एपिसोड – 25: मेल्विन की सूझ–बूझ

 

“महेश ने मुझे सब कुछ बता दिया है मेल्विन!” मिस्टर कपूर ने कहा, “वो सब कुछ सिर्फ तुम्हें ही नहीं बताता। कुछ बातें अपने तरीके से पूछने पर मुझे भी बता देता है।”

“दरअसल आज हम दोनों का आपस में कुछ तय हुआ था। फिर अचानक से ये सब कुछ हो गया तो मुझे उसे ढूंढने के लिए जाना पड़ा। मैं पहले ही ट्रेन मिस कर चुका था सर। रेबेका की मिसिंग हो जाने का इससे कोई रिलेशन नहीं है।” मेल्विन ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा।

“आई होप सो।” मिस्टर कपूर कहा, “मैं तो तुमसे बस इतना ही कहूंगा मेल्विन कि अपने काम पर फोकस करो। मैं जानता हूं कि तुम एक आर्टिस्ट हो और लोगों से जुड़ना तुम्हारा पेशा है लेकिन अगर इससे तुम्हारे काम पर असर पड़ेगा तो फिर हमारी कंपनी पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा। ये मै बर्दाश्त नहीं कर सकता।”

इसके बाद मिस्टर कपूर ने मेल्विन को कुछ काम सौंपा।

“ये कुछ अर्जेंट काम है जो आज शाम तक पूरा करके तुम्हें देना होगा।” मिस्टर कपूर ने कहा, “ये काम तो जूनियर आर्टिस्ट भी कर सकते हैं लेकिन शायद तुम्हें ऐसे मौकों पर अपनी काबिलियत दिखाने का जुनून ज्यादा रहता है इसलिए ये मैं तुम्हें दे रहा हूं।”

मेल्विन इसमें काम करने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं था। ऊपर से मिस्टर कपूर के इस बात ने उसे और प्रेशर में डाल दिया था।

तभी महेश उसके पास आया, “मैं बॉस से झूठ नहीं बोल सकता था मेल्विन!” उसने कहा, “मुझे तुम्हारे न आने की वजह उन्हें बतानी पड़ी।”

“कोई बात नहीं महेश!” मेल्विन ने कहा, “मैं समझ सकता हूं।”

काम के पूरे वक्त में उसका ध्यान उन दो लड़कों और रेबेका की मिसिंग होने की ओर था। वो आज शाम को क्या और कैसे करेगा ये सोच रहा था।

मेल्विन दिनभर व्यस्त रहा। उसने अपना दिमाग दूसरी तरफ से हटाकर काम पर फोकस करने की पूरी कोशिश की लेकिन दिन के अंत में वही हुआ जिस बात का डर था।

“मेल्विन, ये वो काम नहीं है जो मैं तुमसे एक्सपेक्ट कर रहा था।” मिस्टर कपूर ने मेल्विन के कार्टून को देखते हुए कहा, “इतनी छोटी-छोटी मिस्टेक मैं तुमसे होने की उम्मीद कभी नहीं करता। अगर मिस रेबेका को अपने दिमाग से निकाल कर तुम काम करोगे तो हम दोनों के लिए अच्छा रहेगा। इस काम में अभी काफी एडिटिंग की जरूरत है। तुम ये काम कल आकर पहले घंटे में खत्म करो।”

“ओके सर।” मेल्विन ने जल्दी से कहा, “गलती के लिए माफी चाहूंगा सर। दरअसल मैं बेहद डिस्टर्ब हूं। आगे से मैं इस बात का ख्याल रखूंगा कि अर्जेंट काम वक्त पर दे पाऊं।”

“ये बात तुमने पहले भी कही है मेल्विन। लेकिन वही ढाक की तीन पात।” मिस्टर कपूर ने कहा, “ये देखो ऐसा लग रहा है जैसे तुमने ये काम शुरू तो किया है लेकिन आधे पर ही छोड़कर तुमने कुछ और शुरू कर दिया। अपने आप में ये इतना अधूरापन लिए हुए हैं कि मेरे जूनियर आर्टिस्ट भी इस तरह की गलती नहीं करेंगे।”

“सर, मैं कल आकर इसे पूरा कर दूंगा। मैं अभी के लिए निकालूं?” मेल्विन ने पूछा।

मिस्टर कपूर ने जब ये सुना तो उनके होंठों पर मुस्कुराहट आ गई। मेल्विन को इस बात की कोई फिक्र नहीं थी कि उसका काम आज बिगड़ गया है। वो बस जल्दी से वहां से जाना चाह रहा था।

