दिशा कुछ बोलने ही वाली थी कि तभी दिशा और ध्रुवी की एक और खास दोस्त, प्रिया, जल्दबाजी में वहाँ आ पहुँची। उसके चेहरे पर हड़बड़ाहट साफ नज़र आ रही थी।
ध्रुवी (प्रिया के चेहरे की हड़बड़ाहट को भांपते हुए): “व्हाट्स रॉन्ग विथ यू प्रिया??? क्या हुआ है तुम्हें?”
प्रिया: “तुम चलो मेरे साथ अभी!!”
ध्रुवी (असमंजस से): “लेकिन हुआ क्या है? और कहाँ चलना है?”
प्रिया (ध्रुवी का हाथ पकड़ कर उसे क्लासरूम की ओर ले जाते हुए): "तुम मेरे साथ चलोगी, तो तुम्हें सब समझ आ जाएगा।" (ध्रुवी को आगे की ओर खींचते हुए) “तुम चलो तो सही!!”
प्रिया की जल्दबाजी देखकर ध्रुवी और दिशा दोनों फौरन प्रिया के साथ क्लासरूम की ओर बढ़ गए। क्लासरूम के दरवाजे से ही वहाँ का पूरा नजारा देख ध्रुवी अपनी मुट्ठियों को गुस्से से भींच लेती है और वह अपनी आँखों से गुस्से की आग उगलते हुए उस लड़की की दिशा में देखने लगी। जो इस वक्त ठीक आर्यन के सामने थी। आर्यन और उस लड़की दोनों का ही चेहरा ध्रुवी के सामने ना होकर उसके ऑपोजिट था; इसलिए दोनों में से कोई भी उसे वहाँ आते हुए नहीं देख पाया था। इस वक्त जो लड़की आर्यन के सामने थी, वह थी ध्रुवी और आर्यन की क्लासमेट समीरा। जो काफी अच्छी फैमिली से बिलॉन्ग करती थी, यानी कि अच्छी खासी अमीर थी। और दौलत और पैसों का नशा हमेशा उसके सर चढ़कर बोलता था। या यूँ कहें कि समीरा अमीर बाप की एक बिगड़ी हुई साहबजादी थी, जिसके लिए अपनी ईगो और ज़िद से बढ़कर कुछ भी नहीं था। और जो हमेशा हर तरीके से ध्रुवी से कंपटीशन लगाकर उससे जीतने की फिराक में रहती थी।
हालाँकि आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ था कि वह ध्रुवी को हरा पाए। बल्कि इसके उलट हमेशा उसे ही ध्रुवी से मात खानी पड़ी थी। और इसी बात से चिढ़कर वह अंदर ही अंदर ध्रुवी से जलने लगी थी। और सबकी तरह आर्यन के लिए ध्रुवी की दीवानगी को भली-भांति जानते हुए समीरा ने ध्रुवी को नीचा दिखाने के लिए और उसे शिकस्त देने की चाह से कई बार आर्यन को अपने जाल में फँसाने की कोशिश की। और इस वक्त भी वह अपनी उसी चाल को कामयाब करने की फिराक में और ध्रुवी को हराने की चाह के साथ आर्यन के सामने हाथ में गुलाब का फूल लिए हुए अपने घुटनों पर बैठी आर्यन को बर्थडे विश करने के साथ ही उसे प्रपोज भी कर रही थी, कि शायद इस बार वह आखिरकार अपने इरादों में कामयाब हो जाए।
समीरा (अपने घुटनों पर बैठकर आर्यन की ओर देखते हुए): "विश यू अ वेरी हैप्पी बर्थडे आर्यन। मैं जानती हूँ कि आज तुम्हारी ज़िंदगी का एक बहुत ही स्पेशल और खास दिन है और मैं चाहती हूँ कि तुम अपने साथ-साथ मेरे लिए भी इस दिन को इतना ही खास, इतना ही स्पेशल बना दो।" (एक पल रुककर) "मेरे प्रपोजल को एक्सेप्ट करके।" (घमंड भरे लहजे से) "यू नो आर्यन, आज तक सब खुद समीरा के पास चलकर आए हैं, लेकिन आज समीरा खुद तुम्हारे पास तुम्हें ये गोल्डन चांस देने आई है। आई नो कि तुम समझदार हो, तो ऐसे गोल्डन चांस को अपने हाथों से नहीं जाने दोगे और यकीनन तुम्हारी हाँ ही होगी। लेकिन फिर भी मैं फ़ॉर्मेलिटी, अपनी खुशी के लिए तुमसे ये सवाल करना चाहती हूँ।" (एक पल रुककर) “आर्यन, विल यू बी माय बॉयफ्रेंड?”
