बहुत खुश रहेंगे।" रेबेका ने एक और कोशिश करते हुए कहा।
लेकिन उसके डैड ने सिर हिला दिया।
"नहीं, रेबेका! मैं नहीं चाहता कि तुम मेल्विन से शादी करो। कम से कम मुझे एक साल का तो वक्त दो। मुझे कई सारी तैयारियां करनी होगी। बात अब पहले जैसी नहीं रही है बेटा। मुझे भरोसा होने दो कि तुम दोनो एक–दूसरे के साथ हमेशा रहोगे। फिर मुझे मेल्विन के घर वालों की राय भी तो जाननी है।" उन्होंने कहा।
“मेल्विन अपने घरवालों को मना लेगा डैड। उसके घर में सिर्फ उसकी मां ही तो है। वो मेल्विन को बहुत चाहती हैं। उनका पहला रिएक्शन चाहे जो कुछ भी हो लेकिन अंत में वो इस रिश्ते के लिए जरूर मान जायेगी।”
“मतलब अभी उन्होंने भी इस रिश्ते के लिए हां नहीं कहा है।” रेबेका के डैड ने कहा, “रेबेका, मैं अब इस बारे में और बात नहीं करूंगा। मुझे और भी जरूरी काम है।”
उसके डैड ने फिर से मना कर दिया तब रेबेका का धैर्य टूट गया। उसने कहा,, "अगर आप मेरे असली डैड होते, तो मुझे मेल्विन से शादी करने से कभी नहीं रोकते।"
ये सुनकर उसके डैड शॉक्ड रह गए। उन्हें अपने कानों पर जैसे विश्वास ही हुआ था। उन्होंने रेबेका को घूरकर देखा। उनके चेहरे पर आश्चर्य और चिंता की भावना थी।
"रेबेका, तुम ये क्या कह रही हो? मैं तुम्हारा डैड हूं, और मैं तुम्हारे लिए जो सबसे अच्छा होगा, वही चाहता हूं।" उन्होंने कहा।
रेबेका ने सिर झुका लिया। उसके एकाएक ही अपनी गलती का अहसास हुआ। उसने माफी मांगते हुए अपने डैड से कहा, "डैड, मैं... मैं माफी चाहती हूं। मैं बस मेल्विन से शादी करना चाहती हूं।"
उसके डैड ने रेबेका को देखा। अभी–अभी उनके कानों ने जो सुना था वो उसे दोहराना नहीं चाहते थे। उनके चेहरे पर निराशा साफ दिखाई देने लगी थी।
"रेबेका, मैं तुम्हारी बात समझता हूं। लेकिन प्लीज, मुझ पर यकीन करो। मुझे गलत मत समझो। मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, तुम्हारी भलाई के लिए कर रहा हूं।"
रेबेका ने सिर हिला दिया और कहा, "यही बात मैं आपसे भी कहती हूं डैड! मुझ पर यकीन कीजिए। मैं अपना भला–बुरा अच्छे से समझती हूं।"
उसके डैड ने एक लंबी सांस लेते हुए कहा, "ठीक है, रेबेका। मैं तुम्हारी शादी के लिए मना नहीं करूंगा। लेकिन प्लीज, मुझे एक मौका दो मेल्विन से मिलकर उसे जज करके का। मैं कोई भी जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहता। मेल्विन से मिलने के बाद तुम्हें मेरा फैसला मानना होगा, ये तुम वादा करो।"
“अगर आप सच्चे दिल से मेरा भला सोचते हैं डैड, तो मेल्विन को आप चाहकर भी रिजेक्ट नहीं कर पाएंगे।”
रेबेका ने मुस्कराते हुए कहा, "थैंक्यू, डैड। मैं आपको मेल्विन से मिलवाऊंगी।"
इस बार रेबेका के डैड का रिएक्शन समझ में आ रहा था। वो अभी के लिए रेबेका को मना लेने पर खुश थे। उन्होंने रेबेका की खुशी को तवज्जो दी और उसकी शादी के लिए मना नहीं किया।
तब रेबेका के डैड ने रेबेका से पूछा, "रेबेका, मैं तुमसे एक बात पूछना चाहता हूं। तुमने अभी जो कहा, कि अगर मैं तुम्हारा असली डैड होता, तो मैं तुम्हें मेल्विन से शादी करने से नहीं रोकता। इसका क्या मतलब है?"