“ओके मेल्विन, जब मैंने कह ही दिया है कि कल पहले घंटे में आकर इसे कर देना तो अब तुम जा सकते हो।” मिस्टर कपूर ने कहा तो मेल्विन तुरंत अपना सामान समेटते हुए वहां से निकल गया।

मेल्विन लगभग दौड़ते हुए रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। कुछ ही देर में लोकल ट्रेन प्लेटफार्म पर आकर खड़ी हो गई थी। मेल्विन की पीटर से पहले ही बात हो चुकी थी। वो जान चुका था कि पीटर और उसको दूसरे साथी इस समय ट्रेन के किस डब्बे में है।

“शिवाजी मंडल ऑडिटोरियम हम कैसे जाएंगे मेल्विन?” पीटर ने उसके आते ही पूछा।

“दादर से टैक्सी लेकर अब वहां पहुंचना है पीटर।” मेल्विन ने बताया, “आप लोग यहां आए इसके लिए बहुत-बहुत शुक्रिया।”

“इसमें शुक्रिया कहने जैसी कोई बात नहीं है मेल्विन।” डॉक्टर ओझा ने कहा, “हमने जब भी तुम्हें मदद के लिए बुलाया है तुम बिना इंकार किए हर बार आए हो। ये तो पहली बार है जब हम तुम्हारे किसी काम आ रहे हैं मेल्विन।”

“हां मेल्विन। शुक्रिया नहीं कहना चाहिए। अब तो हमारे बीच का रिलेशन इतना मजबूत हो चुका है कि ये सॉरी और शुक्रिया का मोहताज नहीं रहा।” रामस्वरूप जी ने डॉक्टर ओझा की बातों में अपनी ओर से कुछ जोड़ते हुए कहा।

शिवाजी मंडल ऑडिटोरियम में इस समय भी शो चल रहा था। ऑडिटोरियम के बाहर बड़े-बड़े बैनर लगे हुए थे। उस बैनर पर  आज के ड्रामा में अभिनय कर रहे कलाकारों के फोटो लगे हुए थे।

“मुझे लगता है कि वो दोनों हमें यहां जरूर मिल जायेंगे।” मेल्विन ने कहा, “जो हुलिया उस गार्ड ने रेबेका के पहले बॉयफ्रेंड का बताया था वो इस बैनर पर बने एक शख्स से बिल्कुल मैच कर रहा है।”

“ये तीसरे वाले गोरे की बात कर रहे हो?” पीटर ने पूछा, “उसका नाम लिखा है नीचे, रसल।”

“और वो जो हाथ में गिटार लिए है, वो जरूर मिस रेबेका के स्कूल का म्यूजिक टीचर होगा।” डॉक्टर ओझा ने कहा, “माइकल।”

“मेल्विन, तुम्हें नहीं लगता ये दोनों नाम बॉलीवुड के पुरानी फिल्मों के विलेन के नाम लगते हैं? रसल और माइकल।” पीटर ने कहा।

“दोनों की उम्र मुझसे काफी कम है।” मेल्विन ने कहा। वो उन दोनों लड़कों का अपने साथ तुलना करने लगा था, “और देखने में विलेन नहीं, साइड एक्टर लग रहे हैं।”

“और।” लक्ष्मण ने मुस्कुराते हुए पूछा, “और कुछ क्वालिटी बताओ इनकी। हम सब सुन रहे हैं।”

मेल्विन का ध्यान एकाएक बैनर से हटकर उनकी ओर आ गया था।

“चलो अंदर!” मेल्विन ने आगे बढ़ते हुए कहा। बाकी सब भी उसके पीछे–पीछे ऑडिटोरियम के एंट्री गेट की तरफ बढ़ गए।

“पांच टिकट!” पीटर ने टिकट विंडो पर पहुंचकर कहा। टिकट लेकर उसने पेमेंट दिया और सभी अंदर घुस गए।

“आधे से ज्यादा सीटें तो खाली हैं।” लक्ष्मण ने कहा, “हम यहां कितनी देर बोर होने वाले हैं।”

“एक घंटे!” पीटर ने कहा, “शो 8 बजे खत्म होगा।”

पांचों अपनी–अपनी सीट पर जाकर बैठ गए।

“क्या यहां ओपेरा होने वाला है?” लक्ष्मण ने पूछा, “कोई फॉरेन ड्रामा लगता है।”

