Perfect Grihlakshmi

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पसंद की बहु आयी तो भाग्य खुले वरना सास के कर्म, धुले! रेणुका साहनी को तो यही लगता था इसीलिए तो मैडम मदर-इन-लॉ बनने के लिए परफेक्ट गृहलक्ष्मी की खोज में निकल पड़ीं हैं। बेटा जितना सीधा, माँ उतनी ही तेज़ तर्रार! किसी की आँख में दिक्कत, तो किसी की चाल में। ऐसे ही हाल रहे तो क्या सच में मिशन पूरा हो पाएगा रेणुका का? या फिर उसका पाला पड़ेगा किसी तीखी मिर्ची से?
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