आर्यन (मुस्कुरा कर): “ऑफकोर्स... नॉट!!”
समीरा (हैरानी से): “व्हाट??? बट वाय???”
आर्यन (सहजता के साथ): “तुम्हें मेरा जवाब जानना था, सो मैं दे चुका हूँ। अब क्यों और क्या है, ये मैं एक्सप्लेन नहीं करना चाहता। एंड हाँ, जिन लोगों को तुम्हारे गोल्डन चांस की ज़रूरत है, प्लीज ये चांस उन्हें देकर उनका उद्धार करो। मैं तुच्छ प्राणी अकेला ही ठीक हूँ!!”
समीरा (खड़े होते हुए): “आर्यन लिस्टन, बस एक बार हाँ कह दो, फिर देखना इस पूरे कॉलेज में हम दोनों की टक्कर का कपल दूसरा और कोई भी नहीं होगा और इसी के साथ तुम्हारी उस ध्रुवी को सबक सिखाने की ख्वाहिश भी पूरी हो जाएगी!!”
आर्यन (अपनी आइब्रोज़ उठाते हुए): “और तुमसे ये किसने कहा है कि मैं ध्रुवी को कोई सबक सिखाना चाहता हूँ???”
समीरा (जहरीली मुस्कान के साथ): “ओह! कम ऑन आर्यन, सबको नज़र आता है कि किस तरह से तुम उस ध्रुवी को ट्रीट करते हो और कैसे हर बार तुम उसे बार-बार नीचा दिखाने की कोशिश करते हो। मगर फिर भी ना जाने क्यों, ना जाने क्यों उस घमंडी और बेवकूफ लड़की को इतनी सी बात समझ में क्यों नहीं आती कि यू आर नॉट इंटरेस्टेड इन हर और तुम उस जैसी लड़की को कभी पसंद कर ही नहीं सकते। शायद उसका घमंड उसे यह बात एग्री करने के लिए तैयार ही नहीं होने देता कि नेहा (घमंड भरी मुस्कान के साथ)... द ग्रेट नेहा सिंघानिया को भी कोई रिजेक्ट कर सकता है!!”
आर्यन (अपनी बाज़ुओं को अपने सीने पर फोल्ड करते हुए सख्त भाव से): "फ़र्स्ट ऑफ़ ऑल, मैंने कभी भी ध्रुवी को नीचा दिखाने या उसे बेइज़्ज़त करने की कोशिश नहीं की है और ना ही कभी कर ही सकता हूँ। उसके प्रपोज़ल को एक्सेप्ट ना करने के पीछे मेरे खुद के पर्सनल रीज़न्स हैं, जो मैं तुम्हें तो बिल्कुल भी बताने में इंटरेस्टेड नहीं हूँ और ना ही मैं तुम्हें इतनी इम्पॉर्टेंस ही देता हूँ कि मैं तुमसे अपने पर्सनल रीज़न्स शेयर करूँ।" (एक पल रुककर तंज भरे लहजे से) “और हाँ, मुझे अच्छे से समझ आते हैं तुम्हारे सारे नेक इरादे और मुझे इस्तेमाल करके जो ये तुम्हारी ख्वाहिश है ध्रुवी को हराने और उसे नीचा दिखाने की, तो सॉरी बेब, बट ये इस जन्म में तो बिल्कुल भी पॉसिबल नहीं हो सकता है, बिकॉज़ इवन योर होल एक्ज़िस्टेंस कांट स्टैंड अराउंड हर!!”
