राजेंद्र के दिए मोटिवेशन और आशीर्वाद ने धीरज के कौंफिडेंस को आसमान तक पहुँचा दिया था। उसे ये पॉजिटिव साइन लग रहे थे। उसने घर आने के बाद जम कर पढ़ाई की। अगले दो दिन के लिए उसका बाहरी दुनिया से पूरा कनेक्शन टूट चुका था। उसने अपना फ़ोन बंद कर दिया था और देर रात तक पढ़ाई की थी। अगर उसे सोना ना होता तो शायद वो चौबीस घंटे पढ़ता ही रहता। आख़िर कार आज एग्जाम का दिन आ गया था। प्रतिभा की बेस्ट विशिज़ लेकर धीरज एग्जाम देने चला गया।

इधर धीरज को लेकर राजेंद्र का मन थोड़ा सा बदला। अब वो ख़ुद से ये सवाल कर रहा था कि अगर इस लड़के ने सरकारी नौकरी पा ली तो क्या वो उससे अपनी लड़की की शादी करवाएगा? इस बात का क्लियर जवाब उनके पास नहीं था। वैसे तो लड़का भी अच्छा था और ऊपर से सरकारी जॉब लग जाये तो फिर दिक्कत ही क्या थी मगर उससे शादी कर के राजेंद्र पूरे मोहल्ले के सामने एक मज़ाक़ बन सकते थे क्योंकि वही थे जिन्होंने पूरे मोहल्ले वालों को हमेशा कहा था कि धीरज एक नंबर का निकम्मा और आवारा है। उन्होंने तो उस पर लड़कियों का पीछा करने जैसे गंदे आरोप भी लगाए थे। तब सबने उनसे कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि धीरज बुरा लड़का है क्योंकि किसी ने भी उसे कभी किसी के साथ बदतमीजी करते नहीं देखा।

अब जब उसकी सरकारी नौकरी लगने पर सबको पता चलता कि राजेंद्र उससे अपनी बेटी की शादी कर रहे हैं तो लोग उन्हें लालची ही कहते। लोग उन्हें ताने मारते कि जिस लड़के की उन्होंने बुराई की, सरकारी नौकरी के लालच में उसी से उसकी शादी कर दी। हालांकि ऐसा कोई नहीं कहने वाला था ये बस राजेंद्र के दिमाग़ की सोच थी। उनके लिए लोग क्या कहेंगे वाला सवाल सबसे ऊपर था। लोगों को दिखाने के लिए ही तो वो सरकारी दामाद वाली रट लगाए बैठे थे। उन्होंने इस बात का फैसला वक्त पर छोड़ दिया। उन्होंने सोचा कि अभी तो उसका रिजल्ट आयेगा, वो जब पास होगा उसके बाद देखा जाएगा कि क्या करना है।

इधर एग्जाम देने के बाद धीरज ने प्रतिभा को मैसेज कर के जल्दी फ़ोन करने को कहा। प्रतिभा कॉलेज में थी इसलिए उसने तुरंत फ़ोन कर दिया। धीरज ने फ़ोन उठाते ही प्रतिभा से कहा कि वो अब सोचना शुरू करे कि अपने पापा को उन दोनों के बारे में कैसे बताएगी क्योंकि उसका एग्जाम इतना अच्छा गया है कि इस बार उसे क्लियर करने से कोई नहीं रोक सकता। प्रतिभा ने उसे कहा कि अभी ऐसा करना जल्दबाजी होगी। मगर धीरज बार बार ये कह रहा था कि वो पिछले तीन साल से सेम एग्जाम दे रहा है उसे पता है कि कब ये कहा जा सकता है कि उसे पास होने से कोई नहीं रोक सकता। इस बार ऐसा ही एग्जाम गया है। लास्ट में प्रतिभा को भी उसकी इस ख़ुशी में शामिल होना पड़ा। धीरज ने पूछा कि क्या वो उसके घर आ कर ये बात बता सकता है कि उसका एग्जाम अच्छा गया।

प्रतिभा ने कहा आने में तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उसके पापा को एग्जाम कैसा गया उससे मतलब नहीं है उन्हें तो रिजल्ट से मतलब है। लेकिन अगर वो उनके ताने सुनने को तैयार है तो आ जाए शाम को घर। धीरज ने गाना गाते हुए कहा अब तो आदत है मुझको ऐसे जीने की। जिस पर प्रतिभा हँसने लगी। उसने कहा कि वो लोग शाम को मिलते हैं।