अपने डैड की बात सुनकर रेबेका की आंखों में डर दिखाई देने लगा था। गुस्से में उसने अपने दिल की बात कह दी। तब उसके डैड ने कोई रिएक्शन नहीं दिया था लेकिन अब उनका ध्यान फिर एक बार रेबेका की बातों की ओर चला गया था।
रेबेका ने अपने डैड की ओर देखा और कहा, "कुछ नहीं, डैड। मैं बस... मैं बस गुस्से में थी। मेरे मुंह से गलत बात निकल गई। मैं माफी चाहती हूं डैड।"
लेकिन उसके डैड ने रेबेका की बातों पर यकीन नहीं किया। वे बोलेजेड "नहीं, रेबेका! मैं जानना चाहता हूं। तुम्हें किसने कहा कि मैं तुम्हारा असली डैड नहीं हूं?"
रेबेका घबराने लगी थी। उसे एकाएक ही समझ में नहीं आया कि वो इस सिचुएशन से कैसे बाहर निकले। आखिरकार उसने कहा, "किसी ने नहीं डैड। मैं बस... मैं बस ऐसे ही सोच रही थी। ताकि आपको झटका शॉक लगे। आप मेरी बातों को सीरियसली ले।"
उसके डैड ने रेबेका की ओर देखा और कहा, "रेबेका, मैं तुम्हारा डैड हूं। मैंने तुम्हें बचपन से पाला है, तुम्हारी देखभाल की है। अगर तुमने फिर कभी ऐसी बात की तो मैं तुमसे कभी बात नहीं करूंगा? कभी भी नहीं।"
रेबेका ने अपने डैड की आंखों में देखते हुए डरते–डरते कहा, "डैड, मैं... मैं माफी चाहती हूं। मैं बस मेल्विन से शादी करना चाहती हूं। मैं नहीं जानती थी कि आप मेरी ये बात सुनकर इतना हर्ट हो जायेंगे।"
उसके डैड ने फिर एक गहरी सांस लेते हुए कहा, "रेबेका, मैं परेशान नहीं हूं। मैं बस तुम्हारी भलाई के लिए चिंतित हूं। और मैं जानना चाहता हूं कि तुम्हें यह बात किसने कही।"
रेबेका ने अपने डैड की ओर देखते हुए कहा, "डैड, सच कहूं तो... मुझे पता है कि आपने मुझे गोद लिया है। लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। आप मेरे डैड हो, और मैं आपको बहुत प्यार करती हूं।"
रेबेका की ये बात सुनकर उसके डैड का चेहरा उतर गया। वो रेबेका की आंखों मौन होकर देर तक देखते रह गए थे। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। उनके चेहरे पर कई भाव एक साथ आए और चले था।
तभी रेबेका की मां भी वहां आ गई। उन्होंने उन दोनों की पूरी बात सुन ली थी। रेबेका के डैड तो सदमे में वही पर बैठ गए थे। उन्हें समझ में नहीं आया कि वो रेबेका की बात का अब क्या जवाब दे। वही उसकी मां गुस्से में कभी रेबेका को देखती तो कभी उसके डैड को।
“तो क्या तुम मुझे भी अपनी मां नहीं मानती हो रेबेका?” रेबेका की मां ने पूछा तो पूरे कमरे में सन्नाटा छा गया, “तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई अपने डैड से इस तरह की बात करने की?”
क्या रेबेका के मॉम डैड ये जान जाएंगे कि रेबेका को उनकी सारी सच्चाई पता चल चुकी है! मेल्विन को उस डायरी की कहानी पता चलेगी? आखिर वो 500 करोड रुपए किसके पास थे? क्या उन लोगों के बारे में मेल्विन कभी जान सकेगा? जानने के लिए पढिए कहानी का अगला भाग।
No reviews available for this chapter.