इतना कहकर आर्यन जैसे ही मुड़ने को होता है, समीरा गुस्से से आग बबूला होते हुए आर्यन का हाथ पकड़ लेती है।
समीरा (गुस्से से): “हाउ डेयर यू! तुम उस ध्रुवी की मुझसे बराबरी कर रहे हो आर्यन? हाउ डेयर यू! तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई मुझसे ऐसे बात करने की? आखिर औकात क्या है तुम्हारी मेरे सामने??”
आर्यन (अपना हाथ समीरा के हाथ से छुड़ाते हुए): "नो बेब, आई कांट... आई कांट... मैं उसकी तुमसे बराबरी कर भी कैसे सकता हूँ?" (समीरा की इंसल्ट करते हुए) “क्योंकि वो जैसी भी हो, एटलीस्ट शी इज़ टेन टाइम्स बेटर देन यू और अपनी औकात का सर्टिफ़िकेट एटलीस्ट मुझे उससे लेने की तो बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं है, जिसके कपड़ों से ज़्यादा उसके रिलेशनशिप स्टेटस चेंज होते हैं!!”
समीरा (लगभग अपना आपा खोते हुए): “शट अप... जस्ट शट अप! और अगर वो नेहा इतनी ही महान और अच्छी है, तो आखिर क्यों उसे हाँ नहीं बोल देते और क्यों नहीं बन जाते उसके हाथों का खिलौना? बोलो, बोलते क्यों नहीं उसे हाँ??”
आर्यन (सख्त भाव से): “जस्ट माइंड योर ओन बिज़नेस, डोंट इंटरफ़ेयर इन माय पर्सनल लाइफ़ और तुम हो कौन जिससे मैं अपनी लाइफ़ के डिसीज़न डिस्कस करूँ? यू आर नथिंग फॉर मी, सो स्टे अवे!!”
समीरा (अपनी आखिरी कोशिश करते हुए): “मैं तो समझ रही हूँ, लेकिन एक बात तुम याद रखना, उस ध्रुवी के लिए तुम सिर्फ़ एक वन नाईट स्टैंड से ज़्यादा कुछ इम्पॉर्टेंस नहीं रखते, कुछ भी नहीं!!”
आर्यन (गुस्से भरे लहज़े में): “मैं उसके लिए क्या हूँ और क्या नहीं, वो मेरा और उसका निजी मामला है, उसे बीच में मत लाओ!!”
समीरा: “उफ़्फ़! इतना गुस्सा, कहीं ऐसा तो नहीं उस ध्रुवी ने तुम्हें इस्तेमाल कर भी लिया हो और तभी वो तुम्हारे पीछे इस कदर पागल है क्योंकि तुमने उसे...”
आर्यन (बेहद गुस्से के साथ): “जस्ट शट योर फ़किंग माउथ!!!!”
जहाँ अब तक ध्रुवी आर्यन की बात सुनकर हैरान थी, उसको खुद के लिए स्टैंड लेता देख अनजाने जज़्बातों के साथ उसे देख रही थी। वहीं दूसरी ओर समीरा को अपनी हद पार करते देख उसके गुस्से का पारा हाई होता जा रहा था। लेकिन इससे पहले कि ध्रुवी बीच में बोलकर समीरा को उसकी बढ़ती बदतमीज़ी का जवाब दे पाती, आर्यन के आगे के शब्दों ने उसके गुस्से में आग में पेट्रोल की तरह काम किया और आर्यन की पूरी बात सुनकर ध्रुवी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया।
आर्यन (गुस्से से): “और ध्रुवी को खुद से कंपेयर कर रही हो तुम? अरे वो तो सिर्फ़ जुबानी मुझसे प्यार करने का दावा करती है, तुम मुझे उसके हाथों का खिलौना कह रही हो??? लेकिन तुम, तुमने क्या किया था और उस दिन तुम्हारे लिए क्या था मैं, जब तुम अपने घमंड और जीतने की ज़िद में इतनी अंधी हो गई थीं कि तुमने खुद को मुझ पर फ़ोर्स करने से पहले एक बार सोचा तक भी नहीं था??? बोलो क्या था मैं तुम्हारे लिए??”