“नहीं लक्ष्मण!” मेल्विन ने कहा, “ये एक रोमांटिक–वार ड्रामा है। जिसमें एक कमजोर देश राजा एक ताकतवर देश से युद्ध लड़ने जा रहा है। उसकी वाइफ इस बात को जानती है कि उसका हसबैंड आज वापस आने वाला नहीं है। वो उसे आखिरी विदाई दे रही है।”

मेल्विन ने वो पूरा नाटक सबको समझाया। अंत में वो कमजोर राजा मारा जाता है। मरते–मरते वो अपनी वाइफ को याद करता है जिसे देखकर लक्ष्मण की आंखों में आंसू आ गए थे।

“ये असली लाइफ है लक्ष्मण!” रामस्वरूप जी ने उसके कंधे को सहलाते हुए कहा, “जिंदगी और मौत के बीच जो हम जीते हैं, वही दोनों के बीच के अंतर को खत्म करता है। मौत भी ऐसे समय में नई जिंदगी से कम नहीं लगता।”

“पीटर!” मेल्विन ने कहा, “हमें रसल और माइकल से मिलना होगा तुरंत। क्या उन्हें रेबेका के मिसिंग होने की खबर नहीं है?”

“अब ये तो वही दोनों बताएंगे।” पीटर ने जल्दी-जल्दी चेंजिंग रूम की ओर जाते हुए कहा, “मैं और मेल्विन अंदर होकर आते हैं। आप तीनों यहीं रहिए। शायद आपका यहां होना ज्यादा जरूरी है।”

इतना कहकर मेल्विन और पीटर स्टेज पर चढ़ गए थे।

“यहां से नीचे का सीन कितना एक्साइटिंग लग रहा है न मेल्विन!” पीटर ने सीटिंग एरिया की ओर देखते हुए कहा।

मेल्विन का ध्यान उस तरफ नहीं था। वो तुरंत स्टेज से होते हुए पर्दे के पीछे चला गया।

“क्या तुम्हारा नाम माइकल है?” मेल्विन ने अंग्रेज की तरह दिखने वाले शख्स से पूछा, “और तुम रसल हो?”

वहां और भी कई कलाकार मौजूद थे। मेल्विन की बात सुनकर दोनों के चेहरे पर सरप्राइज्ड रिएक्शन आ गया था।

“हां।” माइकल ने कहा, “क्या बात है सर?”

“रेबेका कहां है?” पीटर ने पूछा, “तुम दोनों तो उसके करीबी दोस्त हो। क्या तुम दोनों ने ये जानने की कोशिश की कि रेबेका कल से कहां है?”

“रेबेका को हम भी कल से ट्राई कर रहे हैं लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं है।” रसल ने कहा।

“तुम रसल हो न?” मेल्विन ने पूछा, “कल स्कूल नहीं गए थे तुम?”

“मैं कल स्कूल क्यों जाऊंगा?” रसल ने कहा, “कल स्कूल जाने लायक मौसम था ही नहीं। बच्चों की छुट्टी हो गई थी इसलिए मैं नहीं गया।”

“रेबेका से तुम आखिरी बार कब मिले थे?” मेल्विन ने माइकल से पूछा, “क्या बात हुई थी तुम दोनों की?”

“परसों शाम को मैं उससे मिलने उसके घर गया था। नॉर्मल बातचीत हुई थी हमारी।” माइकल ने कहा, “हम इसी शो की तैयारी की बात कर रहे थे।”

“इस शो में रेबेका का क्या रोल था?” मेल्विन ने पूछा, “क्या आज के शो में उसकी कमी नहीं खली तुम सबको?”

“काम सब पूरा हो चुका था।” रसल ने कहा, “रिहर्सल में वो मदद करती है। असिस्टेंट डायरेक्टर की भूमिका है उसकी। परसों की मुलाकात में हमने फाइनल डिस्कशन किया था।”

“मिस रेबेका के कॉन्टैक्ट में तुम दोनों कैसे आए?” पीटर ने पूछा, “कब से जानते हो तुम दोनों उन्हें?”

“जब से उसने ये थिएटर ज्वॉइन किया है तब से मैं उसे जानता हूं।” माइकल ने कहा, “करीब 6–7 महीने से।”

“मैं उसे 3 साल से जानता हूं।” रसल ने कहा, “हम दोनों तीन साल से ही सनशाइन इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ा रहे हैं। छह महीने पहले हम दोनों ने थिएटर ज्वॉइन किया था।”

“रात में भी तुम लोग मिलते हो?” पीटर ने पूछा, “रात में तुम्हारा कौन सा डिस्कशन होता है?”

