Rishton Ka Karz (रिश्तों का क़र्ज़)

23

Chapters

128

Reads

सुहानी की ज़िंदगी एक पल में बदल जाती है जब उसे एक ऐसी शादी में धकेल दिया जाता है, जो सिर्फ़ एक बिजनेस डील है। आरव, एक सख्त और रहस्यमयी बिजनेसमैन, इस रिश्ते को महज़ एक समझौता मानता है। लेकिन जब दबे हुए राज़ और बीते कल के दुश्मनों का सामना करना पड़ता है, तो यह कहानी सिर्फ़ एक समझौते तक सीमित नहीं रहती। हर पन्ने के साथ रहस्य और साज़िश की गहराइयाँ खुलती जाती हैं, और आप इस रोमांचक सफ़र में खुद को पूरी तरह डूबा हुआ पाएंगे। क्या प्यार इन बिखरे हुए रिश्तों को जोड़ पाएगा, या फिर बदले की आग सब कुछ राख कर देगी? अगर आपको रोमांस, सस्पेंस और दिल दहला देने वाले ट्विस्ट पसंद हैं, तो यह कहानी आपके लिए ही है!
Read More

1

Chapter 1 - अनचाहा बंधन

15 2 weeks ago

2

Chapter 2 - सौदा या तक़दीर?

9 2 weeks ago

3

Chapter 3 - एक अजनबी रिश्ता

5 2 weeks ago

4

Chapter 4 - सुहानी की परीक्षा

7 2 weeks ago

5

Chapter 5 - झूठा सच!

8 2 weeks ago

6

Chapter 6 - संन्दुक का राज़

6 1 week ago

7

Chapter 7 - सच की झलक, रिश्तों की दरार

6 1 week ago

8

Chapter 8 - मोहब्बत के साए, साज़िशों के बीच

6 1 week ago

9

Chapter 9 - धुंआ और सच

6 1 week ago

10

Chapter 10 - ग़ुलामी जज़्बात

6 1 week ago

11

Chapter 11 - दिल का कोना

5 1 week ago

12

Chapter 12 - साज़िशों का मुखौटा

6 1 week ago

13

Chapter 13 - रास्ते जुदा हैं, मंज़िल एक

5 1 week ago

14

Chapter 14 - टूटते भ्रम, उभरता सच

8 1 week ago

15

Chapter 15 - बगावत

5 6 days ago

16

Chapter 16 - अपने पराये...

7 6 days ago

17

Chapter 17 - धोखे के परदे के पीछे

4 5 days ago

18

Chapter 18 - दिल के रिश्ते, धोखे की दीवारें

4 4 days ago

19

Chapter 19 - साज़िशों का घेरा!

4 4 days ago

20

Chapter 20 - राज़ की तलाश

3 2 days ago

21

Chapter 21 - सच की दस्तक, रिश्तों की क़ैद

2 2 days ago

22

Chapter 22: तहख़ाने का सच

1 1 day ago

23

Chapter 23 — परछाइयों में क़ैद एक उम्मीद

0 18 hours ago

Be the first to review “”

Your Rating
Write A review

No reviews available for this novel.