शाम को धीरज प्रतिभा के घर पहुँचा और राजेंद्र को बताया कि उसका एग्ज़ाब बहुत अच्छा हुआ है। उसने दो बार सारे आंसर्स को क्रॉस चेक किया और घर आ कर भी उसने सभी सवालों के सही जवाब मैच किए जिसमें उसके 95% सवाल एकदम सही है बाक़ी कुछ में डाउट है। राजेंद्र ने भी उसे कहा कि उसे अभी से इतना एक्साइटेड नहीं होना चाहिए। जब तक रिज़ल्ट नहीं आ जाता तब तक वो श्योर नहीं हो सकता कि उसका एग्जाम अच्छा गया था। सब कुछ रिजल्ट पर ही डिपेंड करता है। राजेंद्र की बातों ने धीरज के कौंफिडेंस को कुछ हद तक हिलाया था। लेकिन फिर भी उसके अंदर से ये नहीं जा रहा था कि वो इस बार एग्जाम निकाल लेगा और इस बार उसकी सरकारी नौकरी लगनी तय है।

घर लौटने के बाद उसने अपनी माँ को फ़ोन कर के भी यही बताया। धीरज तो आज इतना एक्साइटेड था कि उसने सोच लिया था वो अपनी माँ को प्रतिभा के बारे में भी बता देगा और कहेगा कि अब वो लोग उसकी शादी की तैयारी शुरू कर दें। लेकिन उसे ये डर भी लग रहा था कि पता नहीं उसके पापा का इस पर क्या रिएक्शन हो। उसने अपनी माँ को फ़ोन कर पहले रिजल्ट के बारे में बताया और फिर पूछा कि पापा घर पर ही हैं? जब भी धीरज ऐसा पूछता था उसकी माँ समझ जाति थी कि उसे कुछ ऐसी बात करनी है जो वो अपने पापा के सामने नहीं कर सकता। उसकी माँ ने कहा कि वो नहीं हैं घर पर, वो जो भी बात है कह सकता है। धीरज ने हिम्मत बांध कर कहा…

धीरज(डरते हुए)- माँ हमको पता है हम जो कहने जा रहे हैं उसे सुन कर तुम्हें झटका लगेगा लेकिन अब इस बात को ज़्यादा छुपा भी नहीं सकते। हमको यहाँ एक लड़की पसंद है। जिस मोहल्ले में हम रहते हैं उसी मोहल्ले में उनका घर है। हम बताते नहीं थे कि एक अंकल के घर हमारा आना जाना है वो उन्हीं की बेटी है, नाम है प्रतिभा। पढ़ी लिखी है सुंदर है संस्कारी है। और हम उससे शादी करना चाहते हैं। हम ये बात तब तक नहीं बताना चाहते थे जबतक हम एग्जाम क्लियर नहीं कर लेते लेकिन इस बार एग्जाम ही ऐसा गया है कि क्लियर होने का पूरा गारंटी है। इसी वजह से ख़ुद को रोक नहीं पाये।

धीरज की माँ ने लंबी साँस लेते हुए कहा कि अगर उसने पहले ही तय कर लिया है तो वो क्या ही कह सकती है। माँ ने उसे ताना मारते हुए कहा कि पहले जमाने में घर वाले लड़के को बताते थे कि लड़की कैसी है लेकिन अब तो लड़के ही तय कर लेते हैं कि लड़की सुंदर संस्कारी और ना जाने क्या क्या है। जब ऐसा ही है तो फिर वो पूछ क्यों रहा है उसे तो झट शादी कर लेनी चाहिए उसके बाद बताना चाहिए कि उनके इकलौते बेटे ने शादी कर ली। धीरज को उम्मीद नहीं थी कि उसकी माँ उस पर ऐसे भड़केगी। उसने कहा ऐसी बात नहीं है, वो अपने माँ पापा की मंजूरी के बिना शादी नहीं करेगा। उसकी माँ से बढ़ कर उसके लिए कोई नहीं।

माँ ने कहा कि अब वो ये ड्रामा बंद करे वो मज़ाक़ कर रही थी। उसे तो बस ये चाहिए कि उसका बेटा खुश रहे। माँ ने कहा कि उसके पापा को थोड़ी परेशानी होगी इस बात से लेकिन वो संभल लेगी और उन्हें मना भी लेगी। धीरज ने कहा लेकिन उन्हें अभी इन सबके बारे में बताने की कोई ज़रूरत नहीं है। जब उसका रिजल्ट आ जाएगा और वो कहेगा तभी वो उनसे बात करे। माँ ने कहा वो ऐसा ही करेगी। उसकी माँ ने प्रतिभा की फ़ोटो भेजने के लिए कहा। धीरज ने प्रतिभा की एक साड़ी वाली फ़ोटो भेज दी। जिसे देखने के बाद माँ का तुरंत फ़ोन आया, उन्होंने प्रतिभा की खूब तारीफ़ की और कहा कि इतनी सुंदर लड़की तो वो उसके लिए ढूँढ भी नहीं पाते। धीरज को ये सुनकर अच्छा लगा कि उसकी माँ को उसकी पसंद बहुत अच्छी लगी। 