“काम पर डिपेंड करता है। अगर कुछ छूटा रह गया हो, तो हम मिलकर उसे किसी भी टाइम पूरा कर लेते हैं।” माइकल ने कहा, “अब परसों की ही बात ले लीजिए।”

“परसों की कहानी हम सुन चुके हैं। “पीटर ने कहा, तो माइकल थोड़ा घबरा गया, “तुम ये बताओ, मिस रेबेका को रोजाना कार से लेने तुम क्यों जाते हो?”

“कार से यहां आना ईजी रहता है?” माइकल ने कहा, “मेट्रो या पब्लिक ट्रांसपोर्ट में ज्यादा टाइम लग जाता है।”

“मजाक कर रहे हो?” पीटर ने कहा, “तुम्हें सिचुएशन की सीरियसनेस का पता नहीं चल रहा है?”

“तुम रेबेका को रोज लेने क्यों जाते हो?” मेल्विन ने पूछा, “यहां डेली बेसिस पर काम होता है, कभी–कभी?”

“काम तो रोज होता है।” माइकल ने कहा, “कभी अगर काम नहीं भी होता तो कम मिलकर फ्यूचर प्रोजेक्ट पर डिसकस कर लेते हैं।”

“मानना पड़ेगा तुम दोनों को।” मेल्विन ने कहा, “सारे बातों का जवाब है तुम लोगों के पास। एक–एक चीज का रिहर्सल रेबेका ने सचमुच बहुत अच्छे से कराया है तुम दोनों को।”

“क्या मतलब है आपका?” रसल ने पूछा, “हम कुछ समझें नहीं?”

“हां मेल्विन, तुम ये क्या कह रहे हो?” पीटर भी कंफ्यूज था।

“अगर मैं इनकी जगह होता पीटर तो अब तक रेबेका मिसिंग है इस को लेकर कई सवाल कर चुका होता। लेकिन मजाल है इन्हें उसकी कोई फिक्र हो। एक बार भी मैंने इनके फेस पर रेबेका के मिसिंग होने की परेशानी नहीं देखी।”

“हम बहुत परेशान हैं सर। हमें रेबेका की सचमुच फिक्र है। आपने आते ही इतने सारे सवाल कर लिए कि हमें रेबेका के बारे में पूछने का मौका ही नहीं मिला।” माइकल ने कहा, “रेबेका इस वक्त कहां होगी, ये जानने की कोशिश हम भी कर रहे हैं। आखिर स्कूल और थिएटर में वो हमारे साथ ही होती है। हमारा इस समय पूरा फोकस इस शो की तरफ था इसलिए हमने रेबेका के बारे में इतना सोचा ही नहीं। हमारा उस ओर ध्यान ही नहीं गया।”

“तो अब सोचो और ध्यान लगा कर बताओ कि रेबेका इस समय कहां है?” मेल्विन ने पूछा, “क्योंकि तुम दोनों के अलावा तीसरा कोई नहीं जानता कि वो कहां है।”

“ये क्या कह रहे हैं सर? हमें भी नहीं मालूम की रेबेका इस वक्त कहां है।” रसल ने कहा, “अगर मालूम होता तो हम आपके इतने सवालों के जवाब क्यों दे रहे होते? सीधा-सीधा आपको बात नहीं देते कि रेबेका कहां है, ये हम जानते हैं।”

“मेल्विन, क्या तुम्हें सच में लगता है कि ये दोनों रेबेका के बारे में जानते हैं?” पीटर ने पूछा, “लेकिन तुम्हें ऐसा क्यों लगता है?”

“इन तीनों ने परसों मिलकर यही डिस्कशन किया था पीटर।” मेल्विन ने कहा, “रेबेका और इन दोनों ने मिलकर ये मिसिंग होने का प्लान बनाया है। देखना, आज का दिन खत्म होने से पहले रेबेका हमें कैसे मिलेगी।”

मेल्विन की बात सुनकर पीटर सोच में डूब गया था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि मेल्विन ये सब अपनी सोच–समझ से कह रहा है या फिर उसके दिमाग पर इस सिचुएशन का बुरा असर पड़ा है।

क्या मेल्विन का अंदाजा रेबेका के बारे में सही था? क्या रेबेका सच में मिसिंग नहीं थी? क्या रसल और माइकल को रेबेका के बारे में पता था? ये सब कुछ एक प्लान का हिस्सा था?

 

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