आर्यन की बात सुनते ही वहाँ मौजूद सब स्टूडेंट्स के बीच समीरा को लेकर ख़ुसुर-फुसुर शुरू हो जाती है और अपनी पोल पट्टी यूँ सबके सामने खुलता देख कुछ पल को समीरा के चेहरे पर हवाइयाँ उड़ जाती हैं और इसी वजह से वह और भी ज़्यादा गुस्से से बिदक जाती है। लेकिन समीरा आगे कुछ कहने के लिए अपना मुँह खोल पाती या कुछ रिएक्ट कर पाती, उससे पहले ही उसके बाएँ गाल पर एक जोरदार थप्पड़ पड़ जाता है जिसकी गूँज पूरे क्लासरूम में गूँज उठी थी। और समीरा शॉक्ड भरी नज़रों से सामने खड़ी ध्रुवी को खा जाने वाली नज़रों से घूरने लगती है। लेकिन शॉक्ड की वजह से उसके मुँह से कोई भी शब्द नहीं निकल पा रहे थे। दूसरी तरफ आर्यन भी ध्रुवी को अचानक वहाँ देख सकते में आ गया था और उसके माथे पर टेंशन की लाइन्स उभर आई थीं कि ना जाने अब ध्रुवी क्या और कैसे रिएक्ट करेगी।
ध्रुवी (बेहिसाब गुस्से के साथ लाल आँखों से): "हाउ डेयर यू! तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई मेरे आर्यन के साथ इतनी घटिया हरकत करने की? " (समीरा की ओर बढ़ते हुए) “आज तुमने अपनी सारी हदें पार कर दी हैं, मैं तुम्हें छोड़ूंगी नहीं!!”
आर्यन (ध्रुवी को रोकते हुए): “स्टॉप इट ध्रुवी, डोंट क्रिएट सीन हेयर!!!”
ध्रुवी (गुस्से से आर्यन को घूरकर): "और तुम... तुमसे तो मैं बाद में बात करती हूँ।" (समीरा की ओर देखकर गुस्से से अपने दाँत पीसते हुए) “तुमने मुझे ये बात बताई क्यों नहीं? क्यों नहीं बताया कि इस घटिया लड़की ने तुम्हारे साथ क्या करने की कोशिश की??”
इसी के साथ समीरा और ध्रुवी में बहस बढ़ने लगी थी और उनकी बहस और आवाज़ को सुनते हुए क्लास के आसपास से गुज़रते लोगों का ध्यान भी उसी तरफ़ आकर्षित होने लगा। आर्यन जो कब से उन दोनों को शांत कराने की कोशिश कर रहा था, आखिर में उसके सब्र का बाँध टूट गया और वह गुस्से से उन दोनों पर चिल्ला उठा।
आर्यन (गुस्से से): “जस्ट स्टॉप इट... स्टॉप इट... बस करो तुम दोनों!!”
आर्यन की गुस्से भरी चिल्लाहट सुनकर ध्रुवी और समीरा दोनों ही अचानक खामोश हो जाती हैं और आर्यन एक नज़र उन दोनों को गुस्से से देखते हुए अपना बैग टांगकर क्लास से बाहर निकल जाता है। ध्रुवी भी एक टफ़ लुक समीरा को देते हुए फ़ौरन उसके पीछे जाती है और बाहर निकलकर ध्रुवी लगातार आर्यन को रोकने के लिए उसका नाम पुकारे जा रही थी, मगर आर्यन बस उसे अनसुना कर बिना रुके चले जा रहा था। आख़िरकार कॉरिडोर में पहुँचकर ध्रुवी ने आर्यन के आगे आते हुए उसका रास्ता रोक लिया।
आर्यन (बेरुखी से): “इस वक्त मैं किसी बहस के मूड में नहीं हूँ, इसीलिए रास्ता छोड़ो मेरा और हटो मेरे सामने से!”
ध्रुवी (अपनी बाज़ुओं को अपने सीने पर फोल्ड करते हुए डेयरिंगनेस के साथ): “और अगर नहीं हटी तो?”
आर्यन (फ़्रस्ट्रेशन से एक पल को अपनी आँखें बंद करके): “जस्ट स्टे अवे ध्रुवी... आख़िर मैं भी इंसान हूँ, मेरे भी अपने इमोशन्स, अपनी फ़ीलिंग्स हैं और क्यों आखिर तुम अपनी ज़िद में मेरे दिल और जज़्बातों से खेलने पर तुली हो और आख़िर क्यों मुझे चैन से नहीं जीने दे सकती तुम?”
ध्रुवी (आर्यन के करीब जाकर अपने उमड़ते जज़्बातों के साथ): “क्या तुम्हें सच में अच्छा लगता है कि तुम मेरे लिए सिर्फ़ टाइमपास या मेरी कोई ज़िद हो???”
आर्यन (गहरी साँस ले कर अपनी नज़रें फेरते हुए): “मुझे नहीं पता और ना ही मैं जानना ही चाहता हूँ। मुझे पता है तो सिर्फ़ इतना कि ये सारी चीज़ें, ये फ़िज़ूल बकवास मेरे लिए नहीं बनी है। मेरा एकमात्र मकसद, मेरे लिए सिर्फ़ मेरे सपनों को पूरा करना है, खुद को कामयाब करना है और उसके सिवा मेरी ज़िंदगी में किसी भी चीज़ के लिए कोई जगह नहीं है!!!!”
ध्रुवी (तीखी नज़रों से): “इसका मतलब तुम्हें अब तक मेरी मोहब्बत और मुझ पर पूरी तरह ऐतबार नहीं है?”
आर्यन (नाराज़गी भरे लहज़े से): “हाँ नहीं है... नहीं है मुझे तुम पर या तुम्हारी सो कॉल्ड मोहब्बत पर कोई भी ऐतबार... अब... अब आगे क्या करना है बोलो??”
तभी अपने दोस्तों के साथ समीरा भी क्लास रूम से बाहर आते हुए वहाँ खड़ी हो जाती है और आर्यन का जवाब सुनकर उसके होंठों पर एक घमंड भरी मुस्कान तैर जाती है।
ध्रुवी (एक जलती हुई नज़र समीरा पर डालते हुए): "जिस भी इंसान को ऐसा लगता है कि तुम्हारे लिए मेरी मोहब्बत सिर्फ़ कुछ वक्त या ज़िद के तौर पर ही है, तो मेरा ये जवाब उन सबके मुँह पर तमाचा है और वार्निंग भी कि तुम पर सिवाय मेरे किसी का कोई हक़ नहीं।" (डेयरिंगनेस से आर्यन की ओर देखकर) “और तुम्हारे लिए यह प्रूफ़ होगा कि मैं पूरी दुनिया के सामने, पूरी दुनिया के सामने अपनी मोहब्बत का इज़हार करने और उसे एक्सेप्ट करने से पीछे कभी नहीं हटूँगी, कभी भी नहीं!!!”
इतना कहकर ध्रुवी ने आर्यन को उसके कॉलर से पकड़कर उसे अपनी ओर खींच लिया और एक पल को उसकी आँखों में देखते हुए अगले ही पल बीच कॉरिडोर में बिना किसी की परवाह किए सबके सामने ध्रुवी आर्यन के होंठों पर अपने होंठ रखकर उसे इंटेंसली किस करने लगी।
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