धीरज ने प्रतिभा को बताया कि उसने अपनी माँ को उसके बारे में बता दिया है। उसने ये भी बताया कि माँ उसकी कितनी तारीफ़ कर रही थी। ये सब सुन कर प्रतिभा बहुत खुश हो रही थी लेकिन साथ में उसको ये डर भी लग रहा था कि धीरज कहीं जल्दबाज़ी तो नहीं कर रहा? उसे अभी रिजल्ट तक का वेट करना चाहिए। हालांकि प्रतिभा ने धीरज की इस ख़ुशी में किसी तरह का सवाल खड़ा नहीं किया। अभी एग्जाम का रिजल्ट आने में टाइम था। इस बीच धीरज बिल्कुल फ्री था। वो चाहता तो घर जा सकता था लेकिन उसने फैसला किया था कि इस बार कुछ बन कर ही अपने घर लौटेगा। इसलिए वो यहीं रुका रहा। अब वो सारा दिन प्रतिभा से बात करता रहता था। प्रतिभा कॉलेज जाति तो वो उसे कौल करता नहीं तो उनकी मैसेज पर ही बात होती।

इस बीच तो राजेंद्र ने भी प्रतिभा को टोक दिया था कि आजकल उसे जब फ़ोन करो उसका फ़ोन बिज़ी ही रहता है। प्रतिभा थोड़ा घबरा गई थी इस सवाल से लेकिन उसने ख़ुद को संभालते हुए कहा कि उसकी फ्रेंड ज्योति लंबी छुट्टियां लेकर कहीं बाहर गई है फैमिली के साथ। वही कॉलेज का अपडेट लेने के लिए फ़ोन करती है और उसका जब फ़ोन आता है तो ग्रुप की बाक़ी लड़कियां भी बात करने लगती हैं। इसलिए उसका फ़ोन बिज़ी आ आता है। राजेंद्र को थोड़ा शक तो हुआ लेकिन फिर वो इस बात को भूल गए। इस बीच धीरज फिर से प्रतिभा के घर आने जाने लगा था। अब राजेंद्र उसे देख खुश नहीं होते तो मुँह भी नहीं बनाते थे। उनका रिएक्शन नार्मल होता था।

उसने एक दिन राजेंद्र से प्रतिभा की बात भी की थी। उसने कहा था कि उन्हें सरकारी नौकरी करने वाले लोग पसंद हैं तो फिर उन्होंने प्रतिभा को तैयारी करने के लिए क्यों नहीं मोटिवेट किया। राजेंद्र ने कहा कि वो अपनी पसंद किसी और पर नहीं थोपना चाहता। उन्होंने कभी भी प्रतिभा का इंट्रस्ट सरकारी जॉब में नहीं देखा इसलिए उन्होंने कभी फोर्स भी नहीं किया। वो चाहे तो अभी भी तैयारी कर के सरकारी जॉब ले सकती है। धीरज को ये सब पहले से ही पता था वो तो बस एक पिता से उसकी बेटी के बारे में कुछ बातें करना चाहता था। उसने कहा हाँ प्रतिभा तो काफ़ी इंटेलीजेंट हैं वो तो एग्जाम पहले अटेम्प्ट में ही क्लियर कर लेंगी। तब राजेंद्र ने कहा कोई इंटेलीजेंट नहीं है बस रट्टू मल है रट कर अच्छे मार्क्स ले आती है। इस बात पर दोनों हँसने लगे। प्रतिभा किचन में से देख रही थी कि ये कमाल कैसे हो गया जब दोनों लोग एक साथ हंस रहे हैं। उसे फ़र्क़ नहीं पड़ा कि वो किस बात पर हँसे बस दोनों को साथ हँसता देख उसे अच्छा लग रहा था।

अगले दिन दोपहर में धीरज को एक फ़ोन आया। धीरज ने फ़ोन उठाया, उधर से किसी ने लंबी बात कहीं। धीरज सुनता रहा और फिर आख़िर में बोला कि ठीक है, वो अरेंजमेंट कर देगा और बाक़ी सब भी सम्भाल लेगा। इसके बाद धीरज अपने एक दोस्त को फ़ोन मिला कर उससे कुछ बात करने लगा। और फिर से उसने उसी नंबर पर कॉल लगा दी जहाँ से थोड़ी देर पहले कॉल आई थी।

धीरज ने कहा हो जाएगा। उधर से कुछ कहा गया जिसके बाद धीरज ने कहा कि ठीक है वो उन्हें ले आयेगा। थोड़ी ही देर बाद धीरज तैयार हुआ और ऑटो में बैठ कर कहीं निकल गया।

क्या धीरज एग्जाम में पास हो पायेगा? क्या प्रतिभा और धीरज की शादी अब पक्की हो जाएगी? 

जानने के लिए पढ़िए कहानी का अगला भाग